आगामी तीन माह की कार्ययोजना संबंधित एजेंसी तैयार करें – जिला कलक्टर
अजमेर, 31जुलाई। जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कराए जाने वाले कार्यों के संबंध में संबंधित एजेंसी को निर्देश दिए है कि वे आगामी तीन माह में किए जाने वाले कार्यों की कार्ययोजना तैयार कर उसे समयबद्धता के साथ पूर्ण करें।
जिला कलक्टर बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने अब तक हुए कार्यों की समीक्षा की तथा कार्याें में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट विद्यालयों में हुए कक्षा कक्षों के कार्यों का सत्यापन तथा गुणवत्ता देखी जाए। प्रोजेक्ट के तहत प्रत्येक कार्य गुणवत्ता पूर्ण होना चाहिए।
जिला कलक्टर ने पेयजल अधिकारियों तथा आरएसआरडीसी को भी निर्देशित किया कि प्रोजेक्ट के तहत आगामी तीन माह में क्या-क्या कार्य सम्पादित किए जाने है उसकी विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करें। बैठक में नगर निगम क्षेत्रों में प्रोजेक्ट के तहत होने वाले कार्यों के डेस्क बोर्ड जगह-जगह प्रदर्शित करने के भी निर्देश दिए गए।
बैठक में मसाला चौक स्थान चिन्हीकरण, सिवरेज कनेक्शन समस्त शहर में देने, पार्क विकास, सोलर ट्री, साईकिल ट्रेक, कलेक्ट्रेट को हैरिटेज लुक देने, जयपुर रोड पर सीक्स लैन विथ यूटिलिटी डेक, एलिवेटेड रोड, पेयजल व्यवस्था, सूचना केन्द्र में ओपन थियेटर एवं कला दीर्घा आदि कार्यों के संबंध में भी कंसलटेंट एजेंसी के प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श किया गया।
इस मौके पर कंसलटेंट एजेंसी के प्रतिनिधि सहित स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारीगण, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
विभिन्न योजनाओं में समयबद्धता के साथ लक्ष्यों को अर्जित करें – जिला कलक्टर
जिला स्तरीय कृषि समिति की बैठक सम्पन्न
अजमेर, 31जुलाई। जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने कृषि विभाग को निर्देशित किया कि वे विभागीय विभिन्न योजनाओं में निर्धारित किए गए लक्ष्यों को समयबद्धता के साथ पूर्ण करें ताकि कृषकों को योजनाओं का समुचित लाभ मिल सके।
जिला कलक्टर बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय कृषि समिति, आत्माशाषी परिषद एवं होर्टिकल्चर संबंधित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना के कार्यों में तेजी से प्रगति लाए इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में काफी कम किसानों का अभी तक पंजीयन हो पाया है इसे बढ़ाए। उन्होंने मिनी किट वितरण के कार्य में पंचायत स्तर पर पारदर्शिता से कार्य करने के निर्देश दिए। जिन्हें गत वर्ष यह लाभ मिला है। उन्हें दोबारा नहीं दिया जाए।
बैठक में उप निदेशक कृषि श्री वी.के.शर्मा ने स्लाईड प्रदर्शन के माध्यम से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, एनएफएसएम अनाज, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, आरएसीपी परियोजना, परम्परागत कृषि विकास योजना, सॉयल हैल्थ कार्ड योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, कृषि वानिकी सब मिशन योजना, राजस्थान कृषि प्रतिस्पर्धात्मक परियोजना के संबंध में वर्ष 2018-19 की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति तथा 2019-20 में अब तक हुई प्रगति की स्लाईड प्रदर्शन द्वारा विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि खरीफ 2019 मे जिले को बुवाई क्षेत्रफल 429000 प्रस्तावित हैक्टर है। जिसमें बाजरा 66170, ग्वार 14687, ज्वार 146097, मक्का 26841, मूंग 100862, उडद 33065, चवला 1165, तिल 8286, मुंगफली 1283, मोठ 569,कपास बीटी 6174, कपास नान बीटी 657, हराचारा 1452, सब्जियां 1894, अरडी 310,एवं अन्य 2459 हैक्टर क्षेत्र प्रस्तावित है। जिले में प्रस्तावित बुवाई अनुसार राजस्थान राज्य बीज निगम/राष्ट्रीय बीज निगम में पर्याप्त बीज उपलब्धता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत फार्मपौण्ड तथा जल हौज के निर्माणों की भी स्वीकृतियां जारी की गई है। जिससे काफी कृषकों का लाभ मिला है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना रबी 2018-19 में जिले में योजना के क्रियान्वयन हेतु टाटा ए.आई.जी. जनरल इंश्योरेन्स कम्पनी लि. का चयन हुआ है। जिले में गेहू, जौ, चना, सरसों, तारामीरा तथा जीरा फसले योजनान्तर्गत अधिसूचित थी। आज दिनांक तक 105983 बीमा पॉलिसी के द्वारा 57289.09 हैक्टर क्षैत्रफल बीमित हुआ है। इसी प्रकार सॉयल हेल्थ कार्ड योजना के द्वितीय चरण में आज दिनांक तक कुल 90416 मृदा नमूनों का संग्रहण कर 88304 का विश्लेषण कर 397625 कार्ड तैयार कर कृषकों को वितरित किये गये।
उन्होंने बताया कि राजस्थान कृषि प्रतिस्पर्धात्मक परियोजना के तहत विश्व बैंक के द्वारा प्रायोजित परियोजना के तहत कृषकों के उत्थान हेतु पंचायत समिति पीसांगन की 22 ग्राम पंचायतों में संचालित है जिसमे कृृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, भूजल विभाग द्वारा कार्य करवाये जा रहे है।
बैठक में आत्मा योजना के परियोजना निदेशक श्री बी.पी.पारीक तथा होर्टीकल्चर के सहायक निदेशक श्री के.पी.सिंह ने योजना अन्तर्गत वर्ष 2018-19 की की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की जानकारी दी तथा वर्ष 2019-20 की वार्षिक कार्ययोजना प्रस्तुत की। उन्होंने कृषकों के प्रशिक्षण, भ्रमण, फसल प्रदर्शन, फोर्म स्कूल, किसान मेला एवं गोष्ठियां, कृषक वैज्ञानिक संवाद, कृषक पुरस्कार के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आत्मा योजनान्र्गत वर्ष 2019-20 के लिए कृषि, उद्यानिकी, पशु पालन एवं डेयरी, जैविक खेती तथा नवाचारी खेती की गतिविधियों का चयन किया गया है। जिसे बैठक में अनुमोदित किया गया है।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कैलाश चंद लखारा, महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक श्रीमती अनुपमा टेलर, नाबार्ड के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री बी.बी.खरबंदा सहित कृषि विभाग एवं संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
स्वाधीनता दिवस समारोह
सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए समन्वयक लगाए
अजमेर, 31जुलाई। स्वाधीनता दिवस समारोह की पूर्व संध्या पर 14 अगस्त को सांय 7 बजे जवाहर रंगमंच पर विभिन्न शिक्षण संस्थाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के लिए समन्वयक लगाए गए है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कैलाश चंद लखारा ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक श्रीमती अनुपमा टेलर, कोषालय के कनिष्ठ लेखाकार श्री मंशा राम बैरवा, रसद कार्यालय के कनिष्ठ सहायक श्री विमल तथा विकास शाखा कलेक्ट्रेट के सहायक कर्मचारी श्री प्रकाश को समन्वयक लगाया गया है।
बाढ़ बचाव के लिए उपखण्ड कार्यालयों पर तैराक लगाए
अजमेर, 31जुलाई। जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने जिले में बाढ़ बचाव के लिए उपखण्ड कार्यालय मसूदा, भिनाय, पुष्कर तथा केकड़ी में उप नियंत्रक नागरिक सुरक्षा से प्राप्त सूची से स्वयं सेवकों को तैराक के रूप में लगाया है। यह तैराक उपखण्ड अधिकारी के निर्देशानुसार कार्य करेंगे।
आदेश के अनुसार उपखण्ड कार्यालय मसूदा एवं भिनाय के लिए 6-6 तैराक, पुष्कर के लिए 12 तथा केकड़ी के लिए 9 तैराकों को लगाया है।