– 24 घण्टें बाद भी घरों में भरे पानी को निकालने में प्रशासन नाकाम
– आनासागर में भराव क्षमता से अधिक पानी को निकालने में प्रशासन की देरी
– पहाड़ियों व अन्य स्थानों पर क्षतिग्रस्त मकानों को खाली करा गिराया जाए ताकि ना हो पाए जनहानि
देवनानी ने विधान सभा में बारिश के पानी से अजमेर की आनासागर झील के चारों ओर तथा विभिन्न स्थानों पर स्थित आवासीय काॅलोनियों में पानी भरे होने की जानकारी से सरकार को अवगत कराते हुए कहा कि 2 दिन से क्षेत्र में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे है तथा घरों के अन्दर तक पानी भर जाने से हालात इतने गंभीर है कि वे खाना तैयार कर खाने की स्थिति में भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि इतनी विकट परिस्थितियों के बाद भी प्रशासन आवश्यक कदम उठाने में ढ़िलाई बरत रहा है। उन्होंने कहा कि आनासागर झील में उसकी भराव क्षमता से अधिक पानी हो जाने पर भी समय पर चेनल गेट खोलकर जल स्तर कम नहीं किया गया जिससे जलमग्न बस्तियों से पम्प के द्वारा जितना पानी निकाला जा रहा है उससे ज्यादा पानी झील से वापिस आ रहा है। इसके साथ ही वैशाली नगर गौरव पथ व पुष्कर रोड पर भी झील में अधिक पानी होने से सड़कों पर पानी भरा हुआ है। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के वार्डो तक में पानी भरा है।
इसके अतिरिक्त उन्होंने नागफणी पहाड़ी पर मकान के गिरने से 3 लोगों की मौत होने की जानकारी भी सरकार को देते हुए कहा कि पहाड़ी क्षेत्र में ओर भी कई कच्चें-पक्के मकान बने हुए उनमे से क्षतिग्रस्त मकानों को तत्काल खाली कराकर गिराने की कार्यवाही की जानी चाहिए जिससे आगे क्षेत्र में कोई जनहानि ना हो सके।
देवनानी ने सदन में सरकार से आग्रह किया कि अजमेर में बारिश के पानी से अत्यन्त विकट हालात उत्पन्न हो गये है। सरकार तत्काल आनासागर झील का जलस्तर कम कराने के साथ ही जलमग्न बस्तियों से पानी खाली करने के पर्याप्त बंदोबस्त कराने, एसी बस्तियों में भोजन व जरूरत के आवश्यक सामान उपलब्ध कराने, क्षतिग्रस्त मकानों को खाली कराने, विभिन्न नालों व नालियों में आ रहे अवरोधों को हटवाने सहित आवश्यक राहत कार्य कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करावे।