मांडणो का अपना एक शास्त्र है, अवसर व स्थान के अनुसार अलंकरण एवं इनकी छोटी छोटी इकाइयां होती है, उनमें आकार बनाकर बढ़ाते चले जाते हैं l यह विचार डॉ. रोहित मिश्रा प्राचार्य राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय ने मांडणा कला पर एक दिवसीय आयोजित कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किए l
लोक कला संस्थान के सहयोग से महाविद्यालय में बी. टेक प्रथम वर्ष ने नव विद्यार्थियों के लिए आयोजित की गई l कार्यशाला के मुख्य प्रशिक्षक संजय कुमार सेठी ने बताया कि राजस्थान की अनमोल धरोहर मांडणा अब अपना वजूद खो रहे उन्हें पुनर्जीवित एवं संरक्षित करने के उद्देश्य से महाविद्यालय के 200 छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण प्रदान किया l कार्यशाला के अंतर्गत सातीया, पगलिया, दीया चौक, चौपड़, सांकल का चौक, चूल्हे के भेरुजी, धींगा गवर एवं मांडणा का चित्रांकन, भराई इत्यादि को विस्तार पूर्वक विद्यार्थियों को सिखाया l
कार्यशाला संयोजक सरोज लखावत ने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए मांडणा को प्रदर्शनी मैं प्रदर्शित किया जाएगा l कार्यशाला में अलका शर्मा, प्रियंका सेठी, मीनाक्षी मंगल, मदिता तुनवाल. “भूमि अलंकरण की समृद्ध लोक कला राजस्थानी मांडणा पर कार्यशाला”
मांडणो का अपना एक शास्त्र है, अवसर व स्थान के अनुसार अलंकरण एवं इनकी छोटी छोटी इकाइयां होती है, उनमें आकार बनाकर बढ़ाते चले जाते हैं l यह विचार डॉ. रोहित मिश्रा प्राचार्य राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय ने मांडणा कला पर एक दिवसीय आयोजित कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किए l
लोक कला संस्थान के सहयोग से महाविद्यालय में बी. टेक प्रथम वर्ष ने नव विद्यार्थियों के लिए आयोजित की गई l कार्यशाला के मुख्य प्रशिक्षक संजय कुमार सेठी ने बताया कि राजस्थान की अनमोल धरोहर मांडणा अब अपना वजूद खो रहे उन्हें पुनर्जीवित एवं संरक्षित करने के उद्देश्य से महाविद्यालय के 200 छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण प्रदान किया l कार्यशाला के अंतर्गत सातीया, पगलिया, दीया चौक, चौपड़, सांकल का चौक, चूल्हे के भेरुजी, धींगा गवर एवं मांडणा का चित्रांकन, भराई इत्यादि को विस्तार पूर्वक विद्यार्थियों को सिखाया l
कार्यशाला संयोजक सरोज लखावत ने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए मांडणा को प्रदर्शनी मैं प्रदर्शित किया जाएगा l कार्यशाला में अलका शर्मा, प्रियंका सेठी, मीनाक्षी मंगल, मंदिका तुनवाल एवं छवि दगदी ने प्रशिक्षण प्रदान किया l कार्यशाला के अंत में सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए l
संजय कुमार सेठी
9414002387