उत्ताराखंड में हरिद्वार स्थित केंद्रीय विद्यालय, भेल [भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड] से अपहृत कक्षा दो की छात्रा की हत्या कर दी गई। छात्रा का शव बुधवार को स्कूल परिसर से सटे जंगल में बरामद किया गया। स्कूल के ही बारहवीं के एक छात्र ने छात्रा का अपहरण किया और गला घोंट कर उसे मार डाला। पुलिस ने आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर शव बरामद किया।
पुलिस के अनुसार, मौज मस्ती के खर्च के लिए रुपये जुटाने की गरज से उसने घटना को अंजाम दिया। वारदात के बाद उसने जिस मोबाइल फोन से छात्रा के परिजनों को फिरौती के लिए फोन किया, वह भी उसने चुराया था। छात्र ने बहादराबाद निवासी भेल कर्मचारी पवन की पुत्री तनिष्का उर्फ खुशी का मंगलवार को स्कूल से अपहरण किया और इसके बाद उसके परिजनों को फोन करके तीन लाख रुपये की फिरौती मागी।
एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया सर्विलास के जरिये पुलिस फिरौती मागने वाले छात्र तक पहुंची। छानबीन में मोबाइल फोन स्कूल के ही एक छात्र का निकला। पुलिस जब छात्र के घर पहुंची तो उसने बताया कि करीब छह माह पहले उसका फोन चोरी हो गया था। उसने स्कूल के ही 12वीं के छात्र विनीत पुत्र रघुवीर पर फोन चुराने का संदेह जताया। इस पर पुलिस विनीत तक पहुंची। पूछताछ की तो उसने छात्रा खुशी की हत्या करने की बात कही और पूरा घटनाक्रम बताया।
एसएसपी के अनुसार, मंगलवार सुबह खुशी स्कूल पहुंची, तभी आरोपी उसे यह कहकर अपने साथ ले गया कि मैडम उसे बुला रही हैं। वह छात्रा को स्कूल परिसर से सटे जंगल की तरफ ले गया और वहा उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने शव बोरे में रखकर जंगल में फेंक दिया। उसके बाद वह दिनभर स्कूल में रहा। यह सोचकर कि कहीं छात्रा जिंदा तो नहीं है, वह फिर घटनास्थल गया और उसने छात्रा का सिर पत्थरों से कुचल दिया।
एसएसपी ने बताया कि आरोपी छात्र के पिता सीआइएसएफ में कार्यरत हैं। इस घटना के सामने आने के बाद से स्थानीय लोग सकते में हैं। हालाकि, पुलिस ने इस मामले को सुलझा लिया, लेकिन छात्रों में इस तरह की बढ़ती प्रवृत्तिको लेकर चिंता जताई जा रही है।