जयपुर। अहमदाबाद के शाहीबाग, बहरामपुरा, दरियापुर, थक्करबापा नगर में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में विशाल चुनावी सभाओं नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा की स्टार प्रचारक श्रीमती वसुन्धरा राजे ने रविवार को सम्बोधित किया। इससे पूर्व श्रीमती राजे का अहमदाबाद हवाई अड्डे पहुंचने पर करीब पांच हजार लोगों ने जोरदार स्वागत किया। ऐसा अभूतपूर्व स्वागत गुजरात में किसी भी नेता का पहली बार हुआ। श्रीमती राजे के साथ विधायक भवानी सिंह राजावत, सांसद देवजी पटेल, विधायक ओटाराम देवासी, शंकर सिंह रावत, कल्याण सिंह, पूराराम चौधरी, श्रीचन्द्र कृपलानी सहित कई नेता सभाओं में साथ थे।
भाषण के मुख्य अंश –
कोई भी क्षेत्र ले लीजिये, गुजरात हर क्षेत्र में शिखर पर है। विकास की जो गंगा इस गुजरात में नरेन्द्र मोदी ने बहाई है, उसके चर्चे केवल देश में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया मं हो रहे हैं।
ये कोई अतिश्योक्ति नहीं है बल्कि एक सच है कि गुजरात का भाग्य निर्माता कोई है तो विकास पुरूष भाई नरेन्द्र मोदी है। जिसका अनुसरण देश के तमाम प्रदेश करते हैं। मैं तो कहती हूं कि गुजरात और राजस्थान की सीमाएं ही नहीं, इन दोनांे प्रदेशों के दिल भी मिले हुए हैं। गुजरात और राजस्थान में विकास के रथ चार साल पहले तक साथ-साथ दौड़ रहे थे, क्योंकि दोनों प्रदेशों में भाजपा की सरकारें थी। लेकिन बाद में स्थितियां बदल गई। विकास का रथ गुजरात में तो तेजी से आगे बढ़ता रहा, लेकिन राजस्थान में उसके पहिये थम गये। गुजरात आज आगे निकल गया। राजस्थान पिछड़ गया। यहां तक की राजस्थान अब देश में सबसे नीचे के पायदान पर है। क्योंकि राजस्थान मंे अब कांग्रेस की सरकार है।
गुजरात में बिजली 24 घण्टे मिल रही है। क्योंकि यहां भाजपा की ऊर्जावान सरकार है। राजस्थान में बिजली का अता-पता नहीं, क्योंकि वहां कांग्रेस की नाकारा सरकार है। गुजरात देश के विकसित राज्यों में पहले नम्बर पर है, क्योंकि यहां भाजपा की नीतियां और मोदी जी का वीजन है। राजस्थान पिछडे़ राज्यों में सबसे अव्वल है, क्योंकि वहां न तो कांग्रेस सरकार की नीति ठीक है और न ही नियती। गुजरात में मुस्लिम भाई मस्जिद में सुकून से नमाज पढ़ रहा है, क्योंकि नरेन्द्र मोदी सबको साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं। राजस्थान की मस्जिदों में मुस्लिमों को गोलियों से भूना जा रहा है, क्योंकि वहां कांग्रेस की सरकार धर्म और जातियांे को लड़ाती है। यह तुलना है गुजरात के भाजपा सुशासन और राजस्थान के कांग्रेस कुशासन की। फैसला आपको करना है। सुशासन चाहिए या कुशासन। विकास चाहिए या विनाश। शांति चाहिए या तनाव। सोचिए और फिर भाजपा को वोट दीजिए। वरना गुजरात में भी राजस्थान जैसे हालात हो जायंेगे। गुजरात के भाईयों, देश में कांग्रेस की सरकार है, इसलिये कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि कड़ी से कड़ी जोड़ने के लिए गुजरात में भी कांग्रेस को वोट दो। कांग्रेस ने राजस्थान मंे भी लोगों से कड़ी से कड़ी जोड़ने के नाम पर वोट मांगे थे। राजस्थान में देश और प्रदेश की कांग्रेस सरकारों के बीच कड़ी से कड़ी तो जुड़ गई, पर लोगों के लिए वह कड़ी हथकड़ी बन गई।
भाजपा शासन के दौरान जो राजस्थान विकास में गुजरात का हमजोली था आज कड़ी से कड़ी जुड़ने के बाद देश में 16वें स्थान पर है। आये दिन मुख्यमंत्री जी राजस्थान को विशेष दर्जा देने की मांग करते रहते हैं। लेकिन केन्द्र में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद भी राजस्थान की आवाज कोई नहीं सुनता। इसलिये गुजरातवासियों कड़ी से कड़ी जोड़ने की भूल मत करना।
गुजरात में चुनाव जीतने के मुद्दों को लेकर कांग्रेस में काफी जद्दोजहद रही। कांग्रेस के रणनीतिकारों ने गुजरात की भाजपा सरकार को किसान विरोधी बताने का षड़यंत्र रचा। लेकिन इसके लिए उन्हें एक ऐसे किसान के चित्र की जरूरत थी, जो देश में सबसे ज्यादा बदहाल दिखाई दे। तहकीकात हुई तो पता लगा राजस्थान का किसान ही सबसे ज्यादा बदहाल है। गुजरात की भाजपा सरकार को बदनाम करने के लिए कांग्रेस ने अपने विज्ञापन में राजस्थान के बदहाल किसान का फोटो लगा दिया। इसी से अंदाजा लगा लीजिये कि कांग्र्रेस शासित राजस्थान में किसानों की क्या स्थिति है। आज देश के 92 प्रतिशत लोग मानते हैं कि भारत की अर्थ व्यवस्था की दुर्दशा के लिए मनमोहन सरकार जिम्मेदार है। यह एक अन्तर्राष्ट्रीय सर्वे की रिपोर्ट है।
महंगाई कम नहीं हो रही और हमारे प्रधानमंत्री कहते है कि पैसा पेड़ पर नहीं लगता। कांग्रेस समझ ले कि वोट भी पेड़ों पर नहीं लटकते। वोट तो जनता के हाथों से ही डाले जायेंगे। अब भ्रष्टाचार की बात करते हैं। हमारे लिए इससे ज्यादा शर्म की और क्या बात होगी कि अमेरिका के प्रसिद्ध अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भ्रष्ट सरकार का मुखिया तक बता दिया। हकीकत तो यह है कि कांग्रेस देश में भ्रष्टाचार और मंहगाई की सुनामी लेकर आई है।
इसलिये भाजपा को वोट दे, नरेन्द्र मोदी को गुजरात की कमान सौंपे ताकि गुजरात देश और दुनिया में और अधिक ऊंचाइयां छू सके। और अधिक आत्म निर्भर बन सके।
-महेन्द्र भारद्वाज
प्रेस सलाहकार, नेता प्रतिपक्ष,
राजस्थान विधानसभा
Aap ko dhanywaad. thanks sir ji