पृथ्वीराज फिर ईक बार, पधारो म्हारे देश

यशस्वी हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर के अवसर पर पृथ्वीराज फाउंडेशन की ओर से ऑनलाइन रचनात्मक गतिविधि के द्वारा उनका स्मरण किया गया। इस तहत संस्था के सदस्यों ने मंगलवार पृथ्वीराज चौहान को समर्पित स्लोगन लिखे जिसमे उनकी शौर्यगाथा, पराक्रम, स्वाभिमान और साहस को प्रदर्शित किया।

अजयमेरू अब बदल गया है,
सुन लो राय पिथौरा।
कभी कभी स्वर्ग से उतरो,
करो यहां का दौरा ।।
डॉ. पूनम पण्डे

धन्यभाग जो पाया जन्म पृथ्वीराज की नगरी में,
सुन आपकी गौरवगाथा सिंह सा स्वाभिमान जागृत होता हर मन मे ।
संजय शर्मा

मां चामुंडा का करते थे वह पूजन अर्चन
दुश्मन भी करते थे जिनका महिमा मंडन
शूरवीर वो वीर धनुर्धर पराक्रमी थे,
पृथ्वीराज वो अजयमेरु के बाहुबली थे।
दीपक शर्मा

कैसे लिखूं मैं उनकी गाथा
कहाँ से लाऊं मैं वो शब्द शमशीर,
धरती माँ के सम्मान में
जिसने चलाएं थे शब्दभेदी तीर,
दुश्मन गौरी को जिसने चटाई थी धूल
सत्रह बार हराकर कहलाया वो वीर।
ऋषि राज सिंह

उन्हें राय पिथौरा कहूँ या कहूँ सम्राट पृथ्वीराज चौहान
जो भी हो, वो था हिंदुस्तान की आन, बान और शान।।
अनिल कुमार जैन

शब्दभेदी बाण वाले शूरवीर महान,
पृथ्वीराज चौहान वो है पृथ्वीराज चौहान।
संजय सेठी

अजमेर की वह शान है, रजवाड़ा का अभिमान है,
एक तीर से जिसने इतिहास लिखा, वह पृथ्वीराज चौहान है।
कमलेश पुरोहित

कलम से लिखूं
चाकू से लिखूं
कटार से लिखूं
या लिखूं तलवार से
पृथ्वीराज चौहान की शौर्य गाथा है
लिखूं कितने यशोगान से!!!
कुसुम शर्मा

अजयमेरू की धरती पर,कला के मुखरित नित् नए भेष,
हे पृथ्वी राज फिर ईक बार, पधारो म्हारे देश।
संदीप पांडे

धन्य धन्य है वीर पृथ्वी दिल्लीश्वर महान,
तेरी वीरगाथा सुन सदियों तक गर्व करेगी तेरी संतान ।
रीनू शर्मा

कण कण करता जिनका यशोगान
वो है पृथ्वी राज चौहान ।
ऋतु धमीजा

error: Content is protected !!