अजमेर। अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने प्रदेश में कांग्रेस के चार साल को घोर निराशाजनक बताते हुए कहा कि राजस्थान में विकास की गाडी का पहिया थम सा गया है तथा प्र्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नजर नहीं आती साथ ही महंगाई व बेरोजगारी बढ़ने से आम आदमी का जीवन दूभर हो गया है।
देवनानी ने गहलोत सरकार पर विज्ञापनों व थोथी घोषणाओं के माध्यम से कोरी वाहवाही लूटने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के कुप्रबंधन के कारण प्रदेश के किसान, उद्योगपति, व्यापारी व आमजन चार वर्षो में पर्याप्त बिजली के लिए तरस गये, यहंा तक की सर्दीयों के मौसम में भी कटौति की मार सहन करनी पड़ी है, जबकि बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि व खराब मीटरों के कारण बढ़कर आऐ बिलों द्वारा जनता को खूब लूटा गया है। प्रदेश में आज 1.20 लाख शिक्षकों की आवश्यकता है जबकि सरकार ने 41 हजार शिक्षकों की भर्ती के विरूद्ध मात्र 30 हजार शिक्षकों की भर्ती की है तथा इस दौरान 60 हजार शिक्षक तो प्रदेश में सेवानिवृत हो चुके है। प्रदेश में प्राथमिक स्कूल से लेकर महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों के कारण प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की दयनीय हालत है। हत्या, लूट, डकैती, चैन स्नेचिंग की घटनाऐं आम हो गयी है तथा महिला उत्पीड़न व बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के कारण प्रदेश का आम जन स्वंय को असुरक्षित महसूस करने लगा है। निःशुल्क दवा वितरण की व्यवस्था करने वाली सरकार गांवों व शहरों में चिकित्सक नियुक्त नहीं कर पायी है।
देवनानी ने कांग्रेस सरकार पर अजमेर की घोर उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने शहर को कोई नयी सौगात नहीं दी उलटे भारतीय सर्वेक्षण विभाग, पीडब्ल्यूडी के नेशनल हाइवे डिवीजन सहित महत्वूपर्ण विभागों का स्थानान्तरण अन्यत्र कर अजमेर के महत्व को घटाने का कुप्रयास किया है। शहर की जल वितरण व्यवस्था के सुधार के लिए गत सरकार द्वारा बनाई गयी योजना को ठण्डे बस्ते में डालने के कारण आज आधे से ज्यादा शहर बीसलपुर में पर्याप्त पानी उपलब्ध होने के बाद भी पेयजल को तरस रहा है। शहर की पेराफेरी में स्थित अजयसर, खरेखड़ी, हाथीखेड़ा, माकड़वाली, लोहागल जैसे गांवों को बीसलपुर योजना से नहीं जोड़ा जा सका है।
शहर के ड्रेनेज सिस्टम व नालों के सुधार हेतु गत सरकार के समय बनी योजना को भी गोल कर दिया गया। अजमेर के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में गत भाजपा सरकार के समय कैथलैब बनवायी गयी थी तथा बाई पास सर्जरी हेतु आवश्यक कार्डियोथोरेसिक संेटर का निर्माण भी प्रारम्भ हुआ था, परन्तु सरकार द्वारा अस्पताल में कार्डियोसर्जन की नियुक्ति नहीं की जाने से संभाग के हृदय रोगियों को ईलाज के लिए आज भी अजमेर से बाहर धक्के खाने पड़ते है। चिकित्सकों के अभाव में उद्घाटन की रस्म अदायगी के बाद भी ट्रोमा सेंटर ढंग से सुचारू नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि सरकार की उपेक्षा के चलते शहर की सड़कों का चार वर्षो में बुरा हाल हो गया है। पिछले चार वर्ष से शहर का प्रमुख माकड़वाली रोड़ अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। सीवरेज के लिए खोदी गयी सड़को की कोई सुध नहीं ली जा रही है। ऐतिहासिक आनासागर झील से उठने वाली बदबू ने शहरवासियों व पर्यटकों को बहुत परेशान किया। शहर की यातायात व्यवस्था का बुरा हाल हो गया है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से पुस्तक मुद्रण आदि कार्य छीनकर जयपुर स्थित पाठ्य पुस्तक मण्डल को सौंपने तथा जयपुर में बोर्ड का भवन निर्माण करवाकर सरकार ने बोर्ड आफिस के अघोषित विखण्डन की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी तथा वर्तमान में बोर्ड अनियमितताओं व भ्रष्टाचार का केन्द्र बन गया है।
उन्होंने कहा कि इस सरकार के कार्यालय में अजमेर स्थित लोक सेवा आयोग की गरिमा व विश्वसनियता को भी ठेस पहुंची है। इसके द्वारा आयोजित हर परीक्षा व परिणाम को कोर्ट में चुनौति दी जा रही है ऐसा आरपीएसी के इतिहास में पहली बार हो रहा है। नगर निगम की लापरवाही के कारण गत दिनों अतिवृष्टि के दौरान शहर की कई इमारते ढह गयी जबकि शहर की अन्दरूनी घनी बस्तियों में निगम की मिलीभगत से कई अवैध निर्माण लगातार जारी है। नगर सुधार न्यास में भूमाफियाओं व दलालों का राज चल रहा है जबकि आमजन की फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है।
देवनानी चुनाव प्रचार हेतु गुजरात रवाना
अजमेर। अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी गुजरात विधान सभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में प्रचार के लिए मंगलवार को गुजरात रवाना हुए। देवनानी 12 से 15 दिसम्बर तक गुजरात में नरोड़ा विधानसभा क्षेत्र जहंा से अजमेर की बेटी डॉ. निर्मला वाधवानी भाजपा प्रत्याशी है तथा गांधीधाम, बड़ौदा आदि विधानसभा क्षेत्र में राजस्थानियों व सिंधी समाज के लोगों से सघन जनसम्पर्क व जनसभाओं को सम्बोधित कर भाजपा प्रत्याशियों के लिए समर्थन मांगेगे।
देवनानी के साथ गोविन्द रामनानी जयपुर, धमेन्द्र अरोड़ा उदयपुर, भागचंद इसरानी, चेतनदास गुरनानी, वासदेव परलानी, सुरेश कोडनानी, अशोक इसरानी आदि भी प्रचार में साथ रहेंगे।
For Rajasthan as a whole and Ajmer in specific, The Post Independence era has been disappointing. Be it Congress or BJP.