धन्यवाद दें उन मित्रों-स्वजनों को जिन्होंने ने आपको आपसे होने वाली गलतियों के बारे में समय से पहिले ही चेतावनी दी थी और आपको ऐसी गलती नहीं करने को कहा था|धन्यवाद दें उन मित्रों-स्वजनों को जिन्होंने आपको रचनात्मक एवं सकारात्मक तथा आशावादी कल्पनाओं को संजोये रखने को कहा था ।
धन्यवाद दें उन मित्रों-स्वजनों को जिन्होंने आपको अपने विचारों की आज़ादी को बनाये रखने के लिये प्रेरित किया था |
धन्यवाद दें उन मित्रों-स्वजनों को जिन्होंने आपको अभिमानी के वनिस्पत स्वाभिमानी बनने को कहा था |
कोरना के संक्रमन काल में अपने सहकर्मियों दोस्तों और स्वजनों के मुक्त कंठ से तारीफ करें और उन्हें धन्यवाद कहें | खुद मुस्कराए और दूसरों को मुस्करात दें |
डा.जे.के.गर्ग,
सन्दर्भ—मेरी डायरी के पन्ने,संतों के प्रवर्चन |