अजमेर 16 जून। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 18 जून से प्रारम्भ होने वाली शेष रहीं परीक्षाओं की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए बोर्ड ने इन परीक्षाओं के लिए परीक्षार्थियों के हित में कई सुरक्षात्मक कदम उठाये है। बोर्ड ने सभी परीक्षार्थियों, केन्द्राधीक्षकों, वीक्षकों और परीक्षा से जुडे कार्मिकों को निर्देश दिये कि परीक्षा केन्द्र पर बिना मास्क के प्रवेश वर्जित होगा। परीक्षार्थी एक घण्टा पूर्व परीक्षा केन्द्र पर आवश्यक रूप से पहंुचे और परीक्षा पूर्व एवं परीक्षा पश्चात् सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करे। परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों की बैठक व्यवस्था में भी सोशल डिस्टेंसिंग रहे, इसलिये पूर्व परीक्षा केन्द्रों के प्रत्येक कक्ष के 40 प्रतिशत परीक्षार्थियों को अन्य कक्षों या पास के विद्यालय में उप केन्द्र बनाकर शिफ्ट किया गया है। सभी बोर्ड परीक्षा केन्द्रों पर समस्त परीक्षार्थियों की परीक्षा से पूर्व थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जा रही है। बोर्ड द्वारा सभी परीक्षा केन्द्रों को 32 लाख रूपये का बजट सेनेटाईजर खरीदने के लिए जारी किया गया है। जो परीक्षा केन्द्र लॉकडाउन के दौरान कोरेन्टाइन सेन्टर के रूप में उपयोग में लिये गये है, उन्हें जिला परीक्षा संचालन समिति के द्वारा स्थानीय निकायों के माध्यम से सेनेटाईज कराया गया है।
बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डी.पी. जारोली ने बताया कि गुरूवार से प्रारम्भ होने वाली परीक्षाओं के लिए 521 नये परीक्षा उप केन्द्र बनाये है, इनमें सीनियर सैकण्डरी परीक्षार्थियों के लिए 35 परीक्षा उप केन्द्र भी है। ये उप केन्द्र निजी विद्यालय, राजकीय विद्यालय एवं अन्य वैकल्पिक स्थानों पर होंगे। इस प्रकार बोर्ड की शेष रहीं परीक्षाये अब 5685 मुख्य परीक्षा केन्द्र और 521 उप केन्द्रों पर आयोजित होंगी। नवीन उप केन्द्रों पर परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों के परीक्षा प्रवेश पत्र पूर्व में ही बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किये जा चुके है, इन प्रवेश पत्रों में नवीन परीक्षा कार्यक्रम भी अंकित किया गया है। पूर्व में जारी प्रवेश पत्र यदि किसी परीक्षार्थी से खो गया है तो वे परीक्षार्थी विद्यालय के माध्यम से बोर्ड की वेबसाइट से प्रवेश पत्र डाउनलोड कर प्राप्त कर सकते है।
उन्होंने बताया कि जो परीक्षार्थी राज्य से बाहर होने तथा परिवहन साधन उपलब्ध नहीं होने के कारण परीक्षा देने आने में असमर्थ हो अथवा परीक्षार्थी कोरोना पोजिटिव होने या अन्य कारणों से कोरेन्टाईन होने या अन्य किसी आकस्मिक दुर्घटना घटित होने के कारण परीक्षा देने में असमर्थ हो ऐसे सभी परीक्षार्थियों की परीक्षा पूरक परीक्षा के साथ ली जायेगी। परन्तु ऐसे परीक्षार्थियों को परीक्षा में नहीं उपस्थित होने की कारण सहित सूचना परीक्षा प्रारम्भ होने से पूर्व आवश्यक प्रमाण पत्र के साथ केन्द्राधीक्षक या विद्यालय के माध्यम से देनी आवश्यक है। ऐसे सभी परीक्षार्थी मुख्य परीक्षा के रोल नम्बर से ही पूरक परीक्षा में सम्मिलित हो सकेंगे।
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लेने वाले परीक्षार्थियों को दृष्टिगत रखते हुए बोर्ड ने परीक्षा परिणाम शीघ्र घोषित करने की दृष्टि से सैद्धांतिक परीक्षाओं के प्राप्तांक सीधे परीक्षकों से ऑनलाईन मंगवाये गये। इसके प्रथम चरण में लॉकडाउन से पूर्व ही परीक्षाओं के अंक ऑनलाईन भरवाये जाने का 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। द्वितीय चरण में शेष रहीं परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिओं के मूल्यांकन के बाद ऑनलाईन अंक प्राप्त किये जायेगंे। बोर्ड ने सभी परीक्षकों से अपील की है कि वे शीघ्र उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर ऑनलाईन अंक भरे। बोर्ड ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि अब परीक्षकों को मूल्यांकन हेतु 300 उत्तरपुस्तिकायें मूल्यांकन हेतु दी जायेंगी। पूर्व में 450 उत्तरपुस्तिकायें प्रति परीक्षक मूल्यांकन हेतु दी जाती रहीं है। कम उत्तरपुस्तिकायें देने से मूल्यांकन कार्य जल्दी पूर्ण होगा।
डॉ. जारोली ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए ऐसे नेत्रहीन परीक्षार्थी और विशेष योग्यजन परीक्षार्थी जो लिखने में असमर्थ है, तथा जिन्हें मेडिकल प्रमाण पत्र में 75 प्रतिशत विकलांगता के आधार पर श्रुतलेखक उपलब्ध करवाया गया था, ऐसे परीक्षार्थियों को शेष रहीं परीक्षाएँ देने से मुक्ति प्रदान की गई है। ऐसे परीक्षार्थियों की पूर्व में ली गई परीक्षाओं के औसत प्राप्तांकों के आधार पर परिणाम जारी किया जायेगा। बोर्ड ने ऐसे परीक्षार्थियों को सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए शिथिलता प्रदान की है।
डॉ. जारोली ने बताया कि नकल एवं अनुचित साधनों की रोकथाम के लिए बोर्ड स्तर पर 60 विषेष उड़नदस्ते भी तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारियों के द्वारा 125 उडनदस्तें भी तैनान किये गये है। 09 उडनदस्तें संयुक्त शिक्षा निदेशकों की देखरेख में गठित किये गये है। निदेशालय स्तर पर गठित उडनदस्ता भी पूरे राज्य में परीक्षा काल में निरीक्षण कार्य करेगा। सभी उड़नदस्तों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने जिले के नये बनाये गये परीक्षा उप केन्द्रों तथा सुदूरवर्ती परीक्षा केन्द्रों का गहन निरीक्षण करें और परीक्षा केन्द्र की बाह्य परिस्थितियों का भी जायजा ले।
उन्होंने बताया कि परीक्षार्थियों की समस्याओं के त्वरित निवारण हेतु बोर्ड कार्यालय में 13 जून से कन्ट्रोल रूम स्थापित किया जा चुका है। बोर्ड का कंट्रोल रूम चौबीसों घण्टे परीक्षा समाप्ति तक कार्यरत रहेगा। बोर्ड कंट्रोल रूम के टेलीफोन नंबर 0145-2632866, 2632867, 2632868 एवं फैक्स नम्बर 0145-2632869 तथा ई-मेल आई.डी. ddexamfirst@gmail.com पर परीक्षार्थी परीक्षा से संबंधित अपनी समस्या/शिकायत दर्ज करवा सकते है। कंट्रोल रूम में प्राप्त षिकायत का इन्द्राज कर उसकी क्रम संख्या षिकायतकर्ता को दी जायेगी ताकि षिकायतकर्ता उस क्रम संख्या से समाधान प्राप्त कर सके। इसी प्रकार सभी षिक्षा उप निदेषक (माध्यमिक) और प्रत्येेक जिले में जिला षिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) के कार्यालय में भी कंट्रोल रूम स्थापित किये गये हैं। इन कंट्रोल रूम का दूरभाष नंबर वही होगा जो जिला षिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) के कार्यालय का है।
बोर्ड अध्यक्ष जारोली ने परीक्षार्थियों की तैयारियों के संबंध में बोर्ड अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में बोर्ड सचिव-अरविन्द कुमार सेंगवा, वित्तीय सलाहकार- आनन्द आशुतोष, निदेशक (गोपनीय)- जी.के. माथुर, उपनिदेशक-कमल गर्ग और राजेन्द्र गुप्ता भी उपस्थित थे।
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