नई दिल्ली, दिसंबर, 2020: बिल गेट्स और अनिल अग्रवाल ने भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (एमओडबल्यूसीडी) की सहायता के लिए एक नई भागीदारी की घोषणा की है क्योंकि यह संयुक्त राष्ट्र के संवहनीय विकास के लक्ष्य 2 को हासिल करने की दिशा में कार्य कर रहा है, जिसका उद्देश्य साल 2030 तक सभी प्रकार की भूख और कुपोषण को समाप्त करना है।
एक दूसरे के कामों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए आज एक वर्चुअल बैठक के दौरान बिल गेट्स और अनिल अग्रवाल ने उनके इस साझा विश्वास को व्यक्त किया कि ज़मीनी स्तर पर गरीबी को दूर कर बच्चों और महिलाओं का भविष्य ज़्यादा सुरक्षित किया जा सकता है।
अनिल अग्रवाल फाउंडेशन का कार्यक्रम ‘प्रोजेक्ट नंद घर’ महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के समन्वय से बुनियादी सुविधाओं के आधुनिकीकरण और बाल कुपोषण मिटाने, इंटरैक्टिव शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल उपलब्ध कराने और कौशल विकास उपलब्ध कर महिलाओं के सक्षमीकरण द्वारा भारत में आंगनवाड़ी इकोसिस्टम में परिवर्तन ला रहा है।
आज घोषित की गई इस भागीदारी के परिणामस्वरुप अनिल अग्रवाल फाउंडेशन और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ बिल एवं मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन भागीदारी करेंगे और उत्तर प्रदेश राज्य में आंगनवाडियों के बड़ा बदलाव लाने और पोषण कार्यक्रमों को सशक्त करने के लिए संयुक्त रुप से निधि उपलब्ध कराएंगे।
इस बैठक के बाद, बिल गेट्स ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैंने पहले भी कहा है कि यदि मेरे पास जादू की छड़ी होती तो कुपोषण ऐसी एक समस्या है जिसे मैं तुरंत दूर कर देता। यह समस्या सारी दुनिया में लाखों महिलाओं और बच्चों को बर्बाद कर देती है। नंद घर द्वारा एक सार्थक तरीके से भारत के स्वास्थ्य एवं विकास के लक्ष्यों को आगे ले जाया जा रहा है, मुझे लगता है कि साथ मिलकर काम करके हम इसे और तेज़ी से आगे ले जा पाएंगे।”
अनिल अग्रवाल ने उन मूल्यों के बारे में बात की जिसे उन्होंने और बिल गेट्स ने आज हुई चर्चा के दौरान साझा किया। “बिल एवं मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन दुनियाभर में जिंदगियों में परिवर्तन लाने का कार्य कर रहा है। उनके द्वारा भारत में गरीबी दूर करने और कुपोषण मिटाने के लिए किया जा रहा कार्य वाकई सराहनीय है। उत्तर प्रदेश में नंद घर प्रोजेक्ट के लिए उनके साथ भागीदारी करते हुए हमें काफी खुशी हो रही है। मुझे पूरा भरोसा है कि हम उनके प्रयासों में योगदान दे सकते हैं ताकि भारत की कमजोर जनसंख्या की सहायता के लिए सामूहिक तौर पर हम ज़्यादा प्रभाव ला सकें। ”
इन दोनों वैश्विक दानकर्ताओं के एक साथ आने का महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति इरानी ने स्वागत किया है जिन्होंने बीएमजीएफ और अनिल अग्रवाल फाउंडेशन से कुपोषण मुक्त भारत निर्माण के प्रयासों में सहायता के लिए आगे आने का आव्हान किया था। श्रीमती स्मृति इरानी ने कहा “भारत सरकार प्रत्येक बालक के लिए एक स्वस्थ एवं अच्छी तरह पोषित जीवन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। कुपोषण की स्थिति में सुधार लाने के लिए बीएमजीएफ और अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की भागीदारी निश्चित रुप से लंबे समय तक रहने वाले प्रभाव लाएगी और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के सुपोषित भारत के विज़न को सशक्त करेगी। ”
अनिल अग्रवाल ने करीब एक दशक पहले उनकी संपत्ति का 75% अच्छे सामाजिक कार्यों के लिए देने की योजना के बारे में घोषणा की थी। अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के तत्वाधान में वेदांता ग्रामीण समुदायों के जीवन में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रमुख कार्यक्रम नंद घर महिलाओं और बच्चों को समग्र विकास के अवसर उपलब्ध कराकर 10 करोड़ से ज़्यादा महिलाओं और बच्चों के जीवन में बदलाव लाएगा। वेदांता द्वारा पहले ही भारत में अब तक 1700 नंद घरों की शुरुआत हो गई है और ज़मीनीस्तर पर महिलाओं और बच्चों के जीवन में सुधार लाने का कार्य किया जा रहा है।