शहीद किसानों के परिवार को एक- एक करोड़ की आर्थिक सहायता तत्काल दे सरकार: विजय पाल राव

अखिल भारतीय जाट युंवा विगं के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट विजय पाल राव ने किसान आंदोलन पर तिखी प्रतिक्रिया व्यत करते हुए कहां की सरकार को किसनो से वार्ता का ढोंग न करके सीधे-सीधे कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए । राव ने काहा कि कड़कड़ाती सर्दी में देशभर का किसान दिल्ली में डाटा हुआ है ।और सरकार उस वार्ता में उलझा कर अपनी बात जबरदस्ती से बनवाना चाहती है लेकिन किसान अपने अपने घरो से संकल्प लेकर निकला है कि वह अपनी मांगों को मनवा कर ही लौटेगा ।उन्होंने दिल्ली सीमा पर होने वाली किसानों की मौत पर दुख व्यक्त किया विजयपाल राव ने कहा कि यह सरकार भावनाशून्य हो गई। बुजुर्ग किसानों की मौत के बाद भी सरकार अपनी तानाशाही पर अड़ी हुई है। एडवोकेट विजयपाल राव जाट युवा विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान शहीद होने वाले किसानों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता तत्काल दी जाए। राव ने कहा कि किसान आम आदमी नहीं है यह देश के अन्नदाता है। उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए राव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने ऐसे ही जय जवान जय किसान का नारा नहीं दिया था उन्हें किसान का महत्व मालूम था ।आज य प्रधानमंत्री पद पर ऐसे निर्दयी व्यक्ति विराजमान है जिसे किसानों की मौत पर जरा भी अफसोस नहीं हो रहा है ।उन्होंने कहा कि अब तक किसान आंदोलन के दौरान लगभग 22 किसानों की मौत हो चुकी है सरकार बताए कि वे और कितने किसानों की बली लेगी । उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को चेतावनी दी कि आंदोलन के दौरान एक एक किसान की सहादत महंगी पड़ेगी।राव ने कहा कि अभी वक्त है कि सरकार किसानों से माफी मांग कर किसान बिलों को तत्काल वापस ले ले।

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