भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि केन्द्र की जांच पूरी होने तक अजमेर स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगे ताकि जो गैरबाजिक कार्य वहां चल रहे है उन पर तुरंत प्रभाव से समीक्षा कर निर्णय किया जा सके।
देवनानी ने कहा कि केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा अजमेर स्मार्ट सिटी के कार्यो की अनियमितता, उपयोगिता, गुणवत्ता एवं वित्तीय आर्थिक की जांच के आदेश दिए थे। आदेश के बाद आज केन्द्र सरकार हरकत में आई व उसने राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा अपने नेताओं को उपकृत करने के उद्धेश्य से राज्य की स्मार्ट सिटियों में नियुक्त निदेशकों की नियुक्ति पर लगा दी। ऐसा सराहनीय कार्य करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय मंत्री हरदीपसिंहपुरी का बहुत बहुत अभिनंदन।
उन्होंने कहा कि आनासागर झील को मिट्टी डालकर भरा जा रहा है। सेवन टेंडर्स द्वारा उसमें कंकरीट की दीवारें खडी की जा रही है। स्मार्ट सिटी मिशन में प्रशासन द्वारा स्वीकृत कार्यों को निरस्त कर उनके स्थान पर आननफानन में अन्य निर्माण करा जा रहे है। चैपाटी के चारों ओर प्रशासन की मिलीभगत के चलते भूमाफियों द्वारा धडल्ले से अवैध निर्माण कराया जा रहा है जिनमें कुछ सरकारी कार्यालर्यों का निर्माण भी सम्मलित है। स्मार्ट सिटी निर्माण के पीछे अजमेरवासियों को 24 घण्टे घर-घर पेयजल, सिवरेज, साफ स्वच्छ सडक, ड्रेनेज सिस्टम इत्यादि मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना उद्धेश्य था जो कहीं न कहीं गौण हो चुका है जिसकी पोल पहली बरसात में खुल चुकी है। उनके स्थान पर सरकारी स्तर में सुविधा देने वाली योजनाएं प्राथमिकता हो गई है। निर्माण कार्य में घटियां निर्माण सामग्री का उपयोग आमबात हो चला है। ऐसे अनेक अवैध कार्य अजमेर स्मार्ट सिटी में धडल्ले से चल रहे हैं जिन पर केन्द्र की जांच पूरी होने तक तुरंत प्रभाव से रोक लगाने की सख्त आवश्कता है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी सबके सामने आ सके।