डीएसपी इनवेस्टमेंट मैनेजर्स ने इक्‍वल वेट स्ट्रैटजी पर बेस्‍ड भारत के पहले ईटीएफ की लिस्टिंग का जश्‍न मनाने के लिए ने बेल रिंगिंग समारोह का आयोजन किया

मुंबई, 17 नवंबर, 2021: डीएसपी इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स ने सोमवार को एनएसई पर निफ्टी 50 इक्‍वल वेट इंडेक्स पर बेस्‍ड भारत के पहले एक्सचेंज ट्रेडेड फंड – डीएसपी निफ्टी 50 इक्‍वल वेट ईटीएफ की लिस्टिंग का जश्‍न मनाने के लिए बेल रिंगिग समारोह का आयोजन किया। इस आयोजन के दौरान डीएसपी म्‍यूचुअल फंड के प्रबंध निदेशक और सीईओ कल्पेन पारेख, डीएसपी म्‍यूचुअल फंड के पैसिव इन्वेस्टमेंट्स एंड प्रॉडक्ट्स के प्रमुख अनिल घेलानी, एनएसई में इंडाइसेस एंड डेटा के सीआईओ मुकेश अग्रवाल, बेंचमार्क म्‍यूचुअल फंड के पूर्व संस्थापक संजीव शाह उपस्थित रहे।
एक समान भार सूचकांक (इक्‍वल वेट इंडेक्‍स) में उसके प्रत्येक स्टॉक को समान भार प्राप्त होता है। इस प्रकार, यदि रणनीति निफ्टी 50 पर लागू होती है, तो समान भारित सूचकांक (इक्‍वल वेटेड इंडेक्‍स) निफ्टी 50 के समान 50 कंपनियों का मालिक होगा और वर्तमान मार्केट कैप वेट डिजाइन के विपरीत प्रत्येक कंपनी के लिए 2% भार होगा, जहां कुछ शेयरों को 9-10% जैसे बड़े वेट मिलते हैं, वहीं कुछ अन्य स्टॉक्स को केवल 0.3% भार मिलता है। यह सूचकांक में सभी कंपनियों को शीर्ष 10 पर अत्यधिक निर्भर होने के बजाय रिटर्न में योगदान करने का एक समान मौका देता है। डीएसपी इक्‍वल निफ्टी 50 ईटीएफ, अपनी कार्यप्रणाली के कारण, निफ्टी 50 इंडेक्स की तुलना में बेहतर सेक्‍टर और स्टॉक विविधीकरण प्रदान करना है।
डीएसपी इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के प्रबंध निदेशक और सीईओ कल्पेन पारेख ने कहा, “डीएसपी भारत में इक्‍वल वेट स्ट्रैटेजी (समान भार रणनीति) का उपयोग करते हुए पैसिव फंड लॉन्च करने वाला पहला मूवर रहा है और हम देश में निफ्टी 50 इक्‍वल वेट इंडेक्स पर नज़र रखने वाला पहला ईटीएफ लॉन्च करने के लिए उत्साहित हैं। जब हमने वैश्विक स्तर पर समान भार सूचकांक की इस अवधारणा का अध्ययन किया, तो हमने देखा कि लंबी अवधि में समान भारांक बाजार पूंजीकरण भारित सूचकांकों की तुलना में बेहतर रिटर्न अर्जित करता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि केवल कुछ शीर्ष कंपनियों के बजाय सभी कंपनियों को भाग लेने का मौका मिलता है। इस तरह की रणनीति में अंडरपरफॉर्मेंस का अपना चरण होता है, जब हाल के पांच वर्षों में अर्थव्यवस्था के मुनाफे का लाभ चुनिंदा कंपनियों को ही मिला। हालांकि, लंबी अवधि में जैसे-जैसे क्षेत्रों में अच्छी कंपनियां बढ़ती हैं और मूल्य पैदा करती हैं, एक समान भार रणनीति सूचकांक में प्रत्येक कंपनी को सार्थक भार देती है। समान भार यह भी सुनिश्चित करता है कि किसी भी समय सबसे अधिक स्वामित्व वाला क्षेत्र जोखिम से मुक्त हो।”

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