भारत में 10 स्टार्टअप्स और सामाजिक उद्यमों को मिलेगा सहयोग
नई दिल्ली, नवंबर, 2021 – एक्सेंचर (NYSE: ACN) और माइक्रोसॉफ्ट भारत में 10 स्टार्टअप्स का समर्थन कर रहे हैं। यह स्टार्टअप्स सामाजिक प्रभाव और सस्टेनेबिलिटी पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिससे उन्हें अपने उभरते समाधानों और कारोबारी मॉडलों का दायरा बढ़ाने में मदद मिलती है। प्रोजेक्ट एम्प्लीफाई नामक संयुक्त पहल एशिया पैसिफ़िक क्षेत्र में फैली हुई है और पूरे क्षेत्र से 33 स्टार्टअप्स की वृद्धि को गति देती है। यह पहल 2020 में दक्षिण एशिया में लॉन्च गतिविधियों का विसतार करती है और सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, जापान, श्रीलंका और अन्य देशों के व्यापारिक उपक्रमों का स्वागत करती है। इस पहल का दीर्घकालिक लक्ष्य एशिया की क्षमता को गति देना और विविध सामाजिक चुनौतियों का समाधान करते हुए इस क्षेत्र और विश्व स्तर पर लाखों लोगों के जीवन में सुधार लाना है।
प्रोजेक्ट एम्प्लीफाई में भाग लेने वाले भारत के उद्देश्य-संचालित स्टार्टअप्स में जलजीविका, ईकुटीर, एवरवेल, फ्लक्सजेन, डॉक्टरनल, ब्रेनसाइट एआई, फ्रेश ऑन टेबल, फ्रेशआर, रॉकेट लर्निंग और ब्लिंक फाउंडेशन शामिल हैं। कार्यक्रम के लिए चुने गए इन स्टार्टअप ने प्रदर्शित किया है कि कैसे उनके उत्पाद, सेवा और संचालन एक महत्वपूर्ण सामाजिक या पर्यावरणीय समस्या को संबोधित करते हैं औरइन्होंने प्रभाव के शुरुआती संकेत दिखाए हैं।
भारत में प्रोजेक्ट एम्प्लीफाई के माध्यम से, सभी 10 स्टार्टअप्स नई-नई तकनीकों को एक्सेस कर सकेंगे और उन्हें एक्सेंचर और माइक्रोसॉफ्ट दोनों से तकनीकी जानकारी, विशेषज्ञता और सलाह पाने का भी का अवसर मिलेगा। कंपनियां स्टार्टअप्स को उनके समाधानों के प्रभाव और सामाजिक लाभ की पुन: कल्पना और विस्तार करने के लिए प्रूफ-ऑफ-कॉन्सेप्ट्स का परीक्षण और सत्यापन करने में मदद करेंगी।
एक्सेंचर के मैनेजिंग डायरेक्टर और टेक्नोलॉजी सस्टेनेबिलिटी इनोवेशन लीड संजय पोद्दार ने कहा, “सामाजिक उद्यमों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें उनके समाधानों का दायरा बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी और नवाचार विशेषज्ञता तक पहुंच भी शामिल है।” “एक्सेंचर और माइक्रोसॉफ्ट दोनों की तकनीकी विशेषज्ञता और नेटवर्क का लाभ उठाकर, हम इस अंतर को भरने में मदद कर सकते हैं। जैसे-जैसे ये सामाजिक उद्यम अपनी पहुंच का विस्तार करते हैं, हम अपने समुदायों में कमजोर समूहों की स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार देखने की उम्मीद करते हैं, जिन्हें सस्टेनेबिलिटी, हेल्थकेयर, शिक्षा और कृषि में सहयोग की आवश्यकता होती है।”
लथिका पई, कंट्री हेड, वेंचर कैपिटल और प्राइवेट इक्विटी पार्टनरशिप, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने कहा, “माइक्रोसॉफ्ट में, हम सह-नवाचारों और विश्वसनीय साझेदारियों के माध्यम से संगठनों और व्यक्तियों को और अधिक हासिल करने के लिए सशक्त बनाते हैं। हम स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और वित्त तक पहुंच बढ़ाने सहित भारत की कुछ सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रोजेक्ट एम्प्लीफाई में अधिकांश सामाजिक उपक्रम इन मुद्दों को हल करने पर केंद्रित है, और हम उन्हें उस तकनीक, विशेषज्ञता और इकोसिस्टम के साथ सहयोग देने में सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्हें अपना दायरा बढ़ाने और सार्थक बदलाव लाने के लिए इनकी जरूरत है। “मुझे विश्वास है कि माइक्रोसॉफ्ट के सही टूल्स और समर्थन से लैस, ये स्टार्टअप्स वैश्विक नवाचार के इंजन के रूप में भारत के भविष्य को विकसित और तेज कर सकते हैं। साथ ही सामाजिक प्रगति को बढ़ावा दे सकते हैं। एक्सेंचर के साथ सहयोग करने से मिशन-संचालित उद्यमों के आजीवन जुनून को हकीकत में बदलने में मदद मिलेगी। इससे भारत के लाखों लोगों के लिए सकारात्मक बदलाव आएगा।”
एक्सेंचर पर्यावरण और समाज के सामने आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों को हल करने के लिए तकनीकें लागू करने में स्टार्टअप्स की मदद पर फोकस करेगा। साथ ही संगठनों के सस्टेनेबिलिटी एजेंडा को आगे बढ़ाने पर भी ध्यान देगा। प्रोजेक्ट एम्प्लीफाई में माइक्रोसॉफ्ट की भागीदारी इसके ग्लोबल सोशल एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम का हिस्सा है, जिसे सामाजिक उद्यमों की मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह वैश्विक स्तर पर अच्छा करने में उनकी कंपनियों का निर्माण करने एवं उसका दायरा बढ़ाने में सहयोग देता है। ग्लोबल सोशल एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम योग्य स्टार्टअप को टेक्नोलॉजी, शिक्षा, ग्राहकों और अनुदान तक पहुंच प्रदान करता है।