सामूहिक दुष्कर्म पीड़ित युवती की हालत मंगलवार देर रात अचानक खराब हो गई। आपात स्थिति में विशेषज्ञ डॉक्टरों को अस्पताल बुला लिया गया है। डॉक्टरों ने युवती का वेंटिलेटर सपोर्ट बढ़ा दिया है और उसे बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उसकी सांस की गति भी तेज हो गई है। खबर लिखे जाने तक डॉक्टर उसके इलाज में लगे हुए हैं।
पीड़ित युवती के पिता व परिजन भी अस्पताल में मौजूद हैं। पीड़ित युवती की सेहत में पल-पल बदलाव हो रहा है। कभी हालत बिगड़ जाती है तो कभी सुधार दिखने लगता है। उसकी सेहत में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है। शाम पांच बजे डॉक्टरों ने दावा किया था कि उसका स्वास्थ्य सोमवार के मुकाबले बेहतर है। भारी मात्रा में प्लेटलेट्स, फ्रेश फ्रोजेन प्लाज्मा, डोनर प्लेटलेट्स (किसी से खून लेकर प्लेटिलेट्स) व खून चढ़ाने से प्लेटिलेट्स बढ़ा है। इसकी वजह से सुधार दिख रहा है। वह होश में है, इशारों में अपने माता-पिता से बात भी कर रही है। इसके अलावा उसके शरीर में आंतरिक रक्तस्त्राव कम हुआ है। चिंता की बात यह है कि शरीर व खून में संक्रमण कम नहीं हो रहा है। इस वजह से पीड़ित के शरीर में स्वत: खून नहीं बन रहा है। सुधार तभी माना जाएगा कि जब उसके शरीर में स्वत: खून बनने लगे।
सफदरजंग अस्पताल के सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. सुनील जैन ने कहा कि रविवार रात व सोमवार को उसके शरीर के आंतरिक हिस्सों में रक्तस्त्राव ज्यादा हुआ था। उसके शरीर में रक्त जमने की क्षमता में सुधार होने के कारण आंतरिक रक्तस्त्राव में कमी आई है। पर रक्तस्त्राव पूरी तरह बंद नहीं हुआ है। इसके अलावा प्लेटलेट्स काउंट 70 हजार से बढ़कर 81 हजार हो गया है। हीमोग्लोबिन भी ठीक है। सफेद रक्तकण में कल के मुकाबले मामूली गिरावट हुई है पर वह 5,800 है। उन्होंने कहा कि इन सुधारों का यह मतलब नहीं कि पीड़ित युवती खतरे से बाहर है। आइसीयू के प्रभारी डॉ. पीके वर्मा ने कहा कि मंगलवार को युवती का वेंटिलेटर सपोर्ट थोड़ा कम किया गया। पर वह इस हालत में नहीं है कि उसे वेंटिलेटर से हटाया जा सके। क्योंकि उसे सांस लेने में अभी तकलीफ है। इसलिए वेंटिलेटर हटाने का प्रयास भी नहीं किया गया है। वह आइसीयू में अभी भी वेंटिलेटर पर है। वह इशारों में अपनी माता-पिता से बातचीत कर रही है। उसके गले में ट्यूब लगी है। इसलिए अभी बोल नहीं सकती। उसे 102 से 103 डिग्री फारेनहाइट बुखार है। बिलरूबिन की मात्रा भी बढ़कर 7.7 हो गई है। फिर भी लीवर अभी तक ठीक काम कर रहा है। रविवार को हुई सर्जरी के बाद मंगलवार को सामान्य मात्रा में टोटल पैरेंटल न्यूट्रीशन (नसों के माध्यम) से कैलोरी दी गई।