-देवनानी ने 295 एवं कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत कर सरकार से की 24 घण्टे में पेयजल आपूर्ति की मांग।
-3.7 टीएमसी अतिरिक्त जल आपूर्ति करने के साथ बीसलपुर बांध के और विकल्पों पर भी विचार के दिए सुझाव।
-65 हजार उपभोक्ताओं को प्रतिमाह 15,000 लीटर पानी निःशुल्क उपलब्ध कराने के निर्णय को करें लागू।
भाजपा नेता, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने मंगलवार को विधानसभा में अजमेर से जुडी पेयजल समस्या का मुद्धा उठाते हुए रोज पेयजल आपूर्ति करने की मांग की। देवनानी ने कहा कि गर्मी ने अभी चहलकदमी शुरू ही की है कि अजमेर में पेयजल किल्लत की स्थिति सामने आने लगी है। शहर के बढते विस्तार और जनसंख्या घनत्व को देखते हुए रोज 24 घण्टे में नियमित पेयजल आपूर्ति आवश्यक है, जिस पर तत्काल विचार होना चाहिए।
देवनानी ने कहा कि अजमेर शहर में पेयजल समस्या सामान्यतः 12 माह रहती है, गर्मियों के दिनों में यह और भी बिकराल रूप ले लेती है। अभी गर्मी की शुरूआत ही है फिर भी शहर में जनता को पेयजल के लिए तरसना पड रहा है। जलदाय विभाग शहर में 48 घण्टे के अंतराल में पेयजल आपूर्ति कर रहा है और वह भी बेहद कम प्रेशर से जिसके चलते शहरवासियों को अभी से ही पेयजल समस्याओं से दो चार होना पड रहा है।
देवनानी ने कहा कि शहर सहित पूरे जिले का लगातार विस्तार हो रहा है जिसके चलते भी उतरोत्तर पेयजल की मांग बढने वाली है। इस स्थिति को भांपते हुए गत भाजपा सरकार ने नियमित पानी की आपूर्ति हेतु चंबल एवं ब्राह्मी नदी से पानी अजमेर लाने की योजना बनाई लेकिन कांग्रेस ने सत्ता में बैठते ही योजना को ठण्डे बस्ते में डाल दिया। चंबल एवं ब्राह्मी नदी से पानी लाने की योजना एक महत्वकांक्षी योजना है जिस पर दलगत राजनीति से उपर उठकर कांग्रेस सरकार को काम करना चाहिए।
पेयजल पर लगाए कटौती प्रस्ताव पर बोलते हुए देवनानी ने कहा कि पेयजल किल्लत की स्थिति शहर के साथ पूरे जिले में बराबर है। बीसलपुर से अजमेर को 5 टीएमसी एवं जयपुर को 11.2 टीएमसी पानी आरक्षित किया हुआ है। पेयजल की यह मात्रा वर्ष 2021 की आवश्यकतानुसार निर्धारित की गई है। वर्तमान में जल जीवन मिशन के अंतर्गत नई परियोजनाएं आरंभ होने से अतिरिक्त पानी की मांग की जा रही है। इन सबको देखते हुए अजमेर शहर सहित पूरे जिले के लिए बीसलपुर से 3.7 टीएससी अतिरिक्त पेयेजल आपूर्ति करने की आवश्यकता है। अजमेर जिले के लिए बीसलपुरा बांध से 3.7 टीएमसी अतिरिकत पानी का काटा बढाया जाए ताकि जिले की ग्रामीण एवं शहरी जनता को पेयजल किल्लत से राहत मिल सके।
विधानसभा कार्य संचालन एवं प्रक्रिया के नियम 295 पर बोलते हुए देवनानी ने कहा कि समय पर खराब मीटर नहीं बदलने एवं हरमाह बिलिंग नहीं कराने से अजमेर शहर के 65 हजार जल उपभोक्ताओं को पिछले 3 साल से आर्थिक नुकसान उठाना पड रहा है। साल पहले बजट में मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा की थी कि जिन उपभोक्ताओं का जल उपभोग एक माह में 15000 लीटर तक होगा, उनसे शुल्क नहीं वसूला जाएगा। इसके अतिरिक्त ऐसे उपभोक्ताओं से प्रतिमाह सीवरेज शुल्क (3.75) भी नहीं वसूला जाएगा। चूंकी जलदाय विभाग हर दो माह में पानी का बिल घरों पर भेजता है ऐसे में 30000 हजार लीटर पानी उपभोक्ताओं को मुफ्त मिलना चाहिए। अभी फिलहाल 1 लाख उपभोक्ताओं तक इसका फायदा पहुंच रहा है शेष 65 हजार उपभोक्ता आज भी इस घोषणा के लाभ से बंचित है। इन 65 हजार उपभोक्ताओं के मीटर या तो खराब है और यदि मीटर ठीक भी है तो उनकी रिडिंग और बिलिंग समय पर पूरी नहीं हो पा रही है जिसका खमियाजा उन्हें भुगतना पड रहा है। उपभोक्ताओं द्वारा जलदाय विभाग के महकमे को कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन समस्या का समाधान आज तक नहीं हो पाया है। विभाग ने न खराब पडे मीटरों के स्थान पर स्मार्ट मीटर लगाने की दिशा में कोई योजना बनाई और न उपभोक्ताओं को ऐसा करने के लिए प्रेरित किया गया जिसके चलते उपभोक्ताओं को फ्री की योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। 4-4 महीने का बिल एक साथ उपभोक्ताओं को जा रहा है जिसके चलते उपभोक्ताओं को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। देवनानी ने 65 हजार उपभोक्ताओं को प्रतिमाह 15,000 लीटर पानी निःशुल्क उपलब्ध कराने के मुख्यमंत्री के निर्णय को तत्काल लागू करें।