बार चुनाव : अध्यक्ष पद के त्रिकोणीय संघर्ष में किसको मिलेगी

केकड़ी 23 मार्च (पवन राठी)केकड़ी बार एसोसिएशन के तीन वर्षों बाद हो रहे चुनावो में अध्यक्ष पद पर त्रिकोणीय संघर्ष है।यह संघर्ष भूपेंद्र सिंह राठौड़ -सूर्यकांत दाधीच एवम गजेंद्र गर्ग के बीच होना है। इससे पूर्व अध्यक्ष पद के लिए सर्व सम्मति कायम करने का प्रयास किया गया था जो युवा एवम जोश खरोश उत्साह से लबरेज सदस्यों द्वारा असफल कर दिया गया था।अनेक सदस्यों द्वारा तो यंहा तक कह दिया गया कि 70 वर्षों में केवल 13 व्यक्तियों द्वारा अध्यक्ष पद ग्रहण किया गया था उस हिसाब से नई पीढ़ी के लिए तो बार अध्यक्ष पद सपने देखने से ज्यादा कुछ भी नही है।इस प्रकार से चुनाव का मार्ग प्रशस्त हो पाया था।
तीनो ही बार के 150 मतदाताओं को अपनी अपनी तरफ आकर्षित करने के हर संभव जतन में लगे हुए है।चुनाव प्रचार कोर्ट परिसर से निकल कर मतदाताओं के घरों तक पंहुच चुका है यानी कि डोर टू डोर कैंपेन शुरू हो चुका है। तीनो उम्मीदवार अपनी तरफ से कोई कसर बाकी नही छोड़ना चाह रहा है ।येन केन प्रकारेण मतदाताओं को लुभाने की कोशिशें जारी है।अनेक मतदाताओं द्वारा तीनो प्रत्याशियों से घोषणा पत्र(बार विकास)जारी करने की अपील की गई थी।उसके बाद चुनाव लड़ रहे गजेंद्र गर्ग द्वारा अपना चुनाव घोषणा पत्र जारी किया गया है जिससे उनका विजन सभी मतदाताओ के समक्ष आ चुका है।अब देखना यह है कि शेष दो प्रत्याशियों का घोषणा पत्र कब आता है ?जिससे कि डबल ग्रेजुएट मतदाताओं को बार के प्रति उनके विजन की जानकारी हो सके।चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के अलावा सभी मतदाताओं में भी भारी उत्साह चुनावो को लेकर दिख रहा है।चुनाव प्रचार ने सभी डबल ग्रेजुएट मतदाताओं को भी चिंतन एवम मनन करने को बाध्य कर दिया है।इसी कारण मतदान अधिक से अधिक करने की अपील भी कई सदस्यों द्वारा की जा चुकी है।
अब देखना यह है कि इन चुनावों में कोन किसको मात देने में कामयाब हो पाता है और अध्यक्ष पद पर एक वर्ष के लिए किसकी ताजपोशी हो पाती है जिसका सम्पूर्ण दारोमदार बार के 150 मतदाताओं पर है।
इस यक्ष प्रश्न का उत्तर फिलहाल तो भविष्य के गर्भ में दफन है।मतदान के बाद 25 मार्च को मतगणना पूर्ण होने पर ही मिल पायेगा।
हां इतना जरूर कहा जा सकता है कि बार अध्यक्ष पद के चुनाव को तीनों ही प्रत्याशियों द्वारा बहुत ही गंभीरता से लिया जा रहा है।

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