आदिनाथ जिनालय चंद्रनगर में धूमधाम से मनाया गया श्रुतपंचमी महापर्व

4 जून, 3022 / श्री दिगम्बर जैन महिला महासमिति अजमेर संभाग एवं युवा संभाग के तत्वावधान मे ब्यावर रोड़ स्थित चन्द्र नगर ईकाई के द्वारा श्रुतपंचमी (जिनवाणी दिवस) का दिन बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। श्री जी के अभिषेक व शांतिधारा के पश्चात सभी महिलाओ ने अपने सिर पर माँ जिनवाणी को लेकर नाचते-गाते जुलूस निकाला गया। अध्यक्ष शिखा बिलाला ने बताया कि ज्येष्ठ शुक्ल पंचमी का यह दिन बहुत ही पावन दिवस है। इसी दिन धरसेनाचार्य के शिष्य पुष्पदंत व भूतबलि ने षट्खंडागम जैन शास्त्र को लिपिबद्ध किया था। इसीलिए जैन परंपरा में आज के दिन मंदिरों में शास्त्रों की जिनवाणी माँ के रूप में पूजा होती है। बिलाला ने बताया कि कार्यक्रम के लिए कलश स्थापना ईकाई की अध्यक्ष लता जैन ने किया तथा शास्त्र स्थापना रीटाजी द्वारा किये गए। इस अवसर पर साधर्मी बंधुओं में निर्मला, राजेश, किरन, रागिनी, सुनीता मिथिलेश, रजनी, उमा, नीलम, सुधा, मीनू आदि ने शास्त्र स्थापना में अपना योगदान प्रदान किया एवं सभी महिलाओ ने शास्त्र शोभा यात्रा निकाली।

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