रेप के खिलाफ नौ दिन से अनशन पर किसान, हालत नाजुक

युवतियों से दुष्कर्म व यौन शोषण की घटनाओं पर चिंतित एक किसान ने सरकारी तंत्र के खिलाफ अपनी अहिंसक जंग छेड़ दी है। वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर बरेली से दिल्ली आए एक किसान को जब वारदात की भयावयता का पता चला तो उन्होंने ठान लिया कि अब वह चुप नहीं बैठेंगे। उसी दिन राजेश गंगवार जंतर-मंतर पहुंचे और अनशन शुरू कर दिया।

नौ दिन हो चुके हैं। हाड़ कंपकंपा देने वाली सर्दी में एक कंबल के सहारे लेटे गंगवार की हालत अत्यंत खराब हो गई है। इसके बावजूद उनके हौसले में कमी नहीं आई है। वह युवतियों की सुरक्षा के लिए ठोस कानून की मांग कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के बरेली के शास्त्री नगर निवासी 50 वर्षीय राजेश गंगवार ने दैनिक जागरण को बताया कि वह पेशे से किसान हैं और उनका एक बेटा और एक बेटी है। वह हर पिता की तरह अपनी बेटी को लेकर चिंतित तो हैं ही, मगर देशभर में आए दिन होने वाली यौन शोषण और दुष्कर्म जैसी घटनाओं को लेकर वह ज्यादा परेशान हैं।

गंगवार का कहना है कि जब तक सरकार दुष्कर्म जैसे अपराध में फांसी का प्रावधान नहीं करती और ऐसे मामलों का निपटारा करने के लिए दो से तीन माह का समय निर्धारित नहीं करती तब तक वह अनशन पर रहेंगे। इसके लिए सरकार तुरंत आपातकालीन सत्र बुलाए और देश के हर थाने में महिलाओं के मामले की सुनवाई के लिए अलग से महिला पुलिसकर्मी तैनात किए जाए। बरेली में ही अनशन क्यों नहीं किया तो बोले- बरेली में अनशन करता तो शायद जिला प्रशासन बात आगे नहीं बढ़ने देता, इसलिए दिल्ली आना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर आंदोलन खत्म हो गया तो सरकार इस मामले में कुछ नहीं करेगी।

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