*पूजा अर्चना से किसी जरुरत मंद का लाभ होना चाहिए : स्वामी राजेस्वरानंद*
देवोत्थान एकादशी तुलसी विवाह एवं खाटू श्याम बाबा के जन्मदिन पर स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज के सान्निध्य में निर्धन परिवार की दो कन्याओं का विवाह किया गया.
इस अवसर पर स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने कहा कि “हमारी पूजा पाठ अर्चना इस प्रकार से होनी चाहिए जिससे किसी जरूरतमंद को लाभ अवश्य पहुंचे और हम स्वयं आनंद को उपलब्ध हों।अश्वमेध यज्ञ की तुलना में किसी अभावग्रस्त कन्या का कन्यादान अधिक शुभफलदाई सिद्ध होता हैं।
स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने तुलसी विवाह पर निर्धन कन्याओं का विवाह करते हुए गोरख पार्क शाहदरा स्थित मंदिर श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में उपस्थित श्रद्धालाओं को संबोधित करते हुए कहा कि तुलसी संग शालिग्राम मात्र से ही नही बल्कि तुलसी रूपा कन्याओं का विवाह नर रूपी शालिग्राम से करके सनातन संस्कृति के उद्देश्य की पूर्ति होती है. उन्होंने आगे कहा कि तुलसी विवाह के पावन अवसर पर तुलसी रूपी वधु और शालिग्राम रूपी वर के दर्शन करके मन को बहुत प्रसन्नता प्राप्त होती है ।
इससे पूर्व मंदिर के मुख्य द्वार पर महिला सेवादारों द्वारा दोनो दुल्हों की आरती उतारी गई।अन्नदमयी माहौल में दोनो वर वधुओं ने स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी के मार्गदर्शन में एक दूसरे को वर माला पहनाईतथा वैदिक संस्कृति द्वारा विधिनुसार विवाह संपन्न हुआ।संस्थान द्वारा नव दंपतियो को घरेलू उपयोग के सभी सामानों व अन्य आवश्यक सामग्री के साथ साथ तुलसी भी उपहार स्वरूप भेंट की गई।
इसके अलावा नवदंपती जोडे के मंगलमयी वैवाहिक जीवन हेतु श्री श्याम प्रचार संघ द्वारा श्याम बाबा कीर्तन भजन किया गया तथा श्याम बाबा का जन्मदिन भी मनाया गया. तथा भंडारे का भी आयोजन किया गया.
राजमाता झंडेवाला मंदिर के सहप्रबंधक राम बोहरा ने बताया कि मंदिर संस्थान द्वारा हमेशा से ही सेवा कार्य आदि नियमित रूप से किये जाते रहे हैं उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा हर वर्ष लगभग सौ से भी ज्यादा गरीब कन्याऔं का विवाह संपन्न करवा कर कन्यादान किया जाता है. इसके अलावा अस्थिविसर्जन,
दाहसंस्कार आदि क्रियाएं नियमित रूप से सम्पन्न की जाती हैं.
राम बोहरा ने बताया कि संस्थान द्वारा नियमित रूप से भंडारे का आयोजन किया जाता है तथा प्रतिदिन दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर निर्धन लोगों के लिए भोजन व राशन आदि का भी वितरण किया जाता है. इसके अलावा जरुरत मंद परिवारों व व्यक्तियों को वस्त्र आदि भी वितरित किए जाते हैं. उन्होंने आगे विस्तार से बताया कि संस्थान द्वारा एंबुलैस व शववाहन की सुविधा भी दी जाती है. इसके अलावा कोरोना काल में संस्थान ने अनेक स्थानों पर जरुरत मंद व्यक्तियों व परिवारों को भोजन व राशन भी उपलब्ध कराया गया. साथ ही साथ ऑक्सीजन, दवाइयां, कोरोना पीडितों का इलाज एवं कोरोना पीडित मृतकों का दाहसंस्कार एवं अन्य क्रियाएं भी सम्पन्न की गईं.
