मित्तल हॉस्पिटल में हुई कैंसर की एडवांस सर्जरी

युवक के पैर के तलवे में बनी कैंसर की गांठ निकाली
कैंसर सर्जन डॉ अर्पित जैन ने किया आॅपरेशन

अजमेर, 23 दिसम्बर()। मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर में कैंसर रोग की एडवांस सर्जरी की गई। हॉस्पिटल के कैंसर सर्जन डॉ अर्पित जैन ने रेलवे से सेवानिवृत्त कर्मचारी किशोर सिंह के पैर के तलवे में बनी कैंसर की गांठ का आॅपरेशन कर रोग का उपचार किया। रोगी को कम से कम तकलीफ हो और जल्द से जल्द घाव भर जाए इसका ध्यान रखते हुए दूरबीन के जरिए सर्जरी की गई। इस सर्जरी में रोगी के जांघ से कैंसर की संबंधित अन्य गांठें निकाली गईं जो काफी जटिल थी। रोगी को हॉस्पिटल से छुट्टी दी जा चुकी है।
जानकारी के अनुसार मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित 67 वर्षीय किशोर सिंह रेलवे अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हुए थे। जहां से उन्हें उचित निदान के लिए मित्तल हॉस्पिटल रेफर किया गया। मित्तल हॉस्पिटल के जनरल फिजीशियन ने रोगी की जांच कर कैंसर सर्जन की सलाह लेना जरूरी बताया। कैंसर सर्जन डॉ अर्पित जैन ने रोगी की तकलीफ जानने और जांचने पर पाया कि रोगी के बाएं पैर में बनी कैंसर की गांठ के कारण तमाम पीड़ाएं हो रही हैं। उन्होंने पीड़ित के परिवारजन को सर्जरी के जरिए युवक की पीड़ा के स्थाई समाधान की सलाह दी।

डॉ अर्पित जैन
कैंसर सर्जन डॉ अर्पित जैन ने बताया कि रोगी के मधुमेह पीड़ित होने के साथ किडनी संबंधित अन्य बीमारी भी थी। लिहाजा पूर्व की बीमारियों से बाहर आने पर उनका कैंसर आॅपरेशन प्लान किया गया। पीड़ित के जांघ में स्थित गांठे निकाला जाना जटिल था। बड़े चीरे से आॅपरेशन करने पर घाव के देरी से भरने, पानी ज्यादा जाने, दर्द अधिक होने आदि परेशानियों को ध्यान में रखते हुए दूरबीन के जरिए आॅपरेशन किया गया। डॉ अर्पित जैन ने बताया कि ऐसा करना बहुत ही प्रवीणता (स्किलफुल) का काम है। यही वजह है कि देश में बहुत कम जगह ही इस तरह की सर्जरी की जाती है। उन्होंने बताया कि सभी सुपरस्पेशियलिटी चिकित्सा सेवाओं से जुड़ी आधुनिक सुविधाएं मित्तल हॉस्पिटल में एक ही छत के नीचे उपलब्ध होने से सर्जरी सुगमता से संभव हो गई। पीड़ित की चमड़ी भी खराब नहीं होने दी गई, उसके ड्रेन पाइप भी दो दिन में ही निकाल दिया गया। पीड़ित को स्वस्थ महसूस होने पर छुट्टी दे दी गई।

नहीं था मालूम की पैर के तलवे में है कैंसर की गांठ………..
पीड़ित किशोर सिंह ने ड्रेसिंग के लिए फोलोअप में आने पर बताया कि मित्तल हॉस्पिटल में उसे मिली चिकित्सा सेवा और सुविधा बहुत ही अच्छी रही। वह जल्द ही स्वस्थ महसूस करने लगे हैं। वे जब उपचार के लिए भर्ती हुए थे तो काफी उच्च रक्तचाप व अन्य परेशानियों से घिरे हुए थे। उन्हें इस बात का अहसास ही नहीं था कि वे कैंसर रोग की गिरफ्त में आ चुके हैं। मित्तल हॉस्पिटल में ही जांच के दौरान उन्हें इसका पता चला।

रोग आगे बढ़ने को लेकर नहीं करता इंतजार……….
कैंसर सर्जन डॉ अर्पित जैन ने कहा कि रोग आगे बढ़ने को लेकर इंतजार नहीं करता। रोगी को स्वयं ही जांचते रहना चाहिए कि उसे कहीं कोई तकलीफ तो नहीं है। यदि है तो वह समय गंवाए बिना किसी उपयुक्त डाक्टर से सलाह ले लेवे। रोगी यदि सतर्क है और नियमित चिकित्सक के सम्पर्क में रहता है तो उसे प्रारम्भिक अवस्था में ही उपचार देकर पीड़ा दूर की जा सकती है। अन्यथा पीड़ित को लम्बी, जटिल और दर्द कारक स्थिति से गुजरना पड़ता है। यह स्थिति समय, श्रम और धन सभी तरह से अधिक खर्चीली होती है।

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