सर्दी की ऐसी इन ठंडी- ठंडी रातों में,
गुनगुनाता और गीत गाता ही आता।
हेप्पी मेरी क्रिसमस, हेप्पी क्रिसमस,
कहता हुआ ढेरों गिफ्ट लेकर आता।।
हर साल ये आता थैला भरकर लाता,
ऐनी- पेनी, जाॅनी-जाॅन आवाज देता।
क्रिसमस आया यीशु याद हमें आया,
बच्चों को अनेंक खिलौने देकर जाता।।
ठण्ड कड़ाके की और साल जाने की,
सब मिलकर गाओ ये गाने तराने की।
आज बड़ा दिन बड़े ही दिनों से आया,
सांता क्लाज़ देख सबका मन हर्षाया।।
लाल है सूट और सफेद दाढी़ रखता,
मस्त मोला जैसे चाल यह है चलता।
रात में लाईट और तारों की है चमक,
केक से आऍं भिनी-भिनी सी महक।।
खिले हुएं रहते है सब बच्चों के चेहरे,
सजे क्रिसमस ट्री पर लाईट के पहरे।
यीशु के सेवक सबको प्रेम यह बांटते,
बच्चों को सबसे ज्यादा स्नेह ये करते।।
रचनाकार – ✍️
गणपत लाल उदय अजमेर राजस्थान
ganapatlaludai77@gmail.com