मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम के समधी और पूर्व पाक क्रिकेटर जावेद मियादाद को दिए वीजा ने सरकार के लिए सवालों का नया जंजाल खड़ा कर दिया है। एक तरफ जहां विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने मियादाद को वीजा दिए जाने के सरकार के फैसले का समर्थन किया है, वहीं शिवसेना ने कहा है कि मियादाद को वीजा दिए जाना दाऊद इब्राहिम को वीजा मुहैया कराने के समान है। शिवसेना और भाजपा ने इस मामले का जमकर विरोध किया है।
यही नहीं इसे लेकर कांग्रेस में भी बवाल मच गया है। विपक्ष दलों ने भी सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। हालांकि गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि मियादाद ब्लैक लिस्ट में नहीं हैं। लिहाजा, नियमानुसार ही उन्हें वीजा दिया गया है। सलमान खुर्शीद ने मियादाद को दिए गए वीजा के बचाव में कहा कि सरकार ने जो भी फैसला लिया है बिल्कुल सही लिया है। यह सरकार का अंदरूनी मामला है। वह जो चाहे जैसे चाहे फैसला कर सकती है। सरकार ने पूरी प्रक्रिया के साथ मियादाद को वीजा मुहैया कराया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के किसी भी नागरिक को वीजा से पहले गृह मंत्रालय की इजाजत ली जाती है। इस प्रक्रिया में विभिन्न एजेंसियों की भी राय शामिल होती है।
गृह मंत्रालय के इस फैसले के बचाव में उतरे गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने इस बारे में पूछे गए सवालों पर कहा कि मियादाद प्रतिबंधित नागरिकों की सूची में नहीं है। सिंह के अनुसार मियादाद जाने-माने खिलाड़ी हैं और वीजा आवेदन में उनके कागजात भी पूरी तरह ठीक थे। इसलिए उन्हें वीजा देने का फैसला लिया गया। कांग्रेस सांसद जगदंबिका पाल ने एतराज के साथ कहा है कि भारत में कई आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले के निकट संबंधी को वीजा देने से लोगों की भावनाएं आहत होंगी।
भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी का कहना था कि भारत में आतंकी घटना के मास्टर माइंड रहे दाऊद के किसी भी निकट संबंधी का यहां स्वागत नहीं हो सकता। पूर्व खिलाड़ी और भाजपा सांसद कीर्ति आजाद का कहना था कि सरकार कम से कम यह तो बताए कि मियादाद के भारत आने से दोनों देशों के रिश्ते किस तरह अच्छे होंगे। वर्ष 2005 में दोनों देशों के बीच खेली गई क्रिकेट श्रृंखला से पहले खबरें आई थीं कि अगर मियादाद आवेदन करते हैं, तो उन्हें वीजा से इन्कार किया जा सकता है।
गौरतलब है कि दिल्ली में 6 जनवरी को होने वाला भारत-पाक क्रिकेट श्रृंखला का फाइनल मैच देखने आ रहे हैं। पूर्व क्रिकेटर और पाक क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पदाधिकारी मियादाद की यात्रा पर विवाद शुरू हो गया है।