अब 33 विमान पार्क हो सकेंगे एयरपोर्ट पर
पूर्व में एयरपोर्ट पर 14 विमानों की थी क्षमता
अब 19 नए पार्किंग वे को DGCA ने दी मंजूरी
जयपुर: जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर विमानों की पार्किंग क्षमता में बढ़ोतरी हुई है। एयरपोर्ट पर 19 नए पार्किंग वे की कमीशनिंग को नागर विमानन महानिदेशालय यानी डीजीसीए ने मंजूरी दे दी है। इस तरह जयपुर एयरपोर्ट पर एप्रन (विमान पार्किंग ) क्षमता अब बढ़कर 33 विमानों की हो गई हैं। पूर्व में एयरपोर्ट पर मात्र 14 विमानों की पार्किंग क्षमता थी लेकिन अब एयरपोर्ट पर 33 विमान एक साथ पार्क हो सकेंगे। इसके साथ ही 7 और नए पार्किंग वे भी बनाया जाना प्रस्तावित हैं जिन पर बड़े विमानों की पार्किंग हो सकेगी । यह काम इस वर्ष से शुरू होना प्रस्तावित हैं
बढ़ते एयर ट्रैफिक और डायवर्सन के चलते नए पार्किंग वे को मंजूरी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हैं जो न सिर्फ एयरपोर्ट की क्षमताओं को विकसित करेगी बल्कि एयर ट्रैफिक बढ़ने में भी मददगार साबित होगी। नए पार्किंग वे का काम 2018 में शुरू हुआ था जो दिसंबर 2019 में पूरा कर लिया गया था । लेकिन कुछ तकनीकी तिक्कतों के कारण इनके उपयोग की मंजूरी नहीं मिल पा रही थी। एयरपोर्ट प्रशाशन ने 2022 में इन तकनिकी खामियों का बारीख़ी से अध्ययन कर इनका निवारण किया जिसके बाद DGCA ने अपनी मंजूरी प्रदान की। टैंगो टैक्सी के दोनों तरफ ये 19 नए पार्किंग वे बनाए गए हैं।
जयपुर एयरपोर्ट पर अभी तक 14 विमानों की पार्किंग क्षमता थी जिसमें कैटेगरी C और E तक के विमान खड़े हो सकते थे । कैटेगरी C यानी एयरबस 320 या बोइंग 737 विमान जिनमें 165 से लेकर 220 तक यात्री सफर कर सकते है। अब जयपुर एयरपोर्ट पर 19 नए पार्किंग वे कैटेगरी C के बनाए गए हैं इस तरह एयरबस 320 या बोइंग 737 विमानों की पार्किंग क्षमता बढ़ेगी।
एयरपोर्ट पर 7 और नए पार्किंग वे बनाया जाना भी है प्रस्तावित जो कैटेगरी E के होंगे तथा जिसका काम इस वर्ष शुरू होना प्रस्तावित हैं। कैटेगरी E में 250 से लेकर 420 तक यात्री क्षमता वाले विमान शामिल होते हैं। बोइंग 777, एयरबस 330, एयरबस 340 जैसे विमान कैटेगरी E में शामिल हैं। सात और पार्किंग वे बनने के बाद जयपुर एयरपोर्ट पर अगले साल तक 40 विमानों की पार्किंग व्यवस्ता होना प्रतावित हैं।