उत्तरप्रदेश में सत्ता संभाल रही समाजवादी पार्टी अब इस साल के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। पद्दोन्नति में आरक्षण का विरोध करने के कारण राज्य कर्मचारियों का एक बड़ा वर्ग सपा का समर्थन कर रहा है, इसके साथ ही सामान्य वर्ग एवं अल्पसंख्यक समुदाय के वोट बैंक में भी सपा सेंध लगाने की पूरी तैयारी में है। राजस्थान में पार्टी की मौजूदगी दर्ज कराने के लिहाज से उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 12 जनवरी को जयपुर आएंगे। पद्दोन्नति में आरक्षण का विरोध किए जाने के कारण सर्वण जातियों के कर्मचारी संगठन मिशन-72 की ओर से नागरिक अभिनंदन किया जाएगा। वहीं सपा की प्रदेश इकाई भी अभिनंदन कार्यक्रम में अल्पसंख्यक समुदाय की भीड़ जुटाने की तैयारी में जुट गई।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पंडित रामकिशन शर्मा ने दावा किया है कि अखिलेश यादव के जयपुर आने के बाद एक ऐसी हवा चलेगी जो राज्य में पार्टी के आश्चर्यजनक जीत की ओर ले जाएगी। वे यादव के जयपुर दौरे की तैयारियों के संबंध में शनिवार को मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में 50 से 60 स्थानों पर पार्टी का संगठनात्मक ढांचा मजबूत है। ऐसी सभी विधानसभा सीटों से पार्टी अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। उन्हें उम्मीद है कि 15 से 16 सीटों पर वे पहले या दूसरे नंबर पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि आपातकाल के बाद अचानक हवा चली और कांग्रेस साफ हो गई। उन्हें यादव के दौरे के बाद कुछ ऐसी ही हवा की उम्मीद है। यादव ने उत्तर प्रदेश में पदोन्नति में आरक्षण व्यवस्था को समाप्त किया है। उसका फायदा राज्य में पार्टी को मिलेगा।पार्टी के करीब 100 विधानसभा क्षेत्रों से कार्यकर्ताओं के आने की उम्मीद है।
पार्टी यहां यादव की नागरिक अभिनंदन करेगी। इसके बाद अपना घोषणापत्र तैयार किया जाएगा, जिसमें पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने संबंधी मुद्दा प्रमुखता से होगा। वे चाहे सत्ता में आएं या नहीं, लेकिन विधानसभा में इसके लिए लड़ाई अवश्य लड़ी जाएगी।