गुरु का दिया हुआ शब्द हमें सिमरन करते हुए परमात्मा की प्राप्ति कराता
श्री शान्तानंद व स्वामी हिरदाराम की चरण पादूका पूजन कर गुरू पूर्णिमा पूर्व मनाया
03 जुलाई। श्री शान्तानंद उदासीन आश्रम पुष्करराज, अजमेर द्वारा गुरू पूर्णिमा पर्व पर श्रद्धा व समर्पण के साथ पुष्कर स्थित आश्रम में जगतगुरू श्रीचंद जी का पूजन करते हुए, श्री शान्तानंद उदासीन व स्वामी हिरदाराम साहिब व स्वामी हरिराम साहिब की चरण पादुका व समाधि पूजन, हवन यज्ञ व आरती के साथ मनाया गया। राज्य व देशभर से आये अनुयायी ने महंत राममुनी व महंत हनुमानराम से आशीर्वाद प्राप्त कर प्रसाद प्राप्त किया व स्वामी जी की बनी जीवन यात्रा स्मारक का भ्रमण किया।
महंत हनुमानराम उदासीन ने देशभर से आये अनुयायिओं को प्रवचन देते हुए कहा कि हमें हमारा जीवन में रोशनी चाहिए तो हमें गुरू से सम्बन्ध जोड़ना आवश्यक है क्यों कि गुरू परमात्मा से मिलाने का सही मार्ग दिखाता है। इसलिए सेवा व सिमरन दोनों आवश्यक है, गुरु का दिया हुआ शब्द हमें सिमरन करते हुए परमात्मा की प्राप्ति कराता है। सांसरिक जीवन के सभी जिम्मेदारियों को निभाते हुए परमात्मा का सिमरन भी आवश्यक है, परमात्मा से सांसारिक चीज मांगने के बजाय भगवान से भगवान को मांगों तो मालिक तुम्हें अपना बना लेगा।
इस अवसर पर कंवल प्रकाश किशनानी, हरी चन्दनानी, प्रेम केवलरमाणी, डॉ. राजेन्द्र, प्रदीप वादवाणी, पारस लोंगाणी, मनीष प्रकाश, डॉ. जितेन्द्र, ईश्वर वादवाणी, हितेश आतवाणी, गौरांग गायत्री निर्वित, मोहित आसवाणी, कुनाल गांगुली, शंकर आयलाणी, किशोर टेकचन्दाणी, कमल, टेकचन्दाणी, विजय, जितेन्द्र बच्चाणी, साहिल आसवाणी, हनी जगियासी, राजु लेख्चन्दाणी, राजू माखीजा एवं देशभर से आए श्रद्धालु अपने परिवार सहित मौजूद रहे।
कंवल प्रकाश किशनानी
9829070059