-मूलचंद पेसवानी- भीलवाडा / राज्य की शिक्षा राज्यमंत्राी एवं जिले की प्रभारी श्रीमती नसीम अख्तर इंसाफ ने कहा कि बाल वैज्ञानिक अपनी प्रतिभा निखारकर देश विदेश में अपना नाम रोशन करें । बाल वैज्ञानिक देश के भावी वैज्ञानिक है एवं देश के भावी निर्माता है।
श्रीमती इंसाफ मांडल सिथत राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय में आयेाजित राज्यस्तरीय 45 वें विज्ञान एवं जनसंख्या व विकास मेले के उदघाटन समारोह को मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रही थी । उन्होने बाल वैज्ञानिकों का आव्हान करते हुए कहा कि पांच दिवसीय इस विज्ञान मेले में अच्छा सीख कर जाये और मिसाल कायम करें। उनहोने कहा कि राज्य सरकार ने गांव-गांव में विधालय खोले है और उनमें विज्ञान विषय को भी प्राथमिकता दी जा रही है। राज्य सरकार की मंशा है कि राज्य में शिक्षा का उजियारा हो और प्रदेश का विकास हो।
उन्होने कहा कि राजस्थान देश का पहला राज्य है जो इन्सपायर अवार्ड देता है। उन्होने कहा कि कम्प्युटर तकनीक का लोहा विदेश ने भी माना है। विज्ञान मेले हर जिले में लगाये जायें ताकि बाल वैज्ञानिक अपनी क्षमता से आगे बढ़कर देश का नाम रोशन कर सके। उन्होने पर्यावरण व शिक्षा पर विशेष जोर दिया। उनहोने कहा कि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिहाज से मुख्यमंत्राी ने 56000 बच्चों को लेपटोप देने की घोषण की है।
उन्होेने कहा कि जहां जहां भी विज्ञान विषय की जरूरत है बताये ताकि वहां विज्ञान विषय खोले जा सके। राज्य सरकार की ओर से पूरी मदद दी जायेगी । राज्य का बच्चा आधुनिक तकनीक से विज्ञान के माध्यम से जुड़कर देश विदेश में अपना नाम रोशन कर सके। राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्रा में कर्इ योजनाएं लागू कर रखी है। इस पांच दिवसीय विज्ञान मेले में राज्य के बाल वैज्ञानिक जुटे है। जो प्रदर्शनी एवं किवज के माध्यम से एक दूसरे की तकनीकी एवं ज्ञान के माध्यम से आगे बढ़कर भावी वैज्ञानिक बनेंगे एवं ज्ञान का आदान प्रदान होगा ।
उन्होने मांडल जेसे कस्बे में इस तरह के आयोजन के लिए आयोजकों को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की । बाद में मंत्राी महोदया ने बाल मेले में बाल वैज्ञानिको द्वारा लगार्इ गर्इ विज्ञान माडल प्रदर्शनी का मोली बंधन खोलकर उदघाटन किया व हवा में गुब्बारे उडाये। प्रदर्शनी में दिल्ली के तारामंडल की प्रदर्शनी विशेष आकर्षण थी। इस अवसरपर अतिथियों ने क्षितिज पुसितका का भी विमोचन किया।
समारोह की अध्यक्षता करतेहुए मांडल के विधायक व पूर्व मंत्राी राम लाल जाट ने कहा कि देश की पूर्व प्रधानमंत्राी श्रीमती इंदिरा गांधी का सपना था कि देश विज्ञान के माध्यम से तरक्की करे और देश का नाम उंचा हो। उनहोने जोविज्ञान मेले का बीजा बोया था वह वटवृक्ष की तरहं खड़ा हो रहा है। उन्होने कहा कि भीलवाड़ा का नाम माइन्स व कपड़े केलिए प्रमुखता से जाना जाता है। उन्होने कहा कि बाल वैज्ञानिक नवीनतम जानकारियां हांसिल कर अपनी प्रतिभा को निखारे। उन्होने बाल वैज्ञानिको के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए बधार्इ दी।
विशिष्ठ अतिथि पद से संबोधित करते हुए जिला प्रमुख श्रीमती सुशीला सालवी ने कहा कि यह बड़ी खुशी की बात है किइस मेले के आयोजन के लिए मांडल विधालय का चयन हुआ है। इस बाल वैज्ञानिक मेले से प्रतिभाये निखकर कर सामने आयेगी । आज विज्ञान की देन है कि कम्प्युटर का विकास हुआ है। इस मेले में बच्चों का मानसिक व शारीरिक विकास होगा ।उन्होने कहा कि मुख्यमंत्राी विज्ञान को आगे बढा रहे है । कम्प्युटर की शिक्षा
जरूरी है बच्चो का विकास विज्ञान से ही संभव है। बच्चों को विकास होगा तो देश का विकास होगा । उन्होने शिक्षा के स्तर को आगे बढ़ाने का आव्हान किया।
एसआर्इइआरटी उदयपुर के निदेश बी.एस. सान्दू ने कहा कि इस मेले के आयोजन हेतु 2.40 लाख रू0 एसआर्इइआरटी व 50 हजार रू0 राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराये जाते है। इस तरह मे मेले में सेमीनार के माध्यम से बच्चे व शिक्षक भाग लेते है। ग्रामीण क्षेत्रा में पोस्टर व किवज प्रतियोगिता आयेाजित कर साइंटिफिक एप्रोच डवलप हो यही मेले का उद्धेश्य है। प्रथम स्थान प्राप्त विधार्थी को राष्ट्रीय स्तर के मेले में भाग लेने का अवसर मिलता है।
मांडल विधालय के प्रधानाचार्य व मेला संयोजक सत्यनारायण जोशी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रा में मांडल में इस तरह का आयोजन नर्इ सोच है तथा राज्य के 33 जिलो से 627 छात्रा छात्रााये व लगभग 150 अध्यापक भाग ले रहे है। मेले में मोडल्स किवज प्रतियोगिता, वाद विवाद व पोस्टर प्रतियोगिता के विभिन्न आयोजन किये जायेंगे । मेेले का परिचय एसआर्इइआरटी उदयपुर के मेला प्रभारी दिनेश शर्मा ने दिया ।
मेला सचिव बनवारी लाल ओझा ने बताया किराजकीयउच्च माध्यमिक वि?ालय मांडल के तत्वावधान में आोजित होनेवाले इस बालवैज्ञानिक मेले में माडल प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिता, पत्र वाचन,पोस्टर वप्रष्नोतरी प्रतियोगिता होगी तथा शिक्षकों के लिए भी सेमीनार होगा।स्वागत व आभार मांडल पंचायत समिति के प्रधान गोपाल सारस्वत ने किया ।समारोह का सफल संचालन प्रतिष्ठा ठाकुर व भगवानसिंह राठोड ने किया। समारोह में रूपीदेवी कन्या महाविधालय एवं बाल विधा मंदिर मांडल की छात्रााओं ने आकर्षक नृत्य भी प्रस्तुत किये। मेले में
उपनिदेशक अजमेर श्रीमती मंजू दाधीच, सेन्टल कोआपरेटिव बैंक के अध्यक्ष भंवरूखां, मांडल सरपंच जगदीश जाट, जिला शिक्षा अधिकारी, अति0 जिला शिक्षा अधिकारी महावीर शर्मा सहित ग्रामवासी व बाहर से आये अध्यापक ,छात्रा छात्रााएं उपसिथत थे ।
मेले के दौरान 10 जनवरी को राजस्थानी संस्कृति से ओतप्रोत सांस्कृतिक संध्या का आयोजन शिक्षिका प्रतिष्ठा ठाकुर के निर्देशन एवं नेतृत्व में किया जायेगा।
