जयपुर, 6 दिसम्बर (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी वित्तीय वर्ष 2023-24 में ’’पाण्डुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना’’ में राजस्थान के 6 सिन्धी लेखकों की अप्रकाशित पाण्डुलिपियों को प्रकाशन सहयोग देगी। अकादमी अध्यक्ष डा.सुनील पारवानी ने बताया कि अकादमी की पाण्डुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना में राज्यभर के साहित्यकारों की प्राप्त पाण्डुलिपियों में से 6 श्रेष्ठ पाण्डुलिपियों का चयन किया गया है। इस योजना में प्रत्येक साहित्यकार को 20,000/- रू. की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी।
अकादमी सचिव योगेन्द्र गुरनानी ने बताया कि 11 पाण्डुलिपियों में से श्रेष्ठ चयनित पाण्डुलिपियों में जयपुर की डा.गायत्री की पाण्डुलिपि ’’रक्स’’, अजमेर की भविष्या सदारंगानी की पाण्डुलिपि ’’सिन्धी अबाणी बोलीं’’, अजमेर के ललित शिवनानी की पाण्डुलिपि ’’आर्य समाज जो इतिहास’’, अजमेर की श्रीमती सुलोचना भंभानी की पाण्डुलिपि ’’दाहर यां सिन्धु-ज़वाल’’, जयपुर की माया वसंदानी की पाण्डुलिपि ’’सिन्धी पहाका ऐं इस्तिलाहु (भाङो बियों)’’ एवं जोधपुर के हरीश देवनानी की पाण्डुलिपि ’’मुहिंजा दिलबर’’ सम्मिलित हैं।
(योगेन्द्र गुरनानी)
सचिव