मुंबई, दिसंबर, 2023: भारत के इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने वाली कंपनी, टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (टीपीईएम) ने आज देश के प्रमुख चार्ज पॉइंट ऑपरेटर्स (सीपीओ), चार्जज़ोन, ग्लिडा, स्टेटिक और ज़िऑन के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इन साझेदारियों के जरिये भारत के चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को और विकसित किया जाएगा। इस समझौते से देश के चार्जिंग इकोसिस्टम में इनमें से प्रत्येक ऑपरेटर की पैठ और बढ़ेगी। साथ ही इनको भारतीय सड़कों पर चल रही 1.15 लाख से ज्यादा टाटा ईवी पर आधारित टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के अनुभव का फायदा भी मिलेगा। टीपीईएम अपने ईवी मालिकों द्वारा सबसे ज्यादा बार इस्तेमाल किए जाने वाले स्थानों पर चार्जर स्थापित करने में इन चार सीपीओ की सक्रिय रूप से सहायता करेगा। साथ ही ग्राहक से जुड़े अपने अनुभव को चार्ज पॉइंट ऑपरेटर्स के साथ साझा करेगा।
चार्जज़ोन, ग्लिडा (जिसे पहले फोर्टम चार्ज एंड ड्राइव इंडिया के नाम से जाना जाता था), स्टेटिक और ज़िऑन देश की सबसे बड़ी सीपीओ में से हैं। देश के बड़े शहरों में इनके पास लगभग 2,000 चार्जिंग पॉइंट का संयुक्त नेटवर्क है। भारत का इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सिस्टम इन ऑपरेटर्स द्वारा बनाये गये मजबूत चार्जिंग इकोसिस्टम पर निर्भर है। इस सहयोग के जरिए ये सीपीओ अगले 12-15 महीनों के अंदर 10,000 से ज्यादा अतिरिक्त चार्जिंग पॉइंट शुरू करने करने की योजना पर काम कर रहे हैं।
इस एमओयू के माध्यम से, टीपीईएम एक को-ब्रांडेड आरएफआईडी कार्ड से एक स्मार्ट पेमेंट गेटवे को रोल-आउट करने की संभावना तलाशेगी। इसके लिए कंपनी चार्जज़ोन, ग्लिडा, स्टेटिक और ज़ोन के साथ मिलकर काम करेगी। इस पेमेंट गेटवे के जरिए टाटा ईवी यूजर्स को भुगतान करने में आसानी होगी। इसके अलावा यूजर्स इन सीपीओ के लॉयल्टी प्रोग्राम्स का भी फायदा उठा सकेंगे और किसी भी सहायता के लिए वे डेडिकेटेड कस्टमर केयर नंबर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
एमओयू पर हस्ताक्षर के अवसर पर, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के चीफ स्ट्रैटेजी ऑफीसर, श्री बालाजे राजन ने कहा, “शहरी प्रदूषण को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाना देश के लिए बहुत जरूरी हो गया है। इसके लिए सुविधाजनक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है। ईवी के प्रसार के लिए तेजी के साथ एक राष्ट्रव्यापी चार्जिंग इकोसिस्टम बनाने की जरूरत है। इस लक्ष्य को पाने के लिए खुले सहयोग की आवश्यकता है। ई-मोबिलिटी की दिशा में भारत की प्रगति को तेज करने के लिए चार्जज़ोन, ग्लिडा, स्टेटिक और ज़ीऑन के साथ रणनीतिक सहयोग की घोषणा करते हुए मुझे खुशी हो रही है। इस सहयोग से टीपीईएम के ईवी सेक्टर के अनुभव का लाभ सीपीओ कंपनियों को मिलेगा। जिसका फायदा उठाकर ये कंपनियां वित्त वर्ष 2025 तक देश में 10,000 से ज्यादा चार्जिंग पॉइंट लगाएंगी।”
ईवी इकोसिस्टम पर किए गए एक ग्लोबल केस स्टडी से पता चलता है कि व्यापक और आसानी से सुलभ चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर ईवी इकोसिस्टम का एक महत्वपूर्ण अंग है। यह देखने को मिलता है कि चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार से ईवी को अपनाने में उल्लेखनीय बढ़त हुई है। देश के प्रमुख सीपीओ और टीपीईएम के बीच हुए इस अभिनव सहयोग से देश में चार्जिंग इफ्रास्ट्रक्चर के विकास में तेजी आने की उम्मीद है। जिससे देश में ईवी के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने में सहायता मिलेगी।
अपनी स्थापना के बाद से ही टीपीईएम चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के लिए टाटा पावर के साथ सहयोग कर रही है। जिसके परिणामस्वरूप देश भर में 4,900 से ज्यादा सार्वजनिक चार्जर लगाए गए हैं। इसके अलावा, दोनों कंपनियों ने ईज़ी चार्ज कार्ड भी लॉन्च किया है। यह एक आरएफआईडी कार्ड है जो ग्राहकों को एक टैप के जरिए चार्जिंग शुरू करने की सुविधा देता है। इसके अलावा कंपनी बीपीसीएल के साथ एक रणनीतिक गठबंधन के तहत अगले वर्ष तक 7,000 चार्जर्स लगाने की दिशा में भी काम कर रही है।
एमओयू पर टिप्पणी करते हुए, चार्ज ज़ोन के संस्थापक और सीईओ, कार्तिकेय हरियाणी ने कहा, “इंडस्ट्री में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की उच्च विकास दर को देखते हुए हम रणनीतिक साझेदारी के तहत ऑटोमोटिव ओईएम के साथ काम कर रहे हैं। टाटा मोटर्स के साथ हमारा सहयोग अब Nexon.ev, Tigor EV, Tiago.ev और इनके आगामी मॉडलों सहित इलेक्ट्रिक कारों की व्यापक रेंज के यूजर्स के लिए होगा।”
इस एमओयू पर टिप्पणी करते हुए, ग्लिडा के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, अवधेश कुमार झा ने कहा, “ग्लिडा और टीपीईएम का सहयोग सही समय पर हुआ है। इससे भारत में ईवी के प्रसार में तेजी आएगी। यह साझेदारी ग्राहकों के पसंदीदा स्थानों पर चार्जिंग इंफ्रा को और बढ़ाने, राजमार्गों और शहरी सेटर्स पर चार्जिंग सुविधा देने, ईवी डैशबोर्ड पर सुविधाजनक खोज और चार्जिंग बुनियादी ढांचे की स्थिति का पता लगाने के अवसर सामने लाती है। इस साझेदारी का मूल उद्देश्य ग्राहकों को अच्छी सुविधा देना है। हमें उम्मीद है कि ग्लिडा और टीपीईएम दोनों ईवी उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को पूरा करने और उच्चतम मानकों पर आधारित चार्जिंग और उससे संबंधित सेवा देने के लिए मिलकर कड़ी मेहनत करेंगे।
इस एमओयू पर अपनी बात रखते हुए, स्टेटिक के फाउंडर और सीईओ, अक्षित बंसल ने कहा, “इस सहयोग के जरिए स्टेटिक और टीपीईएम गुणवत्ता, स्थिरता और ग्राहक संतुष्टि के प्रति समर्पण के साझा मूल्यों पर काम करेंगे। यह साझेदारी सिर्फ एक व्यावसायिक गठजोड़ से कहीं ज्यादा है। यह देश में मोबिलिटी के भविष्य के लिए हमारे साझा नजरिए का एक प्रमाण है। हमारा लक्ष्य साथ मिलकर ईवी के परिदृश्य को फिर से परिभाषित करना और अत्याधुनिक तकनीकों और अग्रणी सोल्यूशन को पेश करना है जो आने वाले वर्षों में इंडस्ट्री को आकार देंगे”।
इस एमओयू पर टिप्पणी करते हुए, ज़िऑन चार्जिंग के एमडी और सीईओ, कार्तिकेयन केपी ने कहा, “जि़ऑन चार्जिंग का मानना है कि केवल चार्जर होना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि ऐसा चार्जिंग स्टेशन होना भी जरूरी है जिस पर ग्राहक भरोसा कर सकें। आज हम टीपीईएम के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा करते हुए बहुत उत्साहित हैं। टीपीईएम ने ईवी सेक्टर में देश का नेतृत्व किया है। वास्तव में इसने हमारे अस्तित्व को प्रासंगिक बना दिया है। हमारा सहयोग हमें एक ऐसा चार्जिंग इकोसिस्टम बनाने में मदद करेगा जो ईवी मालिकों के लिए सुविधाजनक और उपयोगी हो। सबसे अहम बात यह है कि हमारा सहयोग एक ऐसा नेटवर्क बनाने में मदद करेगा जिस पर ईवी मालिक भरोसा कर सकेंगें। इस बात पर पूरा भरोसा है कि एक प्रमुख ईवी ओईएम के रूप में टीपीईएम इस साझेदारी में जि़ऑन को एक मजबूत ईवी चार्जिंग इकोसिस्टम बनाने में मदद कर सकता है। एक प्रमुख चार्ज पॉइंट ऑपरेटर के रूप में चार्जिंग व्यवहार और पैटर्न पर हमारे अनुभव और डेटा टीपीईएम को उसके उत्पादों और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने में अमूल्य सहायता दे सकते हैं। हम साथ मिलकर भारत को पर्यावरण के अनुकूल मोबिलिटी की ओर ले जा रहे हैं।”
