नागौर संसदीय क्षेत्र की भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा के लिए एक मार्मिक संकल्प किया गया है। नागौर री बेटी ज्योति मिर्धा के नाम से बने फेसबुक अकाउंट पर इस संकल्प में ज्योति मिर्धा को बहन के नाते जिताने की मंषा जाहिर की गई है। पूरी पोस्ट पढने पर समझा जा सकेगा कि बहन के रिष्ते के नाम पर किस प्रकार संवेदना जगाने का प्रयास किया गया है। बेशक ज्योति मिर्धा एक सशक्त प्रत्याशी हैं। कभी सुनिये उनका उद्बोधन कि वे कितनी सुलझी हुई और मजबूत संकल्प वाली महिला हैं, मगर उन्हें बहन के पवित्र नाम का सहारा लेकर जिताने की बात कह कर मर्म को छूने का प्रयास किया है।
पोस्ट इस प्रकार हैः-
मैं अबकी बार ज्योति मिर्धा के साथ हूं ।
हमारे घर में हमारी बहन बेटियों पर जरा सी भी मुसीबत आन पड़े तो पुरा घर सिसक उठता हैं। पर पिछले कुछ सालों में हम लोगो ने अपनी बहन को इतना दर्द दिया हैं की सोच के भी रूह कांप उठती हैं ।
मान लेते है एक चुनाव तक चलता हैं छोटी मोटी नाराजगी में हम साथ खड़े नहीं हो पाए, पर तीन-तीन चुनाव हरा दिया बहन ज्योति मिर्धा को।
मुझे नहीं पता वो फिर से हौंसला कैसे जुटा पाई है पर इस हौंसले में उनके चेहरे पर मुझे दर्द और निराशा साफ दिखाई पड़ती हैं। एक बेटी तीन बार हारने के बाद भी हम सब के बीच आ गई हैं आखिर उसको क्या चाहिए हमसे?
उनको यह समझ क्यूं नही आता है की हम लोग उनके लिए दिल में प्यार नही बस नफरत लिए बैठे हैं ।
अरे इतनी नफरत भी किस बात की भला, उसने कुछ छीना थोड़ी है हमसे ?
मैं किसी भी पार्टी का समर्थक हो सकता हूं, मेरी विचाराधारा अलग जरूर हो सकती हैं। पर में इतना निर्दय कभी नहीं हो सकता की अपनी बहन को चौथी बार भी इतना सा हौंसला न दे पाऊं की बहन तीन चुनाव तो न सही पर अबकी बार मैं आपके साथ हूं।
हां, अबकी बार मैं बस बड़ी बहन ज्योति मिर्धा के साथ हूं ।
चाहे कुछ भी हो जाए अबकी बार ज्योति का साथ देंगे ।
राम राम सबने
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