रोजगार की दृष्टि की सोच रख कर चलाया जा रहा है कम्प्यूटर शिविर

हुंदलदास खानचन्दानी सेवा संस्था द्वारा संचालित पांचवें निःशुल्क कम्प्यूटर शिविर का उद्घाटन
अजमेर। 12 मई, ताराचन्द हुंदलदास खानचन्दानी सेवा संस्था अजमेर द्वारा अमरापुर सेवा घर के प्रशिक्षण केन्द्र में निःशुल्क कम्प्यूटर पंचम बैच का उद्घाटन राजस्थान सरकार के पूर्व वित्त सलाहकार गोविन्द देव जी व्यास कहां कि 21वीं सदी में हर छोटे-बडे को कम्प्यूटर का ज्ञान आवश्यक है, युवा पीढ़ी तो रोजगार या व्यवसाय में आगे बढ़ने के लिए कम्प्यूटर का ज्ञान एक आवश्यक है।
लेखक व चिंतक गिरधर तेजवानी ने बताया कि कम्प्यूटर व सिलाई को नौकरी का साधन बनाने के साथ-साथ ज्ञान का जरिया भी बनाएं, प्रशिक्षण लेने वाले के मन में जिज्ञासा ज्यादा होती है, उस जिज्ञासा का पूर्ण करते हुए ज्ञान लेना चाहिएं। कम्प्यूटर शिक्षा आज के युग में आवश्यक है चाहे व स्कूल विद्यार्थी हो या महिला पुरूष और बुजुर्गाे को भी कम्प्यूटर का ज्ञान होना आवश्यक है।
अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल के पूर्व खिलाड़ी विनीत लोहिया ने कहा कि अध्ययन के साथ शारीरिक स्वस्थ रहने के लिए रोजाना एक घंटा मैदान में जाकर कोई भी खेल खेलना चाहिए।
महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि कोशिश करने वाले की कभी हार नहीं होती है और अमरापुर सेवा घर में सेवा के माध्यम से एक नई ऊँचाईयों की ओर बढ़ रहा है।
अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि अप्रवासी भारतीय अमोलक खानचन्दानी ने अपने पिता की याद में यह अमरापुर सेवा घर वृद्धजनों, बच्चों व महिलाओं के लिए साकार सिद्ध हो रहा है, यहां जहां आवासियों के लिए पूर्ण सुविधा है वहां युवा पीढ़ि के भविष्य को भी ध्यान रखकर यह सिलाई व कम्प्यूटर प्रशिक्षण शिविर में निःशुल्क चलाएं जा रहे है।
सचिव शंकर बदलानी ने जानकारी देते हुए बताया कि सिलाई प्रशिक्षण के चतुर्थ बैच के प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण पूर्ण करने पर अर्चना अग्रवाल, रविना टेकवानी, जयमाला भारतीया, प्रीति शर्मा, हनी तुलसानी, खुशबू जेठवानी, मीना मेहरानी, सरोज जांगिड़, प्रियंका सेन को प्रमाण-पत्र दिए गए। कम्प्यूटर का पाचवां बैच 13 मई से नियमित रूप से कम्प्यूटर कक्षाएं सायं 6.00 से 7.00 बजे तक व दोपहर 1 से 3 बजे तक सिलाई कक्षाऐं रहेगी। अतिथियों को स्मृति के रूप में इतिहास की महत्वपूर्ण पुस्तक अजमेर एट ए ग्लांस भेट की गई।
धन्यवाद हरी चन्दानानी ने दिया एवं मंच संचालन डॉ. भरत छबलानी ने किया। कार्यक्रम में प्रारम्भ में अमोलक खानचन्दानी के पिता हुंदलदास ताराचन्द खानचन्दानी, स्वामी हिरदाराम साहब व झुलेलाल की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रजवलित कर माल्यार्पण किया गया। प्रशिक्षण देने वाले ममता टिकयानी, संजय शर्मा ने कोर्स के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर रमेश मेघानी, भगवान साधवानी आश्रम के आवासी भी मौजूद रहे।
शंकर बदलानी
मो. 7014538090

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