सोगानी जी ने खुद ही पहन लीं चूडियां

अजमेर षहर जिला कांग्रेस के भूतपूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय श्री माणक चंद सोगानी स्वभाव से अनूठे षख्स थे। सदैव षांत चित्त। स्थाई स्मित मुस्कान। विषाल हृदय। कोई कितना भी गुस्से में उनके पास आए, उसे षांत करने की अद्भुत विधा थी उनमें। सभी को संतुश्ट करके ही भेजते थे। अनेक मसलों को उन्होंने चुटकी में ही सुलझा दिया। एक बार किसी मुद्दे पर महिला कांग्रेस की नेत्रियां उनसे नाराज हो गईं। चमेली देवी व षकुंतला पंडिताइन के साथ कुछ महिला कार्यकर्ता उनको चूडियां पहनाने पर आमादा थीं। वाकया उनके निवास स्थान का है। कार्यकर्ता उन्हें रोक रहे थे। षोरगुल सुन कर सोगानी जी ने पूछा मामला क्या है? उन्हें बताया गया कि महिला नेत्रियां आपको चूडियां पहनाना चाहती हैं। सोगानी जी ने कहा कि उन्हें अंदर आने दो। उन्होंने न केवल महिला नेत्रियों का स्वागत किया, अपितु खुद की अपने हाथ चूडियां पहनाने के लिए आगे कर दिए। उनके हाथ से चूडियां लेकर खुद ही पहन लीं। फिर उन्हें बैठा कर तफसील से बात की। षंका का समाधान किया। यह उनका चमत्कारिक व्यक्तित्व ही था कि महिला नेत्रियां षांत हो गईं और खुषी खुषी लौट गईं। उनके इसी स्वभाव की वजह से उनका बहुत सम्मान था। जैसा कि अजमेर कांग्रेस का मिजाज है, छोटे मोटे फड्डे होते आए हैं। लेकिन एडवोकेट जसराज जयपाल, डॉ श्रीगोपाल बाहेती, महेन्द्र सिंह रलावता, विजय जैन जैसे कूल माइंडेड अध्यक्षों के कारण विवाद जल्द ही षांत होते रहे हैं।

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