जीवन मे गम खाना सीखे इसी से सफलता प्राप्त होंगी- आचार्य सुन्दर सागर महाराज

*शास्त्रीनगर हाउसिंग बोर्ड स्थित सुपार्श्वनाथ पार्क में वर्षायोग प्रवचन*

भीलवाड़ा, 29 अगस्त भगवान् महावीर की पावन देशना जन जन का कल्याण करती है। महावीर ने जन कल्याण के लिए कई सिद्धांत दिये उनमे से एक सिद्धांत जियो और जीने दो, उन्हे जीवन मे आचरण मे उतारे तो सभी का कल्याण हो सकता है। ये विचार शहर के शास्त्रीनगर हाउसिंग बोर्ड स्थित सुपार्श्वनाथ पार्क में श्री महावीर दिगम्बर जैन सेवा समिति के तत्वावधान में चातुर्मासिक(वर्षायोग) वर्षायोग प्रवचन के तहत गुरुवार को राष्ट्रीय संत दिगम्बर जैन आचार्य पूज्य सुंदरसागर महाराज ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि मानव गम खाना सीख ले तो उसका सारा जीवन सुन्दर व्यतीत होता है गम खाना सिख ले तो अहंकार क्रोध मान ,माया ,कषायों एवम विकारों का जन्म नही होगा जीवन मे सुखी रहना है तो भाव विहीन बने। गम खाने का अर्थ है भावों मे सरलता लाना। गम खाने से मन मे अच्छे विचार आते है तथा प्रति कुल समय मे समता भाव रख कर परम पद को प्राप्त कर सकते है।
श्री महावीर दिगम्बर जैन सेवा समिति के अध्यक्ष राकेश पाटनी ने बताया कि सभा के शुरू में श्रावकों द्वारा मंगलाचरण,दीप प्रज्वलन,पूज्य आचार्य गुरूवर का पाद प्रक्षालन कर उन्हें शास्त्र भेंट व अर्ध समपर्ण किया गया। संचालन पदमचंद काला ने किया। महावीर सेवा समिति द्वारा बाहर से पधारे अतिथियों का स्वागत किया गया। मीडिया प्रभारी भागचंद पाटनी ने बताया वर्षायोग के नियमित कार्यक्रम श्रृंखला के तहत प्रतिदिन सुबह 6.30 बजे भगवान का अभिषेक शांतिधारा, सुबह 8.15 बजे दैनिक प्रवचन, सुबह 10 बजे आहार चर्या, दोपहर 3 बजे शास्त्र स्वाध्याय चर्चा, शाम 6.30 बजे शंका समाधान सत्र के बाद गुरू भक्ति एवं आरती का आयोजन हो रहा है।

*भागचंद पाटनी*
मीडिया प्रभारी
मो.9829541515

error: Content is protected !!