पाक ने फिर की सीमा पर फायरिंग, भारत के तेवर सख्त

पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह लगातार सीमापार से गोलीबारी कर युद्ध विराम का उल्लंघन कर रहा है। शनिवार रात करीब नौ बजे पाकिस्तान ने फिर कृष्णा घाटी सेक्टर में कई भारतीय चौकियों पर गोलीबारी शुरू कर दी। भारत ने भी इसका करार जवाब दिया। हालांकि सेना ने पाक गोलीबारी की पुष्टि नहीं की है। पुंछ जिले में गत मंगलवार को भारतीय जवानों की नृशंस हत्या के बाद पाक सेना सीमा पर कई बार गोलीबारी कर चुकी है। इस बीच, सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीमा पर बने हालात को देखते हुए जवानों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं।

पाकिस्तान की सीनाजोरी को देखते हुए भारत ने भी अब तेवर सख्त कर लिए हैं। तीनों सेना प्रमुखों की समिति के अगुवा और वायुसेनाध्यक्ष एनएके ब्राउन ने पाकिस्तान को आगाह करते हुए कहा कि नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम उल्लंघन जारी रहा तो भारत को ‘दूसरे विकल्पों’ पर विचार करना होगा। वहीं, घुसपैठ कर दो भारतीय सैनिकों की निर्मम हत्या व लगातार जारी युद्धविराम उल्लंघन पर भारत की ओर से मांगी गई फ्लैग मीटिंग का पाकिस्तान ने कोई जवाब नहीं दिया है। जबकि राजस्थान में बाड़मेर सीमा पर तय अधिकारियों की बैठक भी टाल दी है।

सख्त रुख दिखाते हुए केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने भी शनिवार को कहा कि द्विपक्षीय संबंध और रक्षा तैयारियां संवेदनशील मामला है इसलिए इनके बारे में सार्वजनिक तौर पर बातें संभव नहीं लेकिन भारत को कमजोर समझने की गलती किसी को नहीं करनी चाहिए। एयर चीफ मार्शल एनएके ब्राउन के मुताबिक ‘नियंत्रण रेखा पर शांति समझौता एक व्यवस्था है, जिसका उल्लंघन नहीं होना चाहिए। स्थिति पर हमारी नजर है और अगर युद्धविराम का उल्लंघन जारी रहा तो हमें समझौतों के अनुपालन के लिए दूसरे विकल्पों पर विचार करना पड़े।’ हालांकि वायुसेना अध्यक्ष ने अधिक बताने से यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि ‘विकल्पों पर इस तरह बात संभव नहीं। लेकिन अगर युद्धविराम का उल्लंघन जारी रहा तो हमें इस पर नए सिरे से विचार करना होगा। ‘

इस बीच, सेना मुख्यालय के मुताबिक सीमा तनाव पर भारत की ओर से ब्रिगेडियर स्तर पर फ्लैग मीटिंग के लिए बुलाए जाने के 24 घंटे बाद भी पाकिस्तान की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। भारत ने मेंढर सेक्टर के बारासिंघा में दो भारतीय सैनिकों की हत्या व युद्धविराम उल्लंघन पर शुक्रवार को पाकिस्तान को ब्रिगेडियर स्तर फ्लैग मीटिंग के लिए बुलाया था। वहीं बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान ने बाड़मेर क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल व पाक रेंजर्स के बीच 16 जनवरी को तय बैठक को भी टाल दिया है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से इसका कोई कारण नहीं बताया गया है। यह बैठक अब 20 फरवरी को हो सकती है। उल्लेखनीय है कि नए साल में पाकिस्तान आधा दर्जन से अधिक बार युद्धविराम का उल्लंघन कर चुका है। यही नहीं, सीनाजोरी पर आमादा पड़ोसी देश ने न केवल पुंछ-रावलकोट मार्ग पर आवाजाही रोक दी है बल्कि सीमा पर गोलीबारी को लेकर भारतीय उच्चायुक्त को तलब कर तोहमतें भी मढ़ी हैं।

वहीं पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा भारत के दो सैनिकों की नृशंस हत्या किए जाने की निंदा की है। उन्होंने शनिवार को कहा कि भारत को इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाना चाहिए क्योंकि यह जिनेवा वार्ता का स्पष्ट उल्लंघन है।

नई दिल्ली से मध्यप्रदेश के मुल्ताई जाने के क्रम में यहां पहुंचे जनरल सिंह ने संवाददाताओं से शनिवार को कहा कि पाकिस्तानी सेना ने जो यह दुश्मनी दिखाई है उस पर सरकार को कड़ा रुख अपनाना चाहिए। ये हत्याएं मानवता के खिलाफ हैं और यह हमारे जिनेवा समझौते [जिसमें यह लिखा गया है कि पकड़े गए सैनिकों से किस तरह का व्यवहार किया जाए] का भी उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों की हत्या के खिलाफ पूरे देश में जो गुस्सा है और विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं वह जायज है।

तीन दिनों से दोनों ओर से हुई गोलीबारी को लेकर नियंत्रण रेखा पर बढ़े हुए तनाव के बीच रक्षामंत्री एके एंटनी ने शुक्रवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर में पर्याप्त सेना है और सरकार देश के हितों की रक्षा के लिए सभी कदम उठा रही है।

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