*महामना पितामह की 135 वी जयंती*

हमारे प्रेरणा स्रोत स्वनाम धन्य सेठ साहब श्री घासी राम जी सामरा s/o श्री मनरूप चंद जी सामरा,जिन्होंने अपने जीवन काल मे जीते जी गंगोज किया और गिरिराज गोवर्धन ,हरिद्वार, काशी, मथुरा तथा सम्पूर्ण ब्रजमण्डल की यात्रा की और इस पंच तीर्थ यात्रा को यादगार बनाने के लिए आस पास के पांच गावों का पांच पकवान का पच कोसिया भोज का निमंत्रण भेज कर गंगोज में आमंत्रित किया और इसकी स्मृति मे पथवारी बनवाई.
तुलसी विवाह के साथ,गांव के नन्हे मुन्ने बच्चों को खेल खेल में गुड्डे गुड़िया का ब्याव कराते देख कर सचमुच ब्याव मांड दिया, जिसमे विवाह की सभी रस्मे विधि विधान से सम्पन्न करवा कर बारात लेकर वे राज परिवार के रावले भी गए और गुड़िया को दुल्हन के रूप में विदा करा कर घर लाये और जिसका जीमणवार भी आयोजित किया। उस दौर में उनका साहस ही था, कि महाजन के घर से बारात लेकर राज परिवार के रावले जाकर तोरण की रस्म अदायगी के बाद, वहां से गुड़िया को बहु की तरह विदा करवा कर लाए. रियासत के सामंत वादी दौर में जिसकी कल्पना करना भी कठिन था । कालांतर में उनके दामाद बने, छापली निवासी श्रीमान चाँद मल जी सा. सुखलेचा जो उस दौर मे कॉलेज में दाखिला लेने वाले प्रथम उच्च शिक्षा प्राप्त युवक बने तथा गाँधी जी के आव्हान पर कॉलेज शिक्षा को बीच में ही अधूरी छोड़ दी और देश की आज़ादी के बाद वे मेवाड़ प्रजा मण्डल के समय डिस्ट्रिक्ट बोर्ड, भीम तथा खादी ग्रामोद्योग मण्डल देवगढ़ के वर्षों तक चेयरमैन रहे। हमारे पिता जी सेवाभावी श्रीमान मांगीलाल जी साहब सामरा उनके इकलौते सुपुत्र है,जिन्होने हमारे दादी जी की जो बेमिसाल सेवा की, वह अनूठी है,अद्भुत है और हमें अपने परिवार की गौरवपूर्ण विरासत पर सात्विक गर्व है, नाज है !
पूज्य पितामह दादाजी सहज सरल प्रकृति के धनी, महामना सेठ साहब शाह जी श्री घासीराम जी सामरा की 14 नवंबर को 135 की जयंती है। हमारे देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू और हमारे दादाजी दोनों का जन्म संवत 1947 में एक ही दिन 14 नवम्बर को हुआ था । दादाजी का देहावसान गांधी शताब्दी वर्ष 1969 में 79 वर्ष की अवस्था में हुआ था, जब कि नेहरू जी उनसे चार वर्ष पूर्व वर्ष 1964 में 74 वर्ष की आयु में दिवंगत हुए थे ।
सादर नमन पुण्य स्मरण सहित श्रद्धा सुमन दोनों विभूतियो को !! महामना दादाजी को उनकी 135 वी जयंती पर श्रद्धा शिक्त नमन !!
श्रद्धा सुमन सहित पुण्य स्मरण और प्रणाम बारम्बार !!
पूज्य पितामह दादाजी सहज सरल प्रकृति के धनी,महामना सेठ साहब शाह जी श्री घासीराम जी सामरा की 14 नवंबर को 135 की जयंती है। हमारे देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू और हमारे दादाजी दोनों का जन्म संवत 1947 में एक ही दिन 14 नवम्बर को हुआ था । दादाजी का देहावसान गांधी शताब्दी वर्ष 1969 में 79 वर्ष की अवस्था में हुआ था, जब कि नेहरू जी उनसे चार वर्ष पूर्व वर्ष 1964 में 74 वर्ष की आयु में दिवंगत हुए थे ।
सादर पुण्य स्मरण सहित दोनों विभूतियो को नमन !!श्रद्धा सुमन अर्पित करते है.

*बी. एल. सामरा*
संयोजक,मेवाड़ गौरव केंद्र एवं
अध्यक्ष,विरासत सेवा संस्थान

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