भारत सरकार के द्वारा शुरू किए गए बाल विवाह मुक्त भारत अभियान को समर्थन देते हुए राजस्थान महिला कल्याण मण्डल (चाचियावास) अजमेर ने बाल विवाह के रोकथाम के प्रयासों को और तेज कर दिया है।
संस्था निदेशक राकेश कुमार कौशिक ने संस्था द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि हाल ही में 27 नवंबर को भारत सरकार के द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की शुरूआत की गई है। अभियान का उद्घाटन नई दिल्ली के विज्ञान भवन में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने किया है।
राजस्थान महिला कल्याण मण्डल (चाचियावास) अजमेर बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए काम कर रहे 250 से भी ज्यादा गैरसरकारी संगठनों के देशव्यापी गठबंधन ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन’ (जे.आर.सी.) का सहयोगी संगठन है जो कि देश के 417 जिलों में बाल विवाह की रोकथाम एवं जागरूकता के लिए प्रयासरत है। राजस्थान महिला कल्याण मण्डल के द्वारा भी राज्य के 6 जिलों अजमेर, नागौर, बीकानेर, चुरू, झुन्झुनू, तथा डीडवाना-कुचामन आदि में बाल विवाह, बालश्रम एवं बाल यौन शोषण की रोकथाम के लिए कार्य किया जा रहा है।
श्री कौशिक ने बताया कि ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन’ का सहयोगी संगठन होने के नाते राजस्थान महिला कल्याण मण्डल भी बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का भरपूर समर्थन करता है। क्यौंकि पूर्व में भी संस्था के द्वारा बाल विवाह के खात्मे को लेकर अपने कार्यक्षेत्र में लगातार प्रयास किए है। संस्था के द्वारा अपने 6 जिलों के कार्यक्षेत्र में 10 लाख से भी अधिक लोगों को बाल विवाह के विरूद्ध शपथ दिलाई गई तथा लगभग 1500 परिवारों को बाल विवाह नहीं करने के लिए पाबन्द्र किया गया है। बाल विवाह की सूचना मिलने पर टीम ने पुलिस व प्रशासन के साथ मौके पर जाकर 150 बाल विवाह रूकवाने की कार्यवाही भी की है।
संस्था का प्रयास रहेगा कि कोई भी बालिका स्कूल से ड्रॉप आउट नहीं हो क्यौंकि ड्रॉप आउट बालिकाओं का बाल विवाह होने की संभावनाएं अधिक रहती है। साथ ही संस्था के द्वारा बाल विवाह की रोकथाम के लिए आगे आने वाली बालिकाओं को चैम्पीयन के रूप में जिला एवं राज्य स्तर पर सम्मानित कराया जाने का प्रयास भी किया जाएगा।
कार्यक्रम उपनिदेशक नानूलाल प्रजापति ने बताया कि अजमेर जिले में बाल विवाह मुक्त अभियान के समर्थन में जिला प्रशासन के साथ जागरूकता कार्यक्रम से अभियान की शुरूआत करते हुए संध्या के समय 60 गॉवों में महिलाओं, युवाओं, जनप्रतिनिधियों, समुदाय के लोगों आदि के साथ कैंण्डल मार्च निकाल कर बाल विवाह को बन्द करने के लिए आवाज बुलन्द की गई एवं जागरूकता का माहौल तैयार किया गया जिसमें 5 हजार से भी ज्यादा लोगों ने शामिल होकर अपना समर्थन दिया है।
संस्था की मुख्य कार्यकारी क्षमा आर कौशिक ने बाल विवाह मुक्त भारत की शुरूआत के लिए खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन के माध्यम से संस्था के इन प्रयासों को गति मिलेगी साथ ही उन बच्चों को उनका बचपन खुशहाल करने का अवसर प्राप्त होगा जो बाल विवाह की वजह से अंधकारमय भविष्य की और जा रहे थे। बाल विवाह के खात्मे में संस्था का ये प्रयास जिला प्रशासन के साथ निरन्तर रहेगा। जागरूकता कार्यक्रम में संस्था की एक्सेस टू जस्टिस टीम के जिला समन्वयक दीपक कुमार जोरम, काउंसलर ज्योति मण्डरावलिया, फील्ड कोर्डिनेटर योगिता गौड़ तथा मीनू स्कूल एवं सागर कॉलेज की टीम ने सहयोग किया।
(राकेश कुमार कौशिक)
निदेशक
मो. 9829140992