नई दिल्ली, जनवरी, 2025– रचनात्मक क्षेत्र में शिक्षा के लिए समर्पित भारत की प्रथम युनिवर्सिटी- वर्ल्ड युनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन (डब्लूयूडी) ने हरियाणा में सोनीपत कैंपस में अपने चौथे दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (ब्रिक्स सीसीआई) के वाइस चेयरमैन श्री समीप शास्त्री इस अवसर पर मुख्य अतिथि रहे जहां 220 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं। यह दीक्षांत के उपरांत डिजाइन के विविध क्षेत्रों से विद्यार्थी इन डिग्रियों के साथ पेशेवर जीवन में उतरेंगे। उन्हें डिजाइन के संबंध में शपथ दिलाई गई और इस तरह से वे अपनी पेशेवर यात्रा पर निकले। ज्ञान और वैश्विक परिदृय के साथ ये स्नातक डिजाइन उद्योग के भविष्य को आकार देने को तैयार हैं।
वर्ल्ड युनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन ने रचनात्मक क्षेत्र की तीन हस्तियों को मानद डाक्टरेट उपाधि से भी सम्मानित किया जो उनकी उत्कृष्टता को रेखांकित करता है। इनमें आधुनिक शिल्पकार के.एस. राधाकृष्णन, एक एंथ्रोपॉलिजकल फिल्म निर्माता बप्पा रे और एक दूरदृष्टा आर्किटेक्ट और शिक्षक अशोक बी. लाल शामिल हैं। राधाकृष्णन ने जहां मैया और मुसुई जैसी प्रमुख हस्तियों के लिए काम किया है, वहीं रे ने भारत की ग्रामीण और आदिवासी संस्कृति को संरक्षित करने के लिए पुरस्कृत वृत्तचित्रों का निर्माण कर वैश्विक स्तर पर और यूनेस्को में ख्याति प्राप्त की। एक विजनरी आर्किटेक्ट और शिक्षक अशोक बी. लाल को निम्न कार्बन उत्सर्जन और किफायती आवास के लिए वकालत करने और अपनी अनूठी परियोजनाओं के जरिए टिकाऊ, सामाजिक रूप से जिम्मेदार डिजाइन को आगे बढ़ाने के लिए जाना जाता है। इन हस्तियों ने अपने अपने क्षेत्रों को नए सिरे से परिभाषित करते हुए कला, फिल्म और वास्तुशिल्प में समृद्ध विरासत छोड़ी है।
दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (ब्रिक्स सीसीआई) के वाइस चेयरमैन श्री संदीप शास्त्री ने अपना उत्साह साझा करते हुए कहा, “इस वर्ल्ड युनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन के चौथे दीक्षांत समारोह का हिस्सा बनना एक सम्मान की बात है। यह एक ऐसा संस्थान है जो डिजाइन शिक्षा के भविष्य को आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तेजी से उभर रहे वैश्विक परिदृश्य में रचनात्मकता, नवप्रवर्तन और विभिन्न संस्कृतियों का गठबंधन सर्वोपरि है। जैसा कि ब्रिक्स देशों के बीच निरंतर संबंध मजबूत हो रहे हैं, यहां से निकल रहे स्नातक उन दूरदृष्टाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं जो प्रगति को आगे बढ़ाएंगे और सीमाओं से परे गठबंधन को बढ़ावा देंगे। मैं 2024 के क्लास को बधाई देता हूं और रचनात्मक उद्योगों में नेतृत्वकर्ता के तौर पर उनकी यात्रा में सफलता की कामना करता हूं।”
वर्ल्ड युनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन के कुलपति डाक्टर संजय गुप्ता ने कहा, “आज, हम 2024 के स्नातक वर्ग की शानदार उपलब्धियों का जश्न मना रहे हैं। यह अनूठे विचारकों का एक ऐसा समूह है जो डिजाइन के भविष्य को आकार देने को तैयार है। वर्ल्ड युनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन में हमने रचनात्मकता, लचीलापन और एक वैश्विक नजरिये को पोषित किया है जिससे हमारे विद्यार्थी चुनौतियों से निपटने और एक सार्थक प्रभाव डालने के लिए सशक्त हो रहे हैं। जैसा कि वे पेशेवर दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं, मुझे भरोसा है कि वे उत्कृष्टता और नवप्रवर्तन के मूल्यों को आगे बढ़ाएंगे जो हमारी युनिवर्सिटी को परिभाषित करेगा।”
उन्होंने कहा, “आज हमने तीन प्रमुख हस्तियों को भी सम्मानित किया। यह सम्मान हमारे लिए उनकी उपलब्धियों का महज जश्न मनाना नहीं है, बल्कि इस दुनिया को आकार देने में रचनात्मकता, नवप्रवर्तन और टिकाऊपन की उनकी आवाज को गुंजायमान बनाना भी है। हमें उम्मीद है कि इन पहचान से विद्यार्थी, पेशेवर और नीति निर्माता, सार्थक परिवर्तन के लिए डिजाइन और कला को टूल के तौर पर इस्तेमाल करने की संभावना तलाशेंगे। आज डिग्री प्राप्त करने वाले हर किसी को मेरी ह्रदय से बधाई और यही कामना है कि वर्ल्ड युनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन में बच्चों ने जो विचार पैदा किए हैं उसको लेकर साहस के साथ वे अपने पथ पर आगे बढ़ें।”
इस वर्ष, वर्ल्ड युनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन में 94 प्रतिशत विद्यार्थियों को प्लेसमेंट हासिल हुआ है। 2024 के स्नातक बैच का औसत वार्षित वेतन 5.6 लाख रुपये है। इस बैच में सबसे अधिक वेतन की पेशकश 15 लाख रुपये सालाना की है। विद्यार्थियों को रखने वाली कंपनियों एवं पेशेवरों में इनसिडो, रितु कुमार, क्रिमसोन क्लब, बेनेटन, विदिन डिजाइन, टाटा एलेक्सी, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, एयरटेल, मैक्स, एबिनबेव, देंत्सु, लियो बरनेट, हेटिच, शाही एक्सपोर्ट्स, पायल जैन, सत्या पॉल, थेंस, संकुल, एंड स्टूडियो और डी फैबिया शामिल हैं।