बैंगलोर, फरवरी 2025: टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने 11 से 14 फरवरी 2025 तक बैंगलोर पैलेस, बेंगलुरु में आयोजित इन्वेस्ट कर्नाटक 2025 ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट (जीआईएम) में अपनी भागीदारी के जरिये कर्नाटक के समावेशी विकास और सतत प्रगति के लिए अपनी प्रतिबद्धता की सगर्व पुष्टि की है। ‘रीइमेजिनिंग ग्रोथ‘ थीम के तहत , जीआईएम 2025 एक वैश्विक मंच के रूप में काम करता है जो उद्योग के अग्रदूतों, नीति निर्माताओं और निवेशकों को स्थिरता, नवाचार और औद्योगिक प्रगति में परिवर्तनकारी अवसरों का पता लगाने के लिए एकजुट करता है। कर्नाटक में 25 वर्षों से अधिक के समृद्ध इतिहास के साथ, टीकेएम आर्थिक विकास, रोजगार सृजन और हरित गतिशीलता के लिए राज्य की आकांक्षाओं का समर्थन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है ।
इस कार्यक्रम में टीकेएम की वाइस प्रेसिडेंट सुश्री मानसी एन. टाटा, डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर कॉर्पोरेट प्लानिंग, ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट श्री स्वपनेश मारू और मुख्य संचार अधिकारी, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और राज्य मामलों के प्रमुख, श्री सुदीप दलवी वरिष्ठ नेतृत्व के साथ सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और जिम्मेदार औद्योगीकरण, स्वच्छ गतिशीलता समाधान तथा भारत में टिकाऊ विनिर्माण के भविष्य की जरूरतें और फायदे बता रहे हैं। इस कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण के रूप में, कर्नाटक सरकार ने कर्नाटक की आर्थिक प्रगति में अपनी भूमिका को मजबूत करने के लिए टीकेएम को प्रतिष्ठा वाले ‘निवेश प्रमाणपत्र‘ से सम्मानित किया है। टीकेएम को नवंबर 2023 में अपने तीसरे विनिर्माण संयंत्र में निवेश के लिए मान्यता मिली है। यह एक ऐसा कदम है जिसका उद्देश्य सालाना 1,00,000 इकाइयों की उत्पादन क्षमता का विस्तार करना और 2,000 नए रोजगार पैदा करना है।
जीआईएम ने 2010 में अपनी स्थापना के बाद से कर्नाटक के प्रमुख निवेश मंच के रूप में काम किया है तथा आर्थिक विकास, औद्योगिक नवाचार और नीति संवाद को बढ़ावा दिया है। कर्नाटक की विकास यात्रा के एक दीर्घकालिक भागीदार के रूप में, टीकेएम एक प्रमुख उद्योग भागीदार और विचार नेता के रूप में योगदान करते हुए एक सतत और सक्रिय भागीदार रहा है। इस समय चल रहा जीआईएम 2025 निवेश को आकर्षित करने और एक स्थायी व समावेशी भविष्य के लिए कर्नाटक के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में एक प्रमुख उत्प्रेरक बना हुआ है। यह एक ऐसा दृष्टिकोण है जो टोयोटा के “भारत को आगे बढ़ाओ और भारत के साथ बढ़ो” के दृष्टिकोण के साथ गहराई से प्रतिध्वनित होता है।
भारत के मोबिलिटी परिवर्तन में एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में, टीकेएम भविष्य के इनोवेशन पैवेलियन में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है, जो निरंतर जारी रहने वाली मोबिलिटी में अपने नेतृत्व को प्रदर्शित करता है। कंपनी वेन्टुराइज (VentuRISE) की एक गौरवशाली प्रायोजक भी है, जो ईवी तकनीक, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम, स्वच्छ मोबिलिटी और उन्नत विनिर्माण में स्टार्टअप का समर्थन करने वाली एक पहल है। इस सहयोग के माध्यम से, टीकेएम नवाचार और उद्यमिता के एक पारिस्थितिकी तंत्र का पोषण कर रहा है , जो भारत की हरित गतिशीलता क्रांति के अगले चरण को चलाने के लिए व्यवसायों को सशक्त बनाता है।
जीआईएम 2025 में अपनी भागीदारी के हिस्से के रूप में, टीकेएम तीन विशिष्ट अनुभव क्षेत्रों की मेजबानी कर रहा है , जो स्थिरता, तकनीकी उन्नति और कौशल विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को उजागर करता है: स्थायित्व मंडप: टोयोटा पर्यावरण चुनौती 2050, हरित विनिर्माण पहल और कर्नाटक के बिदादी स्थित संयंत्र के पर्यावरण अनुकूल लेआउट को प्रदर्शित करना। ग्रीन टेक्नोलॉजी ज़ोन: जिसमें एक्सईवी (xEV) तकनीक, हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक ड्राइव सिस्टम, टोयोटा की नवीनतम हाइब्रिड इलेक्ट्रिक “ऑल न्यू कैमरी” और कोरोला एफएफवी-एसएचईवी (FFV-SHEV) शामिल हैं । कौशल विकास और सीएसआर पहल: कौशल भारत और मेक इन इंडिया मिशन में टीकेएम के योगदान को प्रदर्शित करना, साथ ही इसके सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों को प्रदर्शित करना, जिसमें टोयोटा विश्वविद्यालय की पहल और सीएसआर–संचालित शैक्षिक परियोजनाएं शामिल हैं।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की वाइस चेयरपर्सन सुश्री मानसी एन. टाटा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर में, हमारी यात्रा हमेशा नवाचार, स्थिरता और समावेशिता के जरिये समाज के लिए स्थायी मूल्य बनाने के बारे में रही है। कर्नाटक, एक प्रगतिशील राज्य, भारत में हमारे विकास का आधार रहा है, और हम औद्योगिक प्रगति तथा स्वच्छ गतिशीलता समाधानों में अपने निरंतर निवेश के माध्यम से समुदाय को वापस देने के अवसर के लिए बहुत आभारी हैं।“
इस मौके पर अपने विचार रखते हुए टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट में कॉर्पोरेट प्लानिंग के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर श्री स्वप्नेश आर मारू ने कहा, “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर में हम मानते हैं कि स्थिरता का मतलब प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाना, लोगों, प्रगति और ग्रह को एक साथ जोड़ना है ताकि ऐसा घर बनाया जा सके जहाँ कोई भी पीछे न छूटे। ग्रीन मोबिलिटी की ओर हमारी यात्रा आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ, सुरक्षित और अधिक समावेशी भविष्य बनाने की जिम्मेदारी की गहरी भावना से प्रेरित है। इन्वेस्ट कर्नाटक 2025 में हमारी भागीदारी उस विजन का प्रमाण है। कार्बन तटस्थता के लिए हमारे बहु–मार्ग दृष्टिकोण के माध्यम से, हम भारतीय ऑटोमोटिव परिदृश्य में सार्थक बदलाव ला रहे हैं और सहयोग, नवाचार और जिम्मेदार विनिर्माण के पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देकर ‘विकसित भारत‘ में योगदान देने के अपने दृष्टिकोण पर अडिग हैं। साथ मिलकर, हम अपने हर कदम के साथ एक ऐसी दुनिया के करीब पहुँचते हैं जहाँ विकास और पर्यावरणीय जिम्मेदारी एक साथ चलते हैं।”
इस अवसर पर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के मुख्य संचार अधिकारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष और राज्य मामलों के प्रमुख श्री सुदीप दलवी ने कहा , “निरंतरता टोयोटा के वैश्विक दर्शन के मूल में है और टीकेएम में, हम स्वच्छ और कुशल गतिशीलता समाधानों को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित हैं जो भारत के कार्बन तटस्थता लक्ष्यों के साथ ताल-मेल में है। हम कर्नाटक सरकार की प्रगतिशील नीतियों और मजबूत समर्थन के लिए आभारी हैं, जिसने एक मजबूत औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा दिया है, जिससे कर्नाटक ‘मेक इन इंडिया‘ विजन के तहत विनिर्माण और नवाचार के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर पाया है। राज्य के दूरदर्शी दृष्टिकोण ने न केवल हरित गतिशीलता को अपनाने में तेजी लाई है, बल्कि कौशल विकास और स्थानीयकरण की नींव को भी मजबूत किया है। इन्वेस्ट कर्नाटक 2025 जीआईएम में हमारी भागीदारी के माध्यम से, हम तकनीकी प्रगति, कौशल विकास और जिम्मेदार विनिर्माण प्रथाओं को बढ़ावा देकर राज्य के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र का समर्थन करना जारी रखते हैं।“
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) 25 वर्षों से अधिक समय से कर्नाटक के औद्योगिक विकास में एक विश्वसनीय भागीदार रहा है जिसने ₹16,000 करोड़ का निवेश किया है और अतिरिक्त ₹4,000 करोड़ के निवेश की प्रक्रिया चल रही है, जिसमें सालाना 1,00,000 इकाइयों की क्षमता वाला एक नया तीसरा संयंत्र भी शामिल है। विनिर्माण से परे, टीकेएम कौशल, स्थानीयकरण और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है, कर्नाटक के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए टोयोटा तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान (टीटीटीआई) का विस्तार 1,200 छात्रों तक किया गया है, जिसमें 600 छात्राएं हैं। इसके अलावा, टीकेएम 16 सरकारी टूल रूम और प्रशिक्षण केंद्र (जीटीटीसी) विकसित करके कर्नाटक के कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत कर रहा है, जिसका 2026 तक विस्तार कर 36 तक करने की योजना है टोयोटा गुरुकुल जैसी पहल, जिसने 705 कौशल चैंपियन तैयार किए हैं और कॉलेजों में 26 उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित किए हैं, टीकेएम रोजगार क्षमता को बढ़ाने और उद्योग–तैयार प्रतिभाओं को पोषित करने का काम जारी रखे हुए है। इनोवा और फॉर्च्यूनर जैसे प्रमुख मॉडलों के 90% स्थानीयकरण और 92% इस्पात की घरेलू सोर्सिंग के साथ, टीकेएम एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में कर्नाटक की भूमिका को मजबूत करना जारी रखता है, टोयोटा किर्लोस्कर ऑटो पार्ट्स (टीकेएपी) में इसकी ई–ड्राइव इकाई जापान और वैश्विक बाजारों को निर्यात की आपूर्ति करती है ।
स्थिरता और सामुदायिक विकास के प्रति टीकेएम की प्रतिबद्धता इसके बिदादी प्लांट में 100% अक्षय ऊर्जा पर चलने, 89.3% पानी की मांग को वर्षा जल और रीसाइकिलिंग (पुनर्चक्रण) से पूरा करने और 96.4% कचरे को रीसाइकिल करने में दिखाई देती है। टोयोटा इकोज़ोन ने 40,000 से अधिक स्कूली बच्चों को शिक्षित किया है, जबकि वनीकरण प्रयासों के परिणामस्वरूप 328,000 पेड़ लगाए गए हैं। टोयोटा तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान (टीटीटीआई) के माध्यम से, टीकेएम कर्नाटक में वंचित ग्रामीण युवाओं को उनके कौशल सेट को बढ़ाकर, रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देकर और राज्य के समग्र विकास में योगदान देकर सशक्त बना रहा है। टीकेएम 1.4 मिलियन लोगों के लिए सड़क सुरक्षा जागरूकता, ग्रामीण परिवारों के लिए जल संरक्षण और 100,000 से अधिक छात्रों को लाभान्वित करने वाले स्वास्थ्य और स्वच्छता कार्यक्रमों के माध्यम से सामाजिक प्रभाव भी बढ़ाता है। इसके अतिरिक्त, टीकेएम की विभिन्न सीएसआर पहलों ने 2.3 मिलियन लोगों के जीवन को छुआ है, जो समग्र सामुदायिक विकास के लिए इसकी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। टीकेएम द्वारा इन्वेस्ट कर्नाटक 2025 में भाग लेने के साथ ही यह कर्नाटक के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है, तथा सुनिश्चित करता है कि नवाचार, स्थिरता और रोजगार सृजन की इसकी विरासत, हरित गतिशीलता और जिम्मेदार विनिर्माण में वैश्विक स्तर पर अग्रणी के रूप में राज्य के भविष्य को आकार देती रहे।