भगवान महावीर का संदेश “जियो और जीने दो” कि वर्तमान समय में जो प्रासंगिकता है, उसको बरकरार रखते हुए दिगम्बर जैन महासमिति अजमेर के पदधिकारियों द्वारा आज माननीय मुख्यमंत्री महोदय श्री भजन लाल शर्मा के नाम जिलाधीश महोदय को ज्ञापन दिया गया।
महासमिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश पाटनी ने बताया कि नीलगाय एक वन्य जीव प्राणी है जिसकी हत्या करना गैरकानूनी है। राजस्थान सरकार में पूर्व में ही एक विधेयक लाया जा चुका है, जिसकी दिगम्बर जैन महासमिति द्वारा भर्त्सना की जा रही है और सरकार से निवेदन किया जा रहा है कि इस विधेयक को वापस ले और हत्या को बन्द करवाया जाए।
महासमिति के जिला अध्यक्ष अरुण सेठी ने कहा कि नील गाय की हत्या की आड़ में दूसरी गायों की भी हत्या की जा रही है। जो माँस और चमड़े का व्यापार करते हैं उन शिकारियों के द्वारा किया जा रहा है।
महासमिति की अध्यक्ष रूपश्री जैन ने बताया कि सरकार के द्वारा जो विधेयक लाया गया था, उसमें एक शर्त रखी गयी थी कि प्रशासनिक अधिकारियों की मंजूरी से हत्त्या की जा सकती है। लेकिन आज तक किसी भी किसान ने कहीं भी किसी प्रकार की शिकायत दर्ज नही करवाई है, तो इस बात पर भी ध्यान दिया जावे।
ज्ञापन देने वालो में महेंद्र जैन, राजेंद्र पाटनी, पी सी गंगवाल, मनोज मोडासिया, अनुभा जैन (महामंत्री), सुनीता जैन ( कोषाध्यक्ष), कुसुम जैन, विनय जैन सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
*मनीष पाटनी,अजमेर*