नई दिल्ली, अप्रैल 2025: भारत की जा प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स और टाटा पावर की स्वच्छ ऊर्जा शाखा टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरईएल) ने मिलकर एक महत्वपूर्ण साझेदारी की है। दोनों कंपनियों ने एक खास समझौते (पावर पर्चेस एग्रीमेंट) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत वे साथ मिलकर 131 मेगावाट की एक पवन और सौर ऊर्जा पर आधारित परियोजना बनाएँगी। यह योजना साफ और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए एक अहम कदम मानी जा रही है।
यह परियोजना सालाना आधार पर लगभग 300 मिलियन यूनिट शुद्ध बिजली पैदा करेगी और हर साल 2 लाख टन से ज्यादा CO₂का उत्सर्जन होने से रोकेगी। यह एकीकृत पवन-सौर मिश्रित समाधान सह-निवेश और लंबे समय के पावर पर्चेस एग्रीमेंट (पीपीए) के माध्यम से संभव हुआ है। यह महाराष्ट्र तथा गुजरात में टाटा मोटर्स की छह विनिर्माण सुविधाओं को हरित एवं किफायती ऊर्जा की भरोसेमंद आपूर्ति करेगा। इससे कंपनी को वाणिज्यिक और यात्री वाहनों के उत्पादन में सहयोग मिलेगा।
यह पहल टाटा मोटर्स को उसके 2030 के लक्ष्य से पहले ही क्लीन एनर्जी अपनाने की दिशा में काफी आगे बढ़ा रही है। इससे कंपनी को अपने कामकाज को जलवायु के अनुकूल बनाने में मदद मिल रही है। यह टाटा मोटर्स की पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और टिकाऊ विकास के रोडमैप में एक अहम कदम है। साथ ही, यह पहल कंपनी के उस बड़े लक्ष्य से भी जुड़ी है, जिसके तहत वह भविष्य में शून्य उत्सर्जन (नेट-ज़ीरो) हासिल करना चाहती है और ऐसे उत्पादन की दिशा में आगे बढ़ रही है जो पर्यावरण के लिए नुकसानदेह न हो।
पीपीए पर हस्ताक्षर करते हुए टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल्स बिजनेस के ऑपरेशंस वाइस प्रेसिडेंट श्री विशाल बादशाह ने कहा, ‘’भारत के ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में अहम भूमिका निभाने वाली कंपनी के रूप में हमें टिकाऊ निर्माण (सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग) के क्षेत्र में मिसाल पेश करने पर गर्व है। यह नई परियोजना दिखाती है कि हम अपने कामकाज में साफ ऊर्जा को अपनाने और कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। साथ ही, यह हमारे उस बड़े मकसद को भी दर्शाती है जिसमें हम ऐसे ट्रांसपोर्ट समाधान देना चाहते हैं जो शुरुआत से लेकर इस्तेमाल तक, हर स्तर पर पर्यावरण के अनुकूल हों।‘’
टाटा मोटर्स के पैसेंजर व्हीकल विभाग में ऑपरेशंस के वाइस प्रेसिडेंट श्री प्रमोद चौधरी ने कहा, ‘’हम अपने ऑटोमोबाइल कारोबार को भविष्य के हिसाब से तैयार करने के लिए साफ और हरित ऊर्जा की ओर बढ़ने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। इस समझौते के ज़रिए महाराष्ट्र और गुजरात में मौजूद हमारे प्लांट्स हरित निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम आगे बढ़ाएंगे और देश की हरित विकास यात्रा को समर्थन देंगे। यह हमारे पैसेंजर व्हीकल कारोबार को और अधिक पर्यावरण के अनुकूल, स्मार्ट और टिकाऊ बनाने की दिशा में एक अहम और निर्णायक पहल है।‘’