*सूफियाना गीतकार सुरेंद्र चतुर्वेदी का अभिनंदन*

आईआईएमएलएस का मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को समर्पित  प्रेरणादायक 71वीं संगीतमयी शाम का आयोजन
अजमेर । दिनांक 19 मई 25 / इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स सोसाइटी (आईआईएमएलएस) ने बस स्टैंड के सामने, एक होटल में मिले सुर मेरा तुम्हारा की 71 वीं कड़ी का मासिक संगीतमय कार्यक्रम “माँ तुझे सलाम” और “तिरंगा महान” को समर्पित किया । गीतों के माध्यम से संस्था के  35 सदस्यों ने “गीत बने औषधि और नकारात्मकता पर विजय का संग्राम” का सकारात्मक परिचय दिया ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महान शायर, सूफियाना गीतकार पत्रकार और ब्लॉगर सुरेंद्र चतुर्वेदी जी का उनकी रचनात्मकता और साहित्यिक और शहर के विकास में योगदान के लिए साफा व मोतियों की माला पहनाकर पौधा भेंट कर  करतल ध्वनि के साथ अभिनंदन किया गया ।
मां सरस्वती को नमन करते हुए सुरेंद्र चतुर्वेदी ने कहा कि संगीत असाध्य व लाइलाज रोग का अचूक बाण है। गीत जब मन,तन,आत्मा के सुर ताल में गाते हैं तो दुख संताप्त, द्वेष, अवसाद, आपसी प्रतिस्पर्धा, गृह कलह, घुटन टूटन जैसे नकारात्मक विचार आएंगे ही नहीं । आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए संगीत थेरेपी का निश्चित रूप से अलग ही महत्व है ।
यह मेरे लिए अत्यंत ही सुकून और आश्चर्य का विषय है की  कोरोना की दहशत से उभारने के लिए मेडिको सोशल कार्यों में शहर की अनूठी शख्शियत डॉ लाल थदानी ने
अपनी इस सोच को मूर्त रूप देते हुए संस्था का गठन किया और पत्नी डॉ दीपा, कुंजबिहारी, रश्मि मिश्रा, ऊषा मित्तल, अनिल जैन, गोपेन्द्र, कुमकुम जैन, गणेश जी, लता शर्मा के साथ मिलकर  गैर पेशेवर कलाकारों के साथ शहर में लगातार  वार्षिक लाइव कार्यक्रम देते आ रहे हैं जो अपने आप में एक उपलब्धि है । साथ में वृद्धाश्रम, दिव्यांगों, नेत्रहीन बालकों के लिए सामाजिक उपयोगी और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यों से शहरवासी अभिभूत हैं।
संस्था के मुख्य संरक्षक डॉ लाल थदानी ने जानकारी देते हुए बताया कि मई माह में  बॉलीवुड कलाकारों माधुरी दीक्षित, मजरूह सुल्तानपुरी, शकील बदायूं, मन्ना डे, संगीतकार नौशाद, लक्ष्मीकांत (प्यारेलाल) की पुण्यतिथि और जन्म दिन पर कालजयी कलाकारों को सदस्यों ने विभिन्न शैलियों में सुरों की बौछार की और स्वरांजलि दी ।
इनमें आयोजकों के साथ-साथ प्रमुख गायक  अनिल जैन, श्याम अर्चना पारीक, कुमकुम जैन, शरद शर्मा, दीपक भार्गव, डॉ अभिषेक माथुर, डॉ एसएन भट्ट, ज्योति खोरवाल, अब्दुल सलाम कुरैशी, मोहन मिश्रा, दिव्या गोपलानी,  नरेंद्र यादव, सुरेश शर्मा  ने  प्रभावित किया ।
करुणा टंडन के एक, दो, तीन चार और डॉ लाल थदानी, वर्षा निहालानी ढफ़ली वाले ढफ़ली बजा पर सुनीता मिश्रा, रानी चौधरी, डॉ दीपा, रश्मि मिश्रा के नृत्यों पर तालियों की थाप ने समां बांधा। महिलाओं द्वारा हंसते-हंसते कट जाए रस्ते और पुरुषों द्वारा यह दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे समूह गान ने कार्यक्रम को ऊंचाईयां प्रदान की ।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोपेंद्र पाल सिंह, ऊषा मित्तल ने सब की अगुवानी की । महासचिव अशोक दरियानानी ने मंच संचालन किया । रिकॉर्डिंग आलोक वर्मा की और मंच साउंड अन्य व्यवस्था और गीतों का चयन निदेशक कुंज बिहारी लाल, सांस्कृतिक प्रभारी रश्मि मिश्रा, नीरज वंदना मिश्रा ने बखूबी संभाली ।
 अंत में डॉ दीपा थदानी और अध्यक्ष गणेश चौधरी ने सब का आभार जताया ।
डॉ. लाल थदानी
संस्थापक, IIMLS
मोबाइल: 8005529714
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