
अजमेर, 31 मई। मोटापा स्वयं कोई बीमारी नहीं है, लेकिन यह अनेक गंभीर बीमारियों की जड़ अवश्य है। मोटापे से छुटकारा पाने के लिए बेरियाट्रिक सर्जरी एक प्रभावी और स्थायी समाधान के रूप में सामने आई है। अजमेर स्थित मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर इस सर्जरी के लिए क्षेत्र का एकमात्र भरोसेमंद और आधुनिक चिकित्सा केंद्र बन चुका है।
यहाँ राज्य सरकार की आरजीएचएस और केंद्र सरकार की सीजीएचएस सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के अंतर्गत सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है। अब तक अनेक मरीजों ने इस सुविधा का लाभ उठाकर अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव अनुभव किए हैं।
सफल सर्जरी का अनुभव – संतोष लखन की कहानी———-
अजमेर रेलवे कैरिज कारखाने के कर्मचारी संतोष लखन लंबे समय से अत्यधिक मोटापे से परेशान थे। उनका वजन 120 किलो से अधिक हो गया था और दैनिक क्रियाएं भी मुश्किल हो गई थीं। श्वास लेने में दिक्कत, सामान्य भोजन भी न पचना, और शारीरिक थकान ने जीवन को कष्टमय बना दिया था।
रेलवे अस्पताल के चिकित्सकों की सलाह पर संतोष ने जयपुर और इंदौर में सर्जरी विकल्पों की जानकारी ली, लेकिन अत्यधिक खर्च के कारण निर्णय नहीं ले सके। अंततः उन्हें मित्तल हॉस्पिटल, अजमेर के सीनियर बेरियाट्रिक सर्जन डॉ. एस. पी. जिंदल के पास रेफर किया गया।
सर्जरी और उपचार की प्रक्रिया———

डॉ. जिंदल ने बताया कि संतोष का बीएमआई 42 से अधिक था, जो गंभीर मोटापे की श्रेणी में आता है। जांच के पश्चात उनकी गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी की गई। उन्होंने बताया कि बीएमआई 35 या 40 से अधिक होने के साथ यदि रोगी को डायबिटीज, हाइपरटेंशन, या साँस संबंधी दिक्कतें हैं तो ऐसे मामलों में बेरियाट्रिक सर्जरी अत्यंत प्रभावशाली होती है।
सर्जरी के बाद संतोष लखन ने बताया, “मैंने वर्षों बाद खुद को हल्का, सक्रिय और खुश महसूस किया है। मित्तल हॉस्पिटल की पूरी टीम ने मेरे लिए जो किया, उसके लिए मैं आभारी हूँ।”
मित्तल हॉस्पिटल की विशेषताएं——–
डॉ. जिंदल ने बताया कि मित्तल हॉस्पिटल में बेरियाट्रिक सर्जरी के लिए अत्याधुनिक सेटअप, अनुभवी डॉक्टर, दक्ष तकनीकी स्टाफ और टीम वर्क की भावना है। सर्जरी के बाद मरीज की फास्ट रिकवरी को प्राथमिकता दी जाती है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बेरियाट्रिक सर्जरी को लेकर जो भ्रांतियां फैली हुई है, वे निराधार हैं। सर्जरी के सकारात्मक परिणाम मरीज स्वयं अनुभव करते हैं और उनका जीवन पहले की तुलना में कहीं अधिक स्वस्थ और संतुलित हो जाता है।