कर्नाटक सरकार ने टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वर्ल्डस्किल्स 2024 विजेताओं को पहचान का सम्मान दिया

बैंगलोरजुलाई 2025 : टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने आज अपने दस प्रतिभाशाली कर्मचारियों को फ्रांस के ल्योन में आयोजित विश्व कौशल प्रतियोगिता 2024 में उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए सम्मानित किये जाने की घोषणा की। टोयोटा के कर्मचारियों की उपलब्धि के लिए यह सम्मान कर्नाटक सरकार करेगी और कंपनी ने “स्किल इंडिया मिशन” तथा और “विकसित भारत 2047” के लिए भारत की चाहतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए यह जानकारी दी।

कर्नाटक के माननीय मुख्यमंत्री श्री सिद्धारमैया, माननीय चिकित्सा शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री डॉ. शरणप्रकाश आर पाटिल ने विधान सौध में आयोजित एक समारोह में टोयोटा के इन कर्मचारियों को सम्मानित किया। इस मौके पर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

कुल दस पुरस्कार विजेताओं – प्रेम वी, भानु प्रसाद, दर्शन गौड़ा, नेल्सन, मोहित एमयू, हरीश आर, हेमंत, उदय, रोहन और सुदीप को उनके उत्कृष्ट कौशल और प्रतिबद्धता के लिए सम्मानित किया गया। टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (टीटीटीआई) में प्रशिक्षित ये युवा पेशेवर 60 से ज़्यादा देशों के अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगियों के बीच अपनी अलग पहचान बनाए हुए हैं। प्रत्येक कर्मचारी ने इंडिया स्किल्स और वर्ल्ड स्किल्स प्रतियोगिता 2024 में अपनी अनूठी क्षमता का परिचय दिया और टीम के उल्लेखनीय प्रदर्शन में योगदान दिया।

प्रेम वसंत कुमार ने एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग में उत्कृष्टता का पदक हासिल किया, वहीं भानुप्रसाद एसएम और दर्शन गौड़ा सीएस ने वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिता 2024 में मेक्ट्रोनिक्स में उत्कृष्टता का पदक हासिल करने के लिए उल्लेखनीय बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उत्कृष्टता का पदक उन प्रतियोगियों को दिया जाता है जो 700 या अधिक अंक प्राप्त करते हैं। इसके अलावा, मेक्ट्रोनिक्स उम्मीदवारों को सतत अभ्यास पुरस्कार में दूसरा स्थान दिया गया, जिन्होंने उच्चतम स्तर के प्रदर्शन के साथ उद्योग स्थिरता मानकों के विरुद्ध मापे गए कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया। नेल्सन, मोहित एमयू और हरीश आर ने मैन्युफैक्चरिंग टीम चैलेंज में राष्ट्रीय स्वर्ण पदक जीता, जबकि उदय, हेमंत और रोहन ने रजत पदक प्राप्त किया कर्नाटक राज्य सरकार ने प्रत्येक विश्व कौशल उत्कृष्टता पदक विजेता को 5 लाख रुपये, राष्ट्रीय स्तर के स्वर्ण पदक विजेताओं को 3 लाख रुपये और रजत पदक विजेताओं को 75,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया।

इस सम्मान पर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वित्त एवं प्रशासन के कार्यकारी उपाध्यक्षश्री जीशंकर ने कहा, “हमें अपने कर्मचारियों और वर्ल्डस्किल्स 2024 में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों पर बेहद गर्व है। विजेताओं को मान्यता देने और प्रोत्साहित करने के लिए हम कर्नाटक सरकार को धन्यवाद देते हैं। उनकी यात्रा इस बात का एक प्रेरक उदाहरण है कि जब समर्पण और अवसर का मेल होता हैतो क्या सब हासिल किया जा सकता है। यह उपलब्धि ‘स्किल इंडिया‘ और ‘विकसित भारत 2047′ जैसी राष्ट्रीय पहल और “कर्नाटक कौशल्या” जैसी राज्य पहलों के साथ हमारे जुड़ाव को पुष्ट करती हैक्योंकि हम देश के लिए एक कुशल कार्यबल के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। टोयोटा मेंहम ग्रामीण युवाओं को विश्व स्तरीय प्रतिस्पर्धी तकनीशियनों में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अवसर पैदा करना और जिन समुदायों की हम काम करते हैंउनमें सकारात्मक बदलाव लाना हमारे उद्देश्य का केंद्र हैऔर हम समावेशी विकास और साझा प्रगति की दिशा में इस यात्रा को आगे बढ़ाते रहेंगे। 

सभी दस कर्मचारी टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (टीटीटीआई) के पूर्व छात्र हैं, जो ग्रामीण युवाओं को उन्नत विनिर्माण कौशल से सशक्त बनाने के लिए टीकेएम द्वारा स्थापित एक संस्थान है। 2007 में स्थापित, टीटीटीआई समग्र विकास पर ज़ोर देते हुए असेंबली, पेंट, वेल्ड और मेक्ट्रोनिक्स जैसे प्रमुख ट्रेड में तीन वर्षीय आवासीय कार्यक्रम प्रदान करता है। छात्र सामुदायिक सेवा सहित शारीरिक और चरित्र निर्माण गतिविधियों के साथ-साथ कठोर तकनीकी प्रशिक्षण से गुजरते हैं। 1,400 से अधिक स्नातकों और 100% प्लेसमेंट रिकॉर्ड के साथ, टीटीटीआई-प्रशिक्षित छात्रों ने विश्व कौशल प्रतियोगिता सहित राष्ट्रीय और वैश्विक कौशल प्रतियोगिताओं में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और अपनी तकनीकी उत्कृष्टता के लिए प्रशंसा व मान्यता अर्जित की है। अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए, टीकेएम ने हाल ही में टीटीटीआई में प्रवेश दोगुना कर दिया है, महिला उम्मीदवारों के लिए समर्पित सीटें शुरू की हैं और आवासीय और प्रशिक्षण बुनियादी ढाँचे को उन्नत किया है।

टीटीटीआई के प्रयासों के पूरक के रूप में, टोयोटा कौशल्य, कौशल विकास तक पहुँच बढ़ाने के उद्देश्य से एक और महत्वपूर्ण पहल है। टोयोटा कौशल्य कार्यक्रम वंचित युवाओं के लिए कार्यस्थल पर सीखने के साथ-साथ दो वर्षीय निःशुल्क प्रशिक्षण मॉडल है। इसके अलावा, टोयोटा ने टोयोटा तकनीकी शिक्षा कार्यक्रम (टी-टीईपी) बनाने के लिए भारत भर के औद्योगिक और तकनीकी प्रशिक्षण संस्थानों के साथ भी साझेदारी की है। अब तक, टोयोटा ने भारत भर में 68 टी-टीईपी केंद्र स्थापित किए हैं, जिनसे 14,000 से अधिक छात्र लाभान्वित हुए हैं।

जैसे-जैसे भारत वैश्विक कौशल राजधानी बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर प्रशिक्षण, शिक्षा और सामुदायिक विकास में निरंतर निवेश के माध्यम से सार्थक योगदान देने की अपनी सोंच पर अडिग है।

Leave a Comment

This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

error: Content is protected !!