अल्पकालीन व दीर्घकालीन समस्या पर आए ठोस सुझाव
ड्रेनेज सिस्टम व सड़क निर्माण हो व्यवस्थित
अजमेर, 27 जुलाई। विजन अजमेर संस्था द्वारा रविवार को रसोई रेस्टोरेन्ट, स्वामी कॉम्प्लेक्स, अजमेर में छठीं बैठक आयोजित कर शहर की समस्या एलिवेटेड रोड पर परिचर्चा की गई। जिसमें शहर के समाजसेवियों, अधिवक्ताओं, राजनीतिक प्रतिनिधियों और जागरूक नागरिकों ने भाग लेकर अपने विचार साझा कर अल्पकालीन व दीर्घकालीन ठोस सुझाव दिए।
लेखक व चिंतक गिरधर तेजवानी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि अजमेर की सबसे बड़ी ज्वलंत समस्याएं एलिवेटेड रोड और जलभराव इससे जनजीवन और व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अब एलिवेटेड रोड अजमेर ट्रैफिक की लाइफ लाइन हो चुका है अब हमें इस विस्तार के बारे में सोचकर सरकार से अलग बजट पास करवाकर इसका विस्तार किया जाए साथ ही वैकल्पिक मार्ग पर भी कार्य किया जाना आवश्यक है।
समन्वयक कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया संस्था की एलिवेटेड रोड का ड्रेनेज सिस्टम पर कार्य होना आवश्यक है, जिससे सड़क निर्माण खराब न हो व भुजाओं को 2013-14 में एलिवेटेड रोड की योजना पूरी तरह तैयार थी, लेकिन बाद में उसे छोटा कर दिया गया। उसे मित्तल मॉल पर जो भुजा उतरी है उसे रखते हुए बड़े शहरों की तर्ज पर दो रोड की भुजा को अतिरिक्त जोड़ते हुए बजरंग गढ़ तक सुभाष उद्यान की सीमाओं से बढ़ाया जाए, जिससे अन्तर्राष्ट्रीय ख्याती में अपना अलग दर्जा रखने वाली सोनी की नसिया अपने पुराने वजूद पर कायम रहे व बाटा चौराहा, मार्टिण्डल ब्रिज पर आ रही ट्रैफिक समस्या से भी निजात मिलेगी। एलिवेटेड रोड पर ट्रैफिक पुलिस की स्थायी तैनाती होनी चाहिए ताकि किसी भी संभावित हादसे से बचा जा सके।
वरिष्ठ पत्रकार सुरेश कासलीवाल ने तथ्यात्मक सुझाव रखते हुए कहा कि एलिवेटेड रोड का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल माध्यम से किया गया था। अतः इस विषय में पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को अवगत कराया जाना चाहिए। साथ ही अधिकारियों की जवाबदेही भी तय की जानी चाहिए। आरएमएस की दीवार को तोड़कर सड़क चौड़ी की जा सकती है और बीच में आ रहे पेड़ों को काटा भी जा सकता है क्योंकि प्रावधान है कि एक पेड़ काटने पर तीन पेड़ लगाए जा सकते है, इसके कारण आवागमन भी सुगम हो जाएगा।
जीएम एवं प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजस्थान स्टेट हाईव ऑथोरिटीज जालौर के केदार शर्मा ने सुझाव दिया कि एलिवेटेड रोड के निर्माण से यातायात और जल निकासी की स्थिति बिगड़ी है, जिसे तुरन्त सही कराया जाए। उन्होंने तकनीकी पुनः मूल्यांकन कराने कराकर ब्रिज को बजरंगगढ़ चौराहे व दूसरी तरफ सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय तक विस्तार देने व स्लीप लाइन का चौड़ा करने का भी सुझाव दिया, जिससे ट्रैफिक का दबाव कम हो सके। जिन जगहों पर बिटूमिन का कार्य हुआ है उसे सीमेन्ट-कंाक्रिट का किया जाना, दीर्घकालीन योजना बनाकर सेरफेस पर पानी न रूके,
कांग्रेस के निवर्तमान शहर अध्यक्ष विजय जैन ने कहा कि 300 करोड़ की लागत से बना एलिवेटेड रोड व्यापारिक हितों को ध्यान में रखकर नहीं बनाया गया। इससे स्टेशन रोड व अन्य मार्गों पर जलभराव होता है। राजनीति से उपर उठकर आम नागरिकों को भी अपनी सहभागीता निभानी चाहिए।
पूर्व जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष चंद्रभान सिंह राठौड़ ने कहा कि एलिवेटेड रोड का विस्तार राजकीय महाविद्यालय हजारीबाग तक किया जाना चाहिए, जिससे प्रमुख मार्गों पर दबाव कम हो और सुगम यातायात सुनिश्चित हो सके व नहीं बन रही तीन पुलियों पर भी कार्य योजना व गुणवत्ता का निरीक्षण किया जाना चाहिए।
कांग्रेस नेता विपिन बेसिल ने तीव्र प्रतिक्रिया देते हुए कहा, अजमेर की स्थिति मानो छलनी हो गई है। अब वक्त आ गया है कि इस मुद्दे पर जनहित याचिका दाखिल की जाए ताकि न्यायिक हस्तक्षेप हो सके। राजनीतिक व प्रशासनिक दबाव से बाहर निकलकर शहर हित में सभी को कार्य करना चाहिए जिससे गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
अध्यक्ष दिगम्बर जैन महासमिति अजमेर संभाग के अतुल पाटनी ने चिंता जताई कि एलिवेटेड रोड के नीचे जल निकासी की व्यवस्था बेहद खराब है, जिससे बारिश में पानी भर जाता है। उन्होंने ई-रिक्शा की अनियंत्रित आवाजाही को भी ट्रैफिक अव्यवस्था का कारण बताया। राजेंद्र बोहरा ने कहा कि एलिवेटेड रोड पर बने स्पीड ब्रेकर इंजीनियरिंग की बड़ी चूक हैं, जो दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ाते हैं। यदि प्रशासन ने शीघ्र समाधान नहीं किया तो जन आंदोलन होगा। जैन सोशल ग्रुप के शैलेन्द्र जैन ने आरएमएस क्षेत्र और कचहरी रोड जैसी जगहों पर सड़कों के संकुचन पर चिंता जताई और उचित चौड़ीकरण की आवश्यकता बताई।
कार्यक्रम का संचालन माधवी स्टीफन ने किया, जिन्होंने मंचस्थ अतिथियों और वक्ताओं का परिचय देकर संगोष्ठी की शुरुआत की।
इस मौके पर अन्तर्राष्ट्रीय बॉस्केटबॉल खिलाड़ी विनीत लोहिया, हरिकिशन टेकचन्दानी, राजेश जैन, दिलीप पारीक आदि मौजूद रहे।
कंवल प्रकाश किशनानी
समन्वयक
9829070059
