मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस के अवसर पर राजस्थान महिला कल्याण मण्डल व रेलवे सुरक्षा बल अजमेर की पहल पर रेलवे स्टेशन अजमेर में आयोजित कार्यक्रम का संचालन संस्था से नानूलाल प्रजापति उपनिदेशक ने किया जिसमें बाल संरक्षण और बाल अधिकारों के क्षेत्र से जुडे सभी प्रमुख हितधारक एक साथ आए। जिसके दौरन मुख्य रूप से चर्चा का विषय बाल दुर्व्यापार यानी बच्चों की ट्रैफिकिंग से निपटने के लिए सभी विभागों के प्रतिनिधियों को एक साथ मिलकर जागरूकता व प्रयास करने की सख्त जरूरत है ताकि ट्रैफिकिंग गिरोहो में कानून का भय पैदा हो सकें। राजस्थान महिला कल्याण मण्डल देश में बाल अधिकारों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए 250 से भी अधिक नागरिक समाज संगठनों के देश के सबसे बडे नेटवर्क जस्ट राइटस फॉर चिल्ड्रन का सहयोगी संगठन है और अजमेर में बाल अधिकारों की सुरक्षा के लिए बालश्रम बालविवाह रोकथाम बच्चों की ट्रैफिकिंग बाल यौन शोषण के शिकार बच्चों की सुरक्षा और न्याय सुनिष्चित करने के लिए काम कर रहा है।
बच्चों की ट्रैफिकिंग से निपटने में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करते हुए कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने सामूहिक रूप से यह माना कि मौजूदा कानूनों के प्रति जागरूकता बढाना व संवेदनशील तबकों को ट्रैफिकिंग गिरोहों और उनके कामकाज के तरिकों के बारे में संवेदनशील बनाना और सभी एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूत करना तत्काल जरूरी है ताकि मुक्त कराए गए बच्चों के लिए तय समयसीमा में न्याय और पुनर्वास सुनिश्चित किया जा सके।
बैठक में निदेशक राकेश कुमार कौशिक ने संस्था का परिचय व संस्था के कार्यक्षेत्रों के बारे में बताते हुए कहा कि अजमेर जिले में संस्था बाल संरक्षण व बाल अधिकारो के मुददें पर कार्य करतें हुए बालश्रम से बच्चों को मुक्त करवाना बाल यौन शोषण के शिकार बच्चों कों न्याय दिलवाने मंे प्रयासरत हैै। साथ ही आज मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस पर आयोजित कार्यशाला व जागरूकता कार्यक्रम का उददेश्य विभिन्न विभागों के साथ तालमेल बनाते हुए बच्चों कि सुरक्षा व न्याय दिलाना है ।
रेलवे सुरक्षा बल अजमेर से राजेन्द्र चौहान ने बताया की रेलवे पुलिस द्वारा भी बच्चों कि सुरक्षा व न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत है साथ ही जिला स्तर पर विभिन्न विभागों के साथ इस प्रकार की कार्यशाला व कार्यक्रम आयोजित होने से अपराधियों में भय पैदा होता है इसी क्रम में रेलवे पुलिस अजमेर व राजस्थान महिला कल्याण मण्डल द्वारा मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस पर रेलवे स्टेशन पर जागरूकता व लम्बी दूरी से आने वाली ट्रैनों में सर्चिंग की गई साथ ही बालश्रम के लिए अन्य राज्यों से काम करवाने के लिए लाए जा रहे बच्चों को कार्यवाहि के जरिए मुक्त करवा के शेल्टर करवाया गया। इसी क्रम में रेलवे पुलिस द्वारा आगे भी प्रयास जारी रहेगा।
बाल संरक्षण इकाई से संजय सावलानी संयुक्त निदेशक जिला बाल संरक्षण ईकाई, अजमेर ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा के लिए सभी हितधारकों के बीच तालमेल व समन्वय की अहमियत और जिला प्रशासन के प्रयास को रेखांकित करतें हुए बताया कि बच्चों की ट्रैफिकिंग रोकना है तो कानूनी कार्यवाहि जरूरी है साथ ही बताया की बाल संरक्षण व बाल अधिकारों के क्षे़त्र मंे संस्था द्वारा किया जा रहा कार्य सराहनीय है इस तरह काम करके हम न सिर्फ बच्चों की सुरक्षा बल्कि उन ट्रैफिकिंग गिरोहो के नेटवर्क का भी खात्मा कर सकेंगंे जो बच्चों को इस बुराई में धकेलतें है।
मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस के अवसर पर राजस्थान महिला कल्याण मण्डल व रेलवे सुरक्षा बल अजमेर के संयुक्त प्रयास से बैठक का आयोजन करते हुए जागरूकता हेतु सम्बंधित पोस्टर विमोचन किया गया तथा यात्रियों को जागरूक करते हुए स्टेशन पर रैली आयोजित की गई जिसके दौरान जिले के विभिन्न विभागों जिला बाल संरक्षण इकाई, मानव तस्करी विरोधी इकाई, राजकीय रेलवे पुलिस, चंचल केयर होम, रेलवे से सीटीआई ब्रजमोहन वर्मा, रेलवे सुरक्षा बल स्टॉफ व राजस्थान महिला कल्याण मण्डल से राकेश कुमार कौशिक निदेशक, नानूलाल प्राजपति उपनिदेशक, दीपक जोरम, चित्रलेखा, ज्योति, अमिता, सोनू व अन्य विभागों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
राकेश कुमार कौशिक
निदेशक
98291 40992