दिल्ली, अगस्त, 2025– उच्च शिक्षा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनने के भारत के विज़न के अनुरूप एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एसआरएमआईएसटी) ने 2025 अकादमिक सत्र के लिए अपने रामापुरम और तिरुचिरापल्ली कैंपस में 200 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों का स्वागत किया है। अपने परिवार के साथ ये विद्यार्थी श्री लंका, म्यांमार, नेपाल, थाईलैंड, सिंगापुर, कुवैत और सऊदी अरब जैसे देशों से यात्रा कर यहां पहुंचे और गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा एवं वैश्विक भविष्य के लिए इस संस्थान को अपने स्थल के रूप में चुना।
इन विद्यार्थियों को संस्थान में शामिल करने के प्रतीक के रूप में एसआरएमआईएसटी ने भारत की समृद्ध विरासत का अनुभव लेने में उनकी मदद के लिए एक विशेष हेरिटेज विजिट का आयोजन किया। विद्यार्थियों को स्वागत का एहसास कराने, इस देश की परंपराओं से उनका परिचय कराने और शुरुआत से ही समुदाय से जुड़ाव महसूस कराने के लिए यह पहल डिजाइन की गई थी।
इस पहल के बारे में एसआरएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के निदेशक डॉक्टर कतिरवन कन्नन ने कहा, “हमें हमारे कैंपस में एशिया और पश्चिम एशिया से विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है। इन युवा विद्यार्थियों ने अपने भविष्य के लिए एसआरएम इंस्टीट्यूट को आधार सोपान के रूप में चुना। हमारा लक्ष्य ना केवल उत्कृष्ट शिक्षा उपलब्ध कराना, बल्कि एक ऐसा सहायक एवं समावेशी वातावरण तैयार करना है जहां विभिन्न संस्कृतियों से आए विद्यार्थी फल फूल सकें।”
इन अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों ने विभिन्न स्नातक कार्यक्रमों जैसे कंप्यूटर साइंस, एआई एवं मशीन लर्निंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग एवं बायोटेक्नोलॉजी के साथ ही स्नातकोत्तर कार्यक्रमों जैसे बायोटेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में नामांकन कराया है। यह संस्थान अंतरक्षेत्रीय पाठ्यक्रमों, अनुभवी शिक्षकों और आधुनिक सुविधाओं की पेशकश करता है जिससे यह दुनियाभर के विद्यार्थियों के लिए एक पसंदीदा विकल्प बना है।
एसआरएमआईएसटी का समर्पित इंटरनेशनल रिलेशंस ऑफिस, अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों के आगमन से पूर्व और आगमन के बाद सहयोग में एक अहम भूमिका निभाता है। वीजा प्रोसेसिंग में मदद से लेकर आवास तक और ओरिएंटेशन प्रोग्राम से लेकर भाषाई सहयोग तक में यह युनिवर्सिटी इस बात को सुनिश्चित करती है कि प्रत्येक विद्यार्थी सहज रूप से अकादमिक और कैंपस के जीवन में कदम रखे।
एसआरएमआईएसटी को जो चीज़ सबसे अलग करती है, वह है वैश्विक अनुभव एवं सांस्कृतिक एकीकरण पर इसका खास जोर। इस युनिवर्सिटी का मानना है कि विद्यार्थी अपनी कक्षाओं और साझा किए गए अनुभवों से सीखता है और अलग अलग संस्कृति से आने वाले लोगों से दोस्ती और अनुभव उसे नए विचार देते हैं। हेरिटेज विजिट जैसी गतिविधियां अंतर-सांस्कृतिक बातचीत और विद्यार्थियों के बीच परस्पर सम्मान को बढ़ावा देने के एसआरएमआईएसटी के व्यापक प्रयासों का हिस्सा हैं।
एसआरएमआईएसटी में अपनी यात्रा शुरू करने के साथ ये अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी अकादमिक उत्कृष्टता, नवप्रवर्तन और वैश्विक जुड़ाव के लिए प्रतिबद्ध एक जबरदस्त समुदाय में शामिल हो जाते हैं। यह संस्थान उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद करने और एक वैश्वीकृत दुनिया में सफलता के लिए उन्हें पूरी तरह से तैयार करने को लेकर पूरी तरह से समर्पित है।