बेंगलुरू, सितंबर 2025: एबीबी इंडिया (ABB) भारत में स्थित अपनी लो वोल्टेज मोटर्स निर्माण इकाई में 140 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर रही है। इस निवेश के साथ कंपनी ने भारत की पहली अल्ट्रा-प्रीमियम एफिशियंसी वाली IE5 मोटर रेंज भी लॉन्च की है। यह पहल भारत को वैश्विक स्तर पर तकनीकी नवाचार और महत्वपूर्ण विकास का केंद्र बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।
राजस्थान में, पत्थर कटाई, सीमेंट, और कपड़ा जैसे उद्योग राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। एबीबी मोशन के एलवी मोटर्स इन ऊर्जा-गहन क्षेत्रों को अधिक कुशलता और विश्वसनीयता के साथ चलाने में मदद कर रहे हैं, जिससे ऊर्जा लागत कम होती है और उत्पादन समय में सुधार होता है। राजस्थान, जो भारत के सीमेंट उत्पादन का लगभग 25% योगदान देता है और मार्बल व पत्थर कटाई का प्रमुख केंद्र है, वहां एबीबी के मोटर्स कठिन परिस्थितियों में भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं और क्षेत्र में स्थायी विकास को बढ़ावा देते हैं।
स्टीफन फ्लॉक, प्रेसिडेंट – आईईसी (IEC) लो वोल्टेज मोटर्स, एबीबी ने कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ निर्माण क्षमता बढ़ाना नहीं, बल्कि भारत को दुनिया का एक मज़बूत मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना है। ऊर्जा बचाने वाली मोटर्स की बढ़ती मांग को देखते हुए हम ऐसे समाधान तैयार कर रहे हैं, जो ग्राहकों को कम लागत में ज़्यादा लाभ दें और टिकाऊ साबित हों।”
एबीबी की IE5 अल्ट्रा-प्रीमियम एफिशियंसी मोटर्स ऊर्जा बचत और लंबी उम्र को ध्यान में रखकर विकसित की गई हैं। ये 45 किलोवॉट से 1000 किलोवॉट तक की क्षमता में उपलब्ध होंगी। यह भारत की पहली IE5 मोटर रेंज है जो प्रमाणित इंडक्शन मोटर तकनीक पर आधारित है और इनमें रेयर-अर्थ मेटल्स का कोई उपयोग नहीं है। यानी ये मोटर्स न केवल भरोसेमंद हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल हैं।
भारतीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इन्हें इस तरह तैयार किया गया है कि ये डायरेक्ट-ऑन-लाइन और वेरिएबल फ़्रीक्वेंसी ड्राइवदोनों पर समान रूप से काम करें। धातु, सीमेंट, टेक्सटाइल, फ़ार्मास्यूटिकल्स, खाद्य एवं पेय पदार्थ और पेपर जैसे उद्योगों के लिए ये मोटर्स बेहद उपयोगी हैं। IE3 मोटर्स की तुलना में इनमें 40% तक ऊर्जा की बचत संभव है, जिससे ग्राहकों को कम बिजली खर्च, तेज़ी से निवेश वापसी (ROI), कम रखरखाव लागत और मशीनों की लंबी ऑपरेटिंग लाइफ मिलती है।
संजीव अरोड़ा, प्रेसिडेंट – मोशन बिज़नेस और IEC लो वोल्टेज मोटर्स, एबीबी इंडिया ने कहा, “ये मोटर्स इंडक्शन तकनीक की भरोसेमंद मजबूती और अल्ट्रा-प्रीमियम एफिशियंसी का मेल हैं—वह भी बिना रेयर-अर्थ मेटल्स पर निर्भर हुए। यह लॉन्च हमारे उस वादे को मज़बूती से दर्शाता है कि हम भारतीय उद्योगों को टिकाऊ और उच्च-प्रदर्शन समाधान देंगे, जो देश के डीकार्बोनाइजेशन लक्ष्यों को पूरा करने में अहम योगदान देंगे।”
भारत में अपनी 75 साल की उपस्थिति को और मज़बूत करते हुए एबीबी का यह नया लॉन्च और निवेश न सिर्फ ऊर्जा दक्षता के नए मानक स्थापित करता है, बल्कि तकनीकी उत्कृष्टता और टिकाऊ विकास के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को भी दोहराता है
एबीबी विद्युतिकरण और स्वचालन के क्षेत्र की एक वैश्विक टेक्नोलॉजी लीडर है, जो अधिक टिकाऊ और संसाधन-कुशल भविष्य बनाने में सहायता करती है। अपनी इंजीनियरिंग और डिजिटलीकरण विशेषज्ञता के बल पर एबीबी उद्योगों को उच्च प्रदर्शन, बेहतर दक्षता, अधिक उत्पादकता और टिकाऊ संचालन हासिल करने में सक्षम बनाती है। एबीबी में हम इसे कहते हैं — “Engineered to Outrun”। कंपनी का इतिहास 140 साल से अधिक पुराना है और इसके 110,000 से अधिक कर्मचारी दुनिया भर में कार्यरत हैं। एबीबी के शेयर SIX Swiss Exchange (ABBN) और Nasdaq Stockholm (ABB) पर सूचीबद्ध हैं। अधिक जानकारी के लिए देखें: www.abb.com
एबीबी मोशन, मोटर्स और ड्राइव्स में वैश्विक लीडर है और अधिक उत्पादक व टिकाऊ भविष्य की दिशा में तेज़ी लाने में अग्रणी भूमिका निभाता है। कंपनी नई तकनीकों पर फोकस करती है ताकि ग्राहकों, उद्योगों और समाज के लिए ऊर्जा-कुशल, डीकार्बोनाइजिंग और सर्कुलर सॉल्यूशंस विकसित किए जा सकें।
अपने डिजिटली-एनेबल्ड ड्राइव्स, मोटर्स और सर्विसेज़ के माध्यम से एबीबी अपने ग्राहकों और भागीदारों को बेहतर प्रदर्शन, सुरक्षा और भरोसा प्रदान करती है। दुनिया के उद्योगों को आगे बढ़ाने के लिए कंपनी स्वच्छ प्रौद्योगिकी वाली मोटर-आधारित समाधान उपलब्ध कराती है, जो लगभग सभी औद्योगिक क्षेत्रों में उपयोगी हैं।
इलेक्ट्रिक पावरट्रेन में 140 वर्षों से अधिक की विशेषज्ञता पर आधारित, एबीबी के 100 देशों में फैले 23,000 से अधिक कर्मचारी हर दिन सीखते हैं और सुधार करते हैं।