अधिकारियों को समयबद्ध निस्तारण एवं प्रभावी मॉनिटरिंग के दिए निर्देश
अजमेर, एक अक्टूबर। सेवा पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित हो रहे शहरी एवं ग्रामीण सेवा शिविरों की प्रगति की समीक्षा बुधवार को जिला कलक्टर श्री लोकबंधु की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित वीसी कक्ष में की गई। उन्होंने अधिकारियों से शिविरों में किए जा रहे कार्यों की प्रगति की जानकारी ली तथा उन्हें आवश्यक निर्देश प्रदान किए।
जिला कलक्टर ने कहा कि शिविरों में राज्य सरकार के निर्देशानुसार जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों तक समय पर पहुंचाया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिविरों में प्राप्त आवेदनों का निस्तारण समयबद्ध रूप से सुनिश्चित किया जाए तथा शेष रहने की स्थिति में फॉलो-अप शिविर आयोजित कर मामलों को शीघ्र निस्तारण किया जाए।
उन्होंने कहा कि शहरी सेवा शिविरों में पट्टे जारी करने, नामांतरण, नगरीय विकास कर, सीवरेज कनेक्शन, जन्म-मृत्यु पंजीकरण, पीएम स्वनिधि योजना, स्ट्रीट लाइट लगाने, भवन मानचित्र स्वीकृति तथा ऑनलाइन आवेदनों के निस्तारण जैसे कार्य किए जा रहे हैं। इसी प्रकार ग्रामीण शिविरों में बीपीएल परिवारों का सर्वे, कुरेजात, आपसी सहमति से विभाजन, म्यूटेशन, किसान पंजीकरण, मूल निवास व जाति प्रमाण पत्र जारी करने जैसे ऑनलाइन सेवाएं, स्वामित्व योजना अंतर्गत पट्टे वितरण, सामुदायिक शौचालय निर्माण, मुख्यमंत्री विश्वकर्मा पेंशन योजना, ट्रांसफार्मर बदलने तथा ढीले तारों को दुरुस्त करने जैसे कार्य संचालित किए जा रहे हैं।
उन्होंने निर्देश दिए कि लंबित आवेदनों का निस्तारण प्राथमिकता से किया जाए और ऑनलाइन आवेदनों के प्रकरणों का भी समयबद्ध निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा कि शहरी शिविरों में पट्टे संबंधी मामलों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करने के लिए वार्ड कार्मिक पहले से आपत्तियां दर्ज करवा लें और आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी आवेदकों को उपलब्ध कराएं। साथ ही पेंशन सत्यापन और खाद्य सुरक्षा योजना के लाभ वितरण में भी तत्परता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने आमजन में जागरूकता के लिए आईईसी गतिविधियां आयोजित करने को कहा।
उन्होंने ग्रामीण शिविरों में बीपीएल परिवारों का सर्वे निर्धारित लक्ष्य के अनुसार पूरा करने और पोर्टल पर अपडेट करने, शेष कुरेजात रिपोर्ट निस्तारित करने, फार्मर रजिस्ट्री पंजीकरण में लंबित मामलों का समाधान करने तथा जाति और मूल निवास प्रमाण पत्र जैसे ऑनलाइन आवेदनों को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विश्वकर्मा पेंशन योजना अंतर्गत निर्धारित आयु वर्ग के स्ट्रीट वेंडर एवं श्रमिकों को लाभ उपलब्ध कराया जाए।
उन्होंने कहा कि शिविरों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। इससे पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ सुनिश्चित हो सकेगा। साथ ही शिविरों में जनप्रतिनिधियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पीएमजेएवाई, आभा, वय वंदन, यूडीआईडी कार्ड से जुड़े आवेदनों का सत्यापन, निक्षय जांच, प्रसव पूर्व जांच, टीकाकरण, पोषण किट वितरण और स्वास्थ्य जांच में प्रगति लाने के निर्देश दिए। साथ ही डेंगू के मामलों में वृद्धि को देखते हुए नियमित फॉगिंग और एंटी-लार्वा गतिविधियां चलाने, घर-घर जाकर एंटी-लार्वा उपाय अपनाने को निर्देशित किया।
उन्होंने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को पेंशन सत्यापन के लंबित मामलों का शीघ्र निस्तारण करने, पालनहार योजना का सत्यापन सुनिश्चित करने और कन्यादान सहित अन्य योजनाओं का लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए। वित्तीय योजनाओं का लाभ भी शिविरों में वितरित करने को निर्देशित किया।
उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को बांधों के गेट लगाने तथा क्षतिग्रस्त तालाब एवं बांधों की मरम्मत के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। पशुपालन विभाग के अधिकारियों को मंगला पशु बीमा योजना में प्रगति बढ़ाने और पशुओं के टीकाकरण कार्य को और अधिक गति देने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप शिविरों की सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब योजनाओं को संतृप्ति स्तर तक पहुंचाया जाए और किसी भी पात्र लाभार्थी को वंचित नहीं रखा जाए।
इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राम प्रकाश, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेंद्र सिंह राठौड़ एवं श्रीमती वंदना खोरवाल, उपखंड अधिकारी गरिमा नरूला सहित अन्य जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी वीसी के माध्यम से उपस्थित रहे।