जयपुर, अक्टूबर 2025: राजस्थान की रंगीन संस्कृति और परंपराओं का उत्सव मनाने के लिए धारव हाई स्कूल, अजमेर रोड लेकर आ रहा है ‘धारव उत्सव’ – एक दो-दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम, जो 21 और 22 नवंबर को स्कूल परिसर में आयोजित होगा। देव्यानी जयपुरिया की पहल पर आयोजित यह महोत्सव राजस्थान की कला, संगीत, नृत्य और परंपराओं को एक साथ लाएगा। कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों, गायकों, कवियों और उद्यमियों की सहभागिता रहेगी।
धारव उत्सव का उद्देश्य लोगों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ना और नई पीढ़ी को उनके महत्व से अवगत कराना है। यह आयोजन केवल प्रदर्शन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि राजस्थान की साझी सांस्कृतिक विरासत का उत्सव बनेगा।
धारव हाई स्कूल आरजे कॉर्प समूह का हिस्सा है – एक लगभग तीन दशक पुराना विविध व्यवसाय समूह, जिसकी पहचान शिक्षा, खाद्य एवं पेय, स्वास्थ्य सेवा और रिटेल क्षेत्रों में है। देव्यानी जयपुरिया, जो आरजे कॉर्प के संस्थापक रवि जयपुरिया की पुत्री हैं, समूह के शिक्षा क्षेत्र का नेतृत्व भारत में करती हैं।
आगामी उत्सव के बारे में बात करते हुए धारव हाई स्कूल की चेयरपर्सन देव्यानी जयपुरिया ने कहा, “राजस्थान भारत के सबसे सांस्कृतिक और विविधता-पूर्ण राज्यों में से एक है, जिसकी परंपराएं सदियों पुरानी हैं। धारव उत्सव इसी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को समर्पित है। यहां आने वाले आगंतुकों को स्थानीय कारीगरों के हस्तनिर्मित उत्पाद, राजस्थानी व्यंजन और पारंपरिक रीति-रिवाज़ों का अनुभव मिलेगा। साथ ही यह मंच स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का अवसर भी प्रदान करेगा।”
आयोजकों ने कारीगरों, शिल्पकारों, छोटे व्यवसायों और फूड वेंडर्स को इस आयोजन में अपने स्टॉल लगाने के लिए आमंत्रित किया है। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय कौशल और उद्यमिता को प्रोत्साहन देना तथा समुदाय के विकास में योगदान करना है।
इस आयोजन से प्राप्त समस्त आय आरजे कॉर्प की सीएसआर पहलों – शिक्षा केंद्र और प्रवाह स्किल डेवलपमेंट सेंटर – को समर्पित की जाएगी। इन पहलों के माध्यम से अब तक हज़ारों वंचित बच्चों को शिक्षा और प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया है।
साथ ही आयोजकों ने अन्य विद्यालयों के शिक्षकों और विद्यार्थियों को भी धारव उत्सव में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है, ताकि सभी मिलकर राजस्थान की इस सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव कर सकें।
इस आयोजन में प्रसिद्ध लेखकों की उपस्थिति में एक साहित्यिक सत्र आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद दर्शक संगीतमय प्रस्तुतियों का आनंद ले सकेंगे। आने वाले वर्षों में धारव उत्सव का लक्ष्य एक प्रमुख सांस्कृतिक मंच के रूप में विकसित होना है, जो हर नए संस्करण के साथ अपनी परंपरा और समुदाय की सांस्कृतिक विरासत को और समृद्ध करेगा।