गिरनार फाउंडेशन ने ‘बॉक्स ऑफ जॉय’ वितरित कर जयपुर में दिवाली की खुशियाँ बांटी

गिरनार फाउंडेशन ने 500 फेस्टिव हैम्पर, 300 स्कूल किट, 100 सेनेटरी पैक और एनजीओ संचालित दिवाली मेले के साथ फैलाया खुशियों और समावेश का सन्देश

जयपुर, अक्टूबर, 2025: कारदेखो समूह की सीएसआर इकाई  गिरनार फाउंडेशन ने जयपुर के वंचित समुदायों के बीच खुशियाँ और सशक्तिकरण बांटते  हुए रोशनी का पर्व दिवाली का उत्सव मनाया  मनाया । अपने “बॉक्स ऑफ जॉय” ड्राइव, शैक्षणिक किट वितरण, महिला स्वास्थ्य जागरूकता सत्र, और दिवाली ऑफिस मेले के माध्यम से गिरनार फाउंडेशन ने एक समावेशी और समानता-आधारित समाज के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पुनः  मजबूत किया।

“बॉक्स ऑफ जॉय” पहल के तहत, फाउंडेशन ने प्रगति विद्यालय, पाठशाला ट्रस्ट एनजीओ , दुलार फाउंडेशन, और प्रतापनगर व जगतपुरा की झुग्गी बस्तियों में कुल 500 फेस्टिव  हैम्पर वितरित किए। प्रत्येक हैम्पर में मिठाई, नमकीन,  एलईडी  लाइट्स और पटाखे शामिल थे ताकि बच्चे और परिवार गरिमा और खुशी के साथ त्योहार मना सकें।

दीर्घकालिक सशक्तिकरण की दिशा में,  गिरनार फाउंडेशन ने महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, जयपुर के प्री-प्राइमरी से कक्षा 11 तक के विद्यार्थियों को 300 शैक्षणिक किटें भी वितरित कीं। उसी दिन, किशोरियों के बीच 100 सेनेटरी नैपकिन पैक भी बाँटे गए और महिला स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर एक जागरूकता सत्र आयोजित किया गया,  जिसमें मिथकों, सुरक्षित अभ्यासों और ज़िम्मेदारी से निपटान पर चर्चा की गयी ।  ।

संस्थान के भीतर उत्सव का माहौल बनाने के लिए गिरनार फाउंडेशन ने अपने जयपुर कार्यालय में दिवाली ऑफिस मेला आयोजित किया। इसमें दो एनजीओ चाहत वेलफेयर फाउंडेशन (कपड़ों के स्टॉल) और अपना घर आश्रम (सजावट एवं उपहार वस्तुओं के स्टॉल) ने अपने हस्तनिर्मित उत्पाद प्रदर्शित किए। यह पहल कर्मचारियों को  एनजीओ   से सीधे खरीदारी करने का अवसर प्रदान करती है, जिससे समावेशिता और सामाजिक उद्यमिता को बढ़ावा मिलता है।

गिरनार फाउंडेशन की प्रमुख, पीहू जैन ने कहा, “दिवाली प्रकाश, खुशी और एकता का त्योहार है, और गिरनार फाउंडेशन में हम मानते हैं कि सच्चा उत्सव तब होता है जब हम अपने आसपास के लोगों के जीवन में खुशियां बांटते  हैं। हमारे बॉक्स ऑफ जॉय हैम्पर, स्कूल सप्लाई किट, महिला स्वास्थ्य जागरूकता सत्र और ऑफिस मेले के माध्यम से हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि समुदाय न केवल त्योहारों में बल्कि दैनिक जीवन में भी समर्थन और सम्मान का अनुभव करें। बच्चों के चेहरों पर मुस्कान, किशोरियों का आत्मविश्वास और  एनजीओ  की भागीदारी हमें यह याद दिलाती है कि छोटे प्रयास भी बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।”

ये पहल संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों विशेष रूप से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, अच्छा स्वास्थ्य एवं कल्याण और सतत शहर एवं समुदाय के अनुरूप हैं।त्योहारों के उत्सव को सशक्तिकरण और जागरूकता के साथ जोड़ते हुए, गिरनार फाउंडेशन एक ऐसे समाज के निर्माण के अपने दृष्टिकोण की दिशा में अग्रसर है, जहाँ हर व्यक्ति गरिमा और आशा के साथ जीवन के हर क्षण का उत्सव मना सके।

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